जो करुणा और सच्चाई तूने अपने सेवक पर की है, उसके लिए मैं सर्वथा अयोग्य हूं। जब मैंने यह यर्दन नदी पार की थी तब सम्पत्ति के नाम पर मेरे पास मात्र एक लाठी थी; किन्तु अब मैं इतना समृद्ध हूँ कि मैं दो दलों में विभक्त हो लौट रहा हूँ।
उत्पत्ति 24:49 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब यदि आप मेरे स्वामी से प्रेमपूर्ण और सच्चाई का व्यवहार करना चाहते हैं, तो मुझे बताइए। यदि नहीं, तो वैसा मुझसे कहिए, जिससे मैं निश्चय कर सकूँ कि मुझे क्या करना चाहिए।’ पवित्र बाइबल अब बताओ कि तुम क्या करोगे? क्या तुम मेरे मालिक पर दयालु और श्रद्धालु बनोगे और अपनी पुत्री उसे दोगे? या तुम अपनी पुत्री देना मना करोगे? मुझे बताओ, जिससे मैं यह समझ सकूँ कि मुझे क्या करना है।” Hindi Holy Bible सो अब, यदि तू मेरे स्वामी के साथ कृपा और सच्चाई का व्यवहार करना चाहते हो, तो मुझ से कहो: और यदि नहीं चाहते हो, तौभी मुझ से कह दो; ताकि मैं दाहिनी ओर, वा बाईं ओर फिर जाऊं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये अब, यदि तुम मेरे स्वामी के साथ कृपा और सच्चाई का व्यवहार करना चाहते हो, तो मुझसे कहो; और यदि नहीं चाहते हो, तौभी मुझसे कह दो; ताकि मैं दाहिनी ओर या बाईं ओर फिर जाऊँ।” नवीन हिंदी बाइबल इसलिए अब, यदि तुम मेरे स्वामी के प्रति कृपा और विश्वासयोग्यता प्रकट करना चाहते हो, तो मुझे बता दो; और यदि नहीं चाहते, तो भी मुझे बता दो, ताकि मैं दाहिनी या बाईं ओर चला जाऊँ।” सरल हिन्दी बाइबल इसलिये अब, यदि आप मेरे मालिक के प्रति दया और सच्चाई दिखाना चाहते हैं, तो मुझे बताईये; और यदि नहीं, तो वह भी बताईये, कि किस रास्ते पर मुड़ना है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए अब, यदि तुम मेरे स्वामी के साथ कृपा और सच्चाई का व्यवहार करना चाहते हो, तो मुझसे कहो; और यदि नहीं चाहते हो; तो भी मुझसे कह दो; ताकि मैं दाहिनी ओर, या बाईं ओर फिर जाऊँ।” |
जो करुणा और सच्चाई तूने अपने सेवक पर की है, उसके लिए मैं सर्वथा अयोग्य हूं। जब मैंने यह यर्दन नदी पार की थी तब सम्पत्ति के नाम पर मेरे पास मात्र एक लाठी थी; किन्तु अब मैं इतना समृद्ध हूँ कि मैं दो दलों में विभक्त हो लौट रहा हूँ।
याकूब की मृत्यु का दिन निकट आया तब उन्होंने अपने पुत्र यूसुफ को बुलाकर उससे कहा, ‘यदि तू मेरा आदर-सम्मान करता है तो मेरी जांघ के नीचे हाथ रखकर शपथ खा कि तू मेरे साथ प्रेमपूर्ण और सत्यनिष्ठ व्यवहार करेगा। मुझे मिस्र देश में मत गाड़ना।
प्रिय शिष्य, करुणा और सच्चाई तुझसे कभी अलग न हों; तू उनको अपने गले का हार बनाना; और उनको अपने हृदय-पटल पर लिख लेना।
अत: कृपया हमें अपने देश में से होकर जाने दीजिए। हम आपके खेतों अथवा अंगूर के उद्यानों से होकर नहीं जाएंगे, और न आपके कुओं का पानी ही पीएंगे। हम केवल राजमार्ग पर जाएंगे। जब तक हम आपके राज्य-क्षेत्र को पार नहीं कर लेंगे, तब तक न दाहिने हाथ की ओर मुड़ेंगे और न बाएं हाथ की ओर।’
“मुझे अपने देश में से जाने दीजिए। मैं सड़क-सड़क चला जाऊंगा; मैं न दाहिनी ओर न बायीं ओर मुड़ूंगा।
गुप्तचरों ने उससे कहा, ‘हमारे प्राण तेरे लिए हाजिर हैं! यदि तू हमारे इस काम का भेद प्रकट नहीं करेगी तो जब प्रभु हमें यह देश देगा तब हम तेरे साथ दयापूर्ण और सच्चाई से व्यवहार करेंगे।’