तूने उनके हृदय को अपने प्रति विश्वासी पाया था, अत: उनसे विधान स्थापित किया, कि तू उनके वंशजों को कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, यबूसी और गिर्गाशी कौमों का देश प्रदान करेगा। प्रभु, तूने अपना यह वचन पूरा किया; क्योंकि तू धर्मी है।
उत्पत्ति 15:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब्राम ने प्रभु पर विश्वास किया, और प्रभु ने अब्राम के इस विश्वास को उनकी धार्मिकता माना। पवित्र बाइबल अब्राम ने परमेश्वर पर विश्वास किया और परमेश्वर ने उसके विश्वास को एक अच्छा काम माना, Hindi Holy Bible उसने यहोवा पर विश्वास किया; और यहोवा ने इस बात को उसके लेखे में धर्म गिना। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने यहोवा पर विश्वास किया; और यहोवा ने इस बात को उसके लेखे में धर्म गिना। नवीन हिंदी बाइबल तब अब्राम ने यहोवा पर विश्वास किया, और यहोवा ने इस बात को उसके लिए धार्मिकता गिना। सरल हिन्दी बाइबल अब्राम ने याहवेह पर विश्वास किया; याहवेह ने इस बात को उसकी धार्मिकता मानी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने यहोवा पर विश्वास किया; और यहोवा ने इस बात को उसके लेखे में धार्मिकता गिना। (रोम. 4:3) |
तूने उनके हृदय को अपने प्रति विश्वासी पाया था, अत: उनसे विधान स्थापित किया, कि तू उनके वंशजों को कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, यबूसी और गिर्गाशी कौमों का देश प्रदान करेगा। प्रभु, तूने अपना यह वचन पूरा किया; क्योंकि तू धर्मी है।
बेखतने रहते समय उन को विश्वास द्वारा जो धार्मिकता प्राप्त हुई थी, उस पर मुहर की तरह खतने का चिह्न लगाया गया। इस प्रकार वह उन सब के भी पिता बने, जो खतना कराये बिना विश्वास करते हैं, जिससे उनका भी विश्वास उनके लिए धार्मिकता माना जाये।
क्या यह धन्यता खतने वाले यहूदियों से ही सम्बन्ध रखती है, या गैर-यहूदी लोगों से भी? देखिए, हम कहते हैं : “अब्राहम का विश्वास उनके लिए धार्मिकता माना गया है।”
इसका अर्थ यह है कि परमेश्वर ने मनुष्यों के अपराध उनके खर्चे में न लिख कर मसीह के द्वारा अपने से संसार का मेल कराया और इस मेल-मिलाप के सन्देश का प्रचार हमें सौंप दिया।
विश्वास के कारण अब्राहम ने परमेश्वर का बुलावा स्वीकार किया कि वह उस देश को जाएं जिसको वह विरासत में प्राप्त करने वाले थे। अब्राहम यह न जानते हुए भी कि वह कहाँ जा रहे हैं, उन्होंने उस देश के लिए प्रस्थान किया।
इस प्रकार धर्मग्रन्थ का यह कथन पूरा हुआ, “अब्राहम ने परमेश्वर में विश्वास किया और इसी से वह धार्मिक माने गये और परमेश्वर के मित्र कहलाये।”