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उत्पत्ति 26:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

उनके पास भेड़-बकरी, गाय-बैल और अनेक सेवक-सेविकाएं थीं। अत: पलिश्‍ती लोग उनसे ईष्‍र्या करने लगे।

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पवित्र बाइबल

उसके पास बहुत सी रेवड़े और मवेशियों के झुण्ड थे। उसके पास अनेक दास भी थे। सभी पलिश्ती उससे डाह रखते थे।

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Hindi Holy Bible

जब उसके भेड़-बकरी, गाय-बैल, और बहुत से दास-दासियां हुई, तब पलिश्ती उससे डाह करने लगे।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

जब उसके भेड़–बकरी, गाय–बैल, और बहुत से दास–दासियाँ हुईं; तब पलिश्ती उससे डाह करने लगे।

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नवीन हिंदी बाइबल

उसके पास भेड़-बकरी, गाय-बैल, और बहुत से दास-दासियाँ हो गए, जिससे पलिश्ती उससे ईर्ष्या करने लगे।

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सरल हिन्दी बाइबल

उसके पास इतनी भेड़-बकरी, पशु और सेवक हो गये कि फिलिस्तीनी उससे जलन करने लगे.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

जब उसके भेड़-बकरी, गाय-बैल, और बहुत से दास-दासियाँ हुईं, तब पलिश्ती उससे डाह करने लगे।

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उत्पत्ति 26:14
16 क्रॉस रेफरेंस  

फरओ ने उसके कारण अब्राम से सद्व्‍यवहार किया। अब्राम को भेड़-बकरी, गाय-बैल, सेवक-सेविकाएँ, गधे-गदहियाँ और ऊंट प्राप्‍त हुए।


अब्राम अपने पशुओं और सोना-चांदी के कारण बहुत धनी हो गए थे।


प्रभु ने मेरे स्‍वामी को इतनी आशिष दी है कि वह बहुत धनी हो गए हैं। प्रभु ने उनको भेड़-बकरी, गाय-बैल, सोना-चांदी, सेवक-सेविकाएं, ऊंट, गधे दिए हैं।


अब्राहम ने अपना सब कुछ इसहाक को सौंप दिया,


इस प्रकार याकूब अत्‍यन्‍त समृद्ध हो गया। उसके पास अनेक भेड़-बकरियाँ, सेवक-सेविकाएँ, ऊंट और गधे हो गए।


यूसुफ के भाई उससे ईष्‍र्या करते थे। परन्‍तु उसके पिता ने ये बातें स्‍मरण रखीं।


उसके पास सात हजार भेड़ें, तीन हजार ऊंट, पाँच सौ जोड़ी बैल, पाँच सौ गदहियाँ और बहुत नौकर-चाकर थे। वह मनुष्‍य पूर्व देश के लोगों में सबसे अधिक अमीर था।


जो आशिष प्रभु ने अय्‍यूब को पहले दी थी, उससे कहीं अधिक अब दी: अय्‍यूब के पास चौदह हजार भेड़-बकरियाँ, छ: हजार ऊंट, एक हजार जोड़ी बैल, और एक हजार गदहियाँ हो गईं।


निस्‍सन्‍देह क्रोध मूर्ख मनुष्‍य को मार डालता है; और मूढ़ आदमी ईष्‍र्या के कारण मर जाता है।


दुर्जन यह देखकर क्रोधित होता है; वह दांत पीसता और गल-गलकर मर जाता है। अत: दुर्जन की इच्‍छा का विनाश होता है।


उसके घर में धन-सम्‍पत्ति रहती है; उसकी धार्मिकता सदा बनी रहती है।


प्रभु की आशिष से ही मनुष्‍य धनवान बनता है। आशिष के साथ प्रभु दु:ख नहीं देता।


क्रोध निर्दय होता है; गुस्‍सा मनुष्‍य को दबोच देता है; पर ईष्‍र्या के सामने कौन ठहर सकता है?


फिर मैंने देखा कि सब परिश्रम और सारा कार्यकौशल अपने पड़ोसी के प्रति शत्रु-भावना से किया जाता है। अत: यह भी व्‍यर्थ है, यह मानो हवा को पकड़ना है।


उस दिन के बाद शाऊल दाऊद को ईष्‍र्या की दृष्‍टि से देखने लगा।