उत्पत्ति 25:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) रिबका बांझ थी। अतएव इसहाक ने अपनी पत्नी के लिए प्रभु से निवेदन किया। प्रभु ने उसे सुना, और इसहाक की पत्नी गर्भवती हुई। पवित्र बाइबल इसहाक की पत्नी बच्चे नहीं जन सकी। इसलिए इसहाक ने यहोवा से अपनी पत्नी के लिए प्रार्थना की। यहोवा ने इसहाक की प्रार्थना सुनी और यहोवा ने रिबका को गर्भवती होने दिया। Hindi Holy Bible इसहाक की पत्नी तो बांझ थी, सो उस ने उस के निमित्त यहोवा से बिनती की: और यहोवा ने उसकी बिनती सुनी, सो उसकी पत्नी रिबका गर्भवती हुई। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसहाक की पत्नी बाँझ थी, इसलिये उसने उसके निमित्त यहोवा से विनती की; और यहोवा ने उसकी विनती सुनी, इस प्रकार उसकी पत्नी रिबका गर्भवती हुई। नवीन हिंदी बाइबल इसहाक ने अपनी पत्नी के लिए यहोवा से प्रार्थना की क्योंकि वह बाँझ थी। यहोवा ने उसकी प्रार्थना सुनी और उसकी पत्नी रिबका गर्भवती हुई। सरल हिन्दी बाइबल यित्सहाक ने अपनी पत्नी की ओर से याहवेह से प्रार्थना की, क्योंकि वह बांझ थी. याहवेह ने उसकी प्रार्थना सुन ली और उसकी पत्नी रेबेकाह गर्भवती हुई. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसहाक की पत्नी तो बाँझ थी, इसलिए उसने उसके निमित्त यहोवा से विनती की; और यहोवा ने उसकी विनती सुनी, इस प्रकार उसकी पत्नी रिबका गर्भवती हुई। |
सारय ने अब्राम से कहा, ‘देखो, प्रभु ने मुझे सन्तानहीन रखा है। इसलिए मैं तुमसे विनती करता हूं, तुम मेरी दासी के पास जाओ। सम्भव है, उससे पुत्र हों और मैं पुत्रवती बन जाऊं।’ अब्राम ने सारय की बात मान ली।
परन्तु हगारई आदि सेनाओं को इस्राएली सैनिकों के विरुद्ध सहायता प्राप्त हुई। तब इस्राएली सैनिकों ने परमेश्वर से प्रार्थना की। परमेश्वर ने उनकी विनती को सुना; क्योंकि उन्होंने परमेश्वर पर भरोसा किया था। अत: उसने हगारई सेना तथा उसके पक्ष की अन्य जातियों की सेनाओं को जो उसके साथ थीं, इस्राएलियों के हाथ में सौंप दिया।
उसने परमेश्वर से प्रार्थना की और परमेश्वर ने उसकी विनती स्वीकार की। उसने उसकी प्रार्थना सुनी; और उसको पुन: यरूशलेम में ले आया, और उसका राज्य लौटा दिया। तब मनश्शे को ज्ञात हुआ कि प्रभु ही परमेश्वर है।
अत: हमने सामूहिक उपवास किया, और यात्रा में सुरक्षा के लिए परमेश्वर से प्रार्थना की, और उसने हमारी प्रार्थना सुनी।
जब वह मुझे पुकारेगा, मैं उसे उत्तर दूंगा; संकट में मैं उसके साथ रहूंगा; मैं उसे मुक्त करूंगा और उसे महिमान्वित करूंगा।
जिस बात से दुर्जन डरता है, वह उस पर आती है; पर धार्मिक मनुष्य की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
इस्राएल का पवित्र परमेश्वर, इस्राएल का स्रष्टा, प्रभु यों कहता है, ‘क्या तुम मेरी सन्तान के बारे में मुझ से पूछताछ करोगे? क्या तुम मेरे हस्तकार्यों के विषय में मुझे आदेश दोगे?
तब तू मुझ-प्रभु को संकट में पुकारेगा और वह तुझको उत्तर देगा। तू उसकी दुहाई देगा, और वह तुझसे कहेगा: ‘मैं प्रस्तुत हूं।’ यदि तू अपने मध्य से दूसरे को गुलाम बनाना, लोगों पर अंगुली उठाना, दुष्ट वचन बोलना दूर कर दे;
उनके पुकारने के पूर्व ही मैं उनको उत्तर दूंगा; उनकी प्रार्थना समाप्त भी न होगी कि मैं उसको सुन लूंगा।
परन्तु स्वर्गदूत ने उससे कहा, “जकर्याह! डरिए नहीं। आपकी प्रार्थना सुनी गयी है। आपकी पत्नी एलीशेबा को एक पुत्र उत्पन्न होगा। आप उसका नाम ‘योहन’ रखना।
उसने प्रभु से यह स्पष्ट मन्नत मानी, ‘हे स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु, यदि तू अपनी सेविका के दु:ख पर निश्चय ही दृष्टि करेगा, मेरी सुधि लेगा, अपनी सेविका को नहीं भूलेगा, और मुझे, अपनी सेविका को एक पुत्र प्रदान करेगा तो मैं उसे जीवन भर के लिए तुझ-प्रभु की सेवा में अर्पित कर दूँगी। उसके सिर पर उस्तरा कभी नहीं फेरा जाएगा।’
एली ने कहा, ‘शान्ति से जाओ! जो मांग तुमने इस्राएल के परमेश्वर से की है, वह तुम्हें प्रदान करे।’
एलकानाह की दो पत्नियाँ थीं: उनमें से पहली का नाम हन्नाह था, और दूसरी का नाम पनिन्नाह था। पनिन्नाह को सन्तान उत्पन्न हुई। पर हन्नाह को कोई सन्तान उत्पन्न नहीं हुई।