उन दिनों पृथ्वी पर दानव थे। वे तब भी थे, जब ईश-पुत्रों ने मनुष्य की पुत्रियों से सहवास किया था। उनसे जो पुत्र उत्पन्न हुए, वे प्राचीनकाल के शक्तिशाली और सुप्रसिद्ध वीर थे।
उत्पत्ति 11:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने फिर कहा, ‘आओ, हम अपने लिए एक नगर और ऐसी एक मीनार बनाएँ जिसका शिखर आकाश को स्पर्श करे। इस प्रकार हम नाम कमा लें। ऐसा न हो कि हमें समस्त पृथ्वी पर तितर-बितर होना पड़े।’ पवित्र बाइबल लोगों ने कहा, “हम अपने लिए एक नगर बनाएं और हम एक बहुत ऊँची इमारत बनाएँगे जो आकाश को छुएगी। हम लोग प्रसिद्ध हो जाएँगे। आगर हम लोग ऐसा करेंगे तो पूरी धरती पर बिखरेंगे नहीं, हम लोग एक जगह पर एक साथ रहेंगे।” Hindi Holy Bible फिर उन्होंने कहा, आओ, हम एक नगर और एक गुम्मट बना लें, जिसकी चोटी आकाश से बातें करे, इस प्रकार से हम अपना नाम करें ऐसा न हो कि हम को सारी पृथ्वी पर फैलना पड़े। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर उन्होंने कहा, “आओ, हम एक नगर और एक गुम्मट बना लें, जिसकी चोटी आकाश से बातें करे, इस प्रकार से हम अपना नाम करें, ऐसा न हो कि हम को सारी पृथ्वी पर फैलना पड़े।” नवीन हिंदी बाइबल फिर उन्होंने कहा, “आओ, हम अपने लिए एक नगर और एक गगनचुंबी मीनार बनाएँ, और अपना नाम करें, ऐसा न हो कि हम सारी पृथ्वी पर बिखर जाएँ।” सरल हिन्दी बाइबल और उन्होंने कहा, “आओ, हम अपने लिए एक नगर और मीनार बनाएं; मीनार इतनी ऊंची बनाएं कि आकाश तक जा पहुंचे, ताकि हम प्रसिद्ध हो जाएं. अन्यथा हम सारी पृथ्वी में इधर-उधर हो जायेंगे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर उन्होंने कहा, “आओ, हम एक नगर और एक मीनार बना लें, जिसकी चोटी आकाश से बातें करे, इस प्रकार से हम अपना नाम करें, ऐसा न हो कि हमको सारी पृथ्वी पर फैलना पड़े।” |
उन दिनों पृथ्वी पर दानव थे। वे तब भी थे, जब ईश-पुत्रों ने मनुष्य की पुत्रियों से सहवास किया था। उनसे जो पुत्र उत्पन्न हुए, वे प्राचीनकाल के शक्तिशाली और सुप्रसिद्ध वीर थे।
उसने लवण घाटी में अठारह हजार एदोमी सैनिकों का संहार किया। इस प्रकार दाऊद ने ख्याति अर्जित की।
जलयान आकाश तक ऊंचे उठ जाते, और फिर सागर की गहराइयों में नीचे आ जाते थे; संकट के कारण उनके प्राण पलायन करने लगे थे।
धार्मिक मनुष्य की मृत्यु के बाद भी लोग उसका स्मरण कर, दूसरों को आशीर्वाद देते हैं, पर दुर्जन का नाम शीघ्र मिट जाता है।
चाहे बेबीलोन इतनी उन्नति कर ले कि वह आकाश से बातें करने लगे, चाहे वह आसमान तक अपने गढ़ सुदृढ़ कर ले तो भी मैं उस पर विध्वंसक भेजूंगा’ प्रभु की यही वाणी है।
वह पेड़ बढ़ता ही गया और मजबूत होता गया। वह इतना बढ़ा कि उसका शिखर आकाश को छूने लगा। वह इतना ऊंचा हो गया कि पृथ्वी के छोर से दिखाई देने लगा।
वह वृक्ष आप हैं, महाराज! आप ही बढ़कर शक्तिशाली हो गए हैं। आपकी महानता बढ़कर आकाश को छूने लगी है। आपका राज्य पृथ्वी के छोरों तक पहुंच गया है।
महाराज, मैं आपसे निवेदन करता हूं, आप मेरा यह परामर्श स्वीकार कीजिए: सद् आचरण कर अपने पाप के बन्धनों को तोड़ दीजिए। आप पीड़ितों के प्रति दया कर अधर्म से मुक्त हो जाइए। तब संभव है कि आपकी शांति के ये दिन लम्बे हो जाएं।”
तब मैंने सोचा, “क्या यह बेबीलोन नगर महान नहीं है? मैंने इसको अपनी बड़ी ताकत से बनाया है ताकि यह मेरी राजधानी बने और इसके माध्यम से मेरे वैभव की चहुं ओर प्रशंसा हो।”
तुम लोग एक-दूसरे से सम्मान चाहते हो और उस सम्मान की खोज नहीं करते, जो एकमात्र परमेश्वर से प्राप्त होता है। तब तुम कैसे विश्वास कर सकते हो?
हम कहां जा रहे हैं? स्वयं हमारे भाइयों ने हमारा हृदय निरुत्साह कर दिया है। वे कहते हैं, ‘वहां के लोग हमसे अधिक ऊंचे और अधिक बलवान हैं। उनके नगर विशाल हैं, जिनके गगन-चुम्बी परकोटे हैं। इसके अतिरिक्त हमने वहां दानव के वंशजों को भी देखा है।” ”
प्रभु तुम्हें विभिन्न जातियों में तितर-बितर कर देगा। जहां प्रभु तुम्हें ले जाएगा, उन राष्ट्रों के मध्य तुम अल्प संख्या में रह जाओगे।
‘ओ इस्राएल, सुन! आज तू अपने से अधिक महान और शक्तिशाली रष्ट्रों को निकालने के लिए यर्दन नदी पार करेगा। तू विशाल और गगन-चुम्बी परकोटे वाले नगरों को,