इब्रानियों 6:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसने कहा, “मैं तुम पर आशिष बरसाता रहूँगा और तुम्हारे वंशजों को असंख्य बना दूँगा” पवित्र बाइबल कहने लगा, “निश्चय ही मैं तुझे आशीर्वाद दूँगा तथा मैं तुझे अनेक वंशज दूँगा।” Hindi Holy Bible कि मैं सचमुच तुझे बहुत आशीष दूंगा, और तेरी सन्तान को बढ़ाता जाऊंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “मैं सचमुच तुझे बहुत आशीष दूँगा, और तेरी सन्तान को बढ़ाता जाऊँगा।” नवीन हिंदी बाइबल और कहा : मैं निश्चित रूप से तुझे आशिष दूँगा और तुझे बहुत बढ़ाऊँगा। सरल हिन्दी बाइबल “निश्चयतः मैं तुम्हें आशीष दूंगा और तुम्हारे वंश को बढ़ाता जाऊंगा” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “मैं सचमुच तुझे बहुत आशीष दूँगा, और तेरी सन्तान को बढ़ाता जाऊँगा।” (उत्प. 22:17) |
‘प्रभु कहता है : तूने यह कार्य किया है; तूने मेरे लिए अपने पुत्र, अपने एकलौते पुत्र को भी नहीं रख छोड़ा। इसलिए मैं स्वयं अपनी शपथ खाता हूँ कि
मैं निश्चय ही तुझे आशिष दूंगा, और तेरे वंश को आकाश के तारों एवं समुद्र तट के रेत-कणों के सदृश असंख्य बनाऊंगा। तेरे वंशज अपने शत्रुओं के नगर-द्वारों पर अधिकार करेंगे।
“देख, मैं तुझे फलवन्त करूँगा। मैं तुझे असंख्य बनाऊंगा। मैं तुझे अनेक जातियों का समुदाय बनाऊंगा। मैं तेरे पश्चात् तेरे वंश के अधिकार में यह देश सदा-सर्वदा के लिए सौंप दूँगा।”
‘निस्सन्देह तूने अपने वचन के अनुसार आकाश के तारों के सदृश उनके वंश को असंख्य बनाया; और जिस देश के विषय में उनके पूर्वजों से तूने कहा था कि वे उसमें प्रवेश कर उस पर अधिकार करेंगे, तूने उनको उस देश में पहुँचा दिया।
अपने सेवक अब्राहम, इसहाक और इस्राएल को स्मरण कर, जिनसे तूने स्वयं अपनी शपथ खाई थी, और उनसे कहा था, “मैं तुम्हारे वंश को आकाश के तारों के सदृश असंख्य करूँगा। मैं यह समस्त देश, जिसकी प्रतिज्ञा मैंने की थी, तेरे वंश को प्रदान करूँगा। वे उस पर सदा अधिकार रखेंगे।” ’
यदि व्यवस्था के माध्यम से उत्तराधिकार प्राप्त होता, तो प्रतिज्ञा से उसका कोई सम्बन्ध नहीं; किन्तु प्रतिज्ञा द्वारा ही परमेश्वर ने उसे अब्राहम को देने का अनुग्रह किया।
तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने तुम्हें असंख्य बना दिया है। देखो, आज तुम आकाश के तारों के समान असंख्य हो।
देखो, मैंने तुम्हारे सम्मुख यह देश प्रस्तुत किया है। जो देश देने की शपथ, मैं-प्रभु ने तुम्हारे पूर्वज अब्राहम, इसहाक और याकूब से खाई थी कि मैं उन्हें तथा उनके पश्चात् उनके वंशजों को वह देश दूंगा, उसमें जाओ और उस पर अधिकार करो।”
आप बुराई के बदले बुराई न करें और गाली के बदले गाली नहीं, बल्कि आशीर्वाद दें। ऐसा ही करने के लिए आप बुलाये गये हैं, जिससे आप विरासत के रूप में आशीर्वाद प्राप्त कर सकें;