इन घटनाओं के पश्चात् अब्राम ने एक दर्शन देखा। उन्हें प्रभु का यह संदेश मिला, ‘अब्राम, मत डर, मैं तेरी ढाल हूं। तुझे बड़ा पुरस्कार प्राप्त होगा।’
उत्पत्ति 15:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इस पर प्रभु का सन्देश उन्हें मिला, ‘वह तेरा उत्तराधिकारी नहीं होगा, वरन् स्वयं तेरा पुत्र ही तेरा उत्तराधिकारी बनेगा।’ पवित्र बाइबल तब यहोवा ने अब्राम से बातें कीं। परमेश्वर ने कहा, “तुम्हारी चीज़ों को तुम्हारा यह दास नहीं पाएगा। तुमको एक पुत्र होगा और तुम्हारा पुत्र ही तुम्हारी चीज़ें पाएगा।” Hindi Holy Bible तब यहोवा का यह वचन उसके पास पहुंचा, कि यह तेरा वारिस न होगा, तेरा जो निज पुत्र होगा, वही तेरा वारिस होगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब यहोवा का यह वचन उसके पास पहुँचा, “यह तेरा वारिस न होगा, तेरा जो निज पुत्र होगा, वही तेरा वारिस होगा।” नवीन हिंदी बाइबल तब यहोवा का यह वचन उसके पास पहुँचा, “वह तेरा उत्तराधिकारी नहीं होगा; परंतु जो तुझसे उत्पन्न होगा, वही तेरा उत्तराधिकारी होगा।” सरल हिन्दी बाइबल तब अब्राम के पास याहवेह का यह वचन आया, “तुम्हारा वारिस यह दास नहीं, परंतु एक पुत्र जो तुम्हारा ही मांस और खून है, तुम्हारा वारिस होगा.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब यहोवा का यह वचन उसके पास पहुँचा, “यह तेरा वारिस न होगा, तेरा जो निज पुत्र होगा, वही तेरा वारिस होगा।” |
इन घटनाओं के पश्चात् अब्राम ने एक दर्शन देखा। उन्हें प्रभु का यह संदेश मिला, ‘अब्राम, मत डर, मैं तेरी ढाल हूं। तुझे बड़ा पुरस्कार प्राप्त होगा।’
मैं उसको आशिष दूँगा। मैं तुझे उसके माध्यम से एक पुत्र प्रदान करूँगा। मैं उसको आशिष दूँगा और वह राष्ट्रों की माता बनेगी। अनेक राज्यों के राजा उससे जन्म लेंगे’
परमेश्वर ने अब्राहम से कहा, ‘तू बालक और अपनी दासी के कारण बुरा मत मान। जो बातें सारा तुझसे कहती है, उनको सुन। क्योंकि इसहाक द्वारा तेरे वंशजों में तेरा नाम बना रहेगा।
दाऊद ने अबीशय तथा अपने सब दरबारियों से कहा, ‘देखो, मेरे पौरुष का फल, स्वयं मेरा पुत्र मेरा प्राण लेना चाहता है। तब यह बिन्यामिन कुल का व्यक्ति कितना अधिक मेरा प्राण लेने पर तुला हो सकता है। इसे छोड़ दो। अपशब्द कहने दो; क्योंकि प्रभु ने इसे ऐसा करने को कहा है।
जब तेरी आयु पूरी हो जाएगी, और तू अपने मृत पूर्वजों के साथ सो जाएगा, तब मैं तेरे पश्चात् तेरे वंश को, तेरी देह के फल को उत्तराधिकारी नियुक्त करूँगा, और उसके राज्य को सुदृढ़ बनाऊंगा।
प्रभु ने उनकी प्रार्थना सुनी, और अपने दूत को भेजा। दूत ने असीरिया के राजा के शिविर में उसके शक्तिशाली योद्धाओं, सेनापतियों और उच्चाधिकारियों का वध कर दिया। अत: वह पराजय की लज्जा में डूबा हुआ अपने देश को लौट गया। एक दिन जब वह अपने इष्ट देवता के मन्दिर में पूजा कर रहा था, तब उसके पुत्रों ने ही तलवार से उसकी हत्या कर दी।