हे परमेश्वर, मुझ में शुद्ध हृदय उत्पन्न कर। तू मेरे भीतर नई और स्थिर आत्मा निर्मित कर।
इब्रानियों 6:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि वे पथभ्रष्ट हो जाते हैं, तो उन्हें पुन: पश्चात्ताप के मार्ग पर ले आना असम्भव है; क्योंकि वे अपनी ओर से परमेश्वर के पुत्र को फिर क्रूस पर आरोपित करते और उनका उपहास कराते हैं। Hindi Holy Bible यदि वे भटक जाएं; तो उन्हें मन फिराव के लिये फिर नया बनाना अन्होना है; क्योंकि वे परमेश्वर के पुत्र को अपने लिये फिर क्रूस पर चढ़ाते हैं और प्रगट में उस पर कलंक लगाते हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यदि वे भटक जाएँ तो उन्हें मन फिराव के लिये फिर नया बनाना अनहोना है; क्योंकि वे परमेश्वर के पुत्र को अपने लिये फिर क्रूस पर चढ़ाते हैं और प्रगट में उस पर कलंक लगाते हैं। नवीन हिंदी बाइबल वे यदि भटक जाएँ तो उनको फिर पश्चात्ताप की ओर लाना असंभव है, क्योंकि वे अपने ही लिए परमेश्वर के पुत्र को फिर से क्रूस पर चढ़ाते हैं और खुलेआम उसका अपमान करते हैं। सरल हिन्दी बाइबल परमेश्वर से दूर हो गए, उन्हें दोबारा पश्चाताप की ओर ले आना असंभव है क्योंकि वे परमेश्वर-पुत्र को अपने लिए दोबारा क्रूस पर चढ़ाने तथा सार्वजनिक रूप से उनका ठट्ठा करने में शामिल हो जाते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यदि वे भटक जाएँ; तो उन्हें मन फिराव के लिये फिर नया बनाना अनहोना है; क्योंकि वे परमेश्वर के पुत्र को अपने लिये फिर क्रूस पर चढ़ाते हैं और प्रगट में उस पर कलंक लगाते हैं। |
हे परमेश्वर, मुझ में शुद्ध हृदय उत्पन्न कर। तू मेरे भीतर नई और स्थिर आत्मा निर्मित कर।
किन्तु विद्रोही और पापी दोनों नष्ट किए जाएंगे; प्रभु को त्यागनेवाले पूर्णत: मिट जाएंगे।
येशु ने उन्हें एकटक देखा और कहा, “मनुष्यों के लिए तो यह असम्भव है; किन्तु परमेश्वर के लिए सब कुछ सम्भव है।”
इस प्रकार तुम अपने पूर्वजों के कर्मों की गवाही देते हो और उन कर्मों से सहमत भी हो, क्योंकि उन्होंने तो उनकी हत्या की और तुम उनके मकबरे बनवाते हो।
और इस आशा से विरोधियों को नम्रता से समझाये कि वे परमेश्वर की दया से पश्चात्ताप करें और सच्चाई पहचानें।
क्योंकि सत्य का ज्ञान प्राप्त करने के बाद भी यदि हम जान-बूझ कर पाप करते रहते हैं, तो पापों के लिए कोई बलि शेष नहीं रह जाती,
तो आप लोग विचार करें कि जो व्यक्ति परमेश्वर के पुत्र का तिरस्कार करता है, विधान के उस रक्त को तुच्छ समझता है जिस के द्वारा वह पवित्र किया गया था, और अनुग्रह के आत्मा का अपमान करता है, तो ऐसा व्यक्ति कितने घोर दण्ड के योग्य समझा जायेगा;
हम अपने विश्वास के प्रवर्तक एवं सिद्धिकर्ता येशु पर दृष्टि रखे रहें, जिन्होंने कलंक की कोई परवाह नहीं की और भविष्य में आनन्द की प्राप्ति के लिए क्रूस का कष्ट सहन किया तथा परमेश्वर के सिंहासन की दाहिनी ओर विराजमान हुए।
हमारे अपने एक महान् महापुरोहित हैं, अर्थात् परमेश्वर-पुत्र येशु जो ऊध्र्वलोक को पार कर चुके हैं। इसलिए हम अपने विश्वास-वचन में सुदृढ़ रहें।
वास्तव में, जिन लोगों को एक बार दिव्य ज्योति मिली है, जो स्वर्गीय वरदान का आस्वादन कर चुके और पवित्र आत्मा के भागीदार बन गये हैं,
ऐसे लोग अपने को प्रदत्त पवित्र आदेशों का ज्ञान प्राप्त कर उन से मुँह फेर लेते हैं। उनके लिए अच्छा यही होता कि उन्हें धर्म-मार्ग का ज्ञान कभी प्राप्त नहीं हुआ होता।
यदि कोई अपने भाई अथवा बहिन को ऐसा पाप करते देखता है जो प्राणघातक न हो, तो वह उसके लिए प्रार्थना करे और परमेश्वर उसका जीवन सुरक्षित रखेगा। यह उन लोगों पर लागू है जिनका पाप प्राणघातक नहीं है; क्योंकि एक पाप ऐसा भी होता है जो प्राणघातक है। उसके विषय में मैं नहीं कहता कि प्रार्थना करनी चाहिए।