वह नगर के रहने वालों को भी ले गया, और उन्हें आरों, लोहे की गैतियों और कुल्हाड़ियों तथा ईंट के भट्ठों के काम पर नियुक्त किया। उसने ऐसा ही व्यवहार अम्मोनी जाति के अन्य नगरों के साथ भी किया। तत्पश्चात् दाऊद तथा समस्त सेना यरूशलेम लौट गई।
इब्रानियों 11:37 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) कुछ लोग पत्थरों से मारे गये, कुछ आरे से चीर दिये गये और कुछ तलवार से मौत के घाट उतारे गये। कुछ लोग दरिद्रता, अत्याचार और उत्पीड़न के शिकार बन कर भेड़ों और बकरियों की खाल ओढ़े, इधर-उधर भटकते रहे। पवित्र बाइबल कुछ पर पथराव किया गया। उन्हें आरे से चीर कर दो फाँक कर दिया गया, उन्हें तलवार से मौत के घाट उतार दिया गया। वे ग़रीब थे, उन्हें यातनाएँ दी गई और उनके साथ बुरा व्यवहार किया गया। वे भेड़-बकरियों की खालें ओढ़े इधर-उधर भटकते रहे। Hindi Holy Bible पत्थरवाह किए गए; आरे से चीरे गए; उन की परीक्षा की गई; तलवार से मारे गए; वे कंगाली में और क्लेश में और दुख भोगते हुए भेड़ों और बकिरयों की खालें ओढ़े हुए, इधर उधर मारे मारे फिरे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पथराव किए गए; आरे से चीरे गए; उनकी परीक्षा की गई; तलवार से मारे गए; वे कंगाली में, और क्लेश में, और दु:ख भोगते हुए भेड़ों और बकरियों की खालें ओढ़े हुए, इधर–उधर मारे मारे फिरे; नवीन हिंदी बाइबल उन पर पथराव किया गया, उन्हें आरे से दो टुकड़ों में चीरा गया, उन्हें तलवार से मार डाला गया; वे घटी, कष्टों और दुर्व्यवहार को सहते हुए भेड़ और बकरियों की खाल पहने इधर-उधर भटकते रहे, सरल हिन्दी बाइबल उनका पथराव किया गया, उन्हें चीर डाला गया, लालच दिया गया, तलवार से उनका वध किया गया, भेड़ों व बकरियों की खाल में मढ़ दिया गया, वे अभाव की स्थिति में थे, उन्हें यातनाएं दी गईं तथा उनसे दुर्व्यवहार किया गया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पथराव किए गए; आरे से चीरे गए; उनकी परीक्षा की गई; तलवार से मारे गए; वे कंगाली में और क्लेश में और दुःख भोगते हुए भेड़ों और बकरियों की खालें ओढ़े हुए, इधर-उधर मारे-मारे फिरे। |
वह नगर के रहने वालों को भी ले गया, और उन्हें आरों, लोहे की गैतियों और कुल्हाड़ियों तथा ईंट के भट्ठों के काम पर नियुक्त किया। उसने ऐसा ही व्यवहार अम्मोनी जाति के अन्य नगरों के साथ भी किया। तत्पश्चात् दाऊद तथा समस्त सेना यरूशलेम लौट गई।
स्वामी, क्या किसी ने आपको यह बात नहीं बताई? जब रानी ईजेबेल प्रभु के नबियों की हत्या कर रही थी, तब मैंने प्रभु के सौ नबियों को बचाया था। मैंने उन्हें गुफाओं में बारी-बारी से पचास-पचास की संख्या में छिपाकर रखा था। मैंने उनके लिए भोजन और जल की व्यवस्था की थी।
एक बार रानी ईजेबेल प्रभु के नबियों का वध कर रही थी। तब ओबद्याह सौ नबियों को लेकर भाग गया था। उसने गुफाओं में बारी-बारी से पचास-पचास नबियों को छिपाकर रखा और वहाँ नबियों के लिए भोजन और जल की व्यवस्था की।
जो कार्य एलियाह ने किया था, उसकी सूचना राजा अहाब ने ईजेबेल को दी। उसने बताया कि एलियाह ने बअल देवता के सब नबियों को तलवार से मौत के घाट उतार दिया।
एलियाह ने उत्तर दिया, ‘स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु परमेश्वर, मैं तेरे लिए धर्मोत्साह से भरा हूं। इस्राएल प्रदेश की जनता ने तेरे विधान को भुला दिया। तेरी वेदियों को तोड़ दिया। तेरे नबियों को तलवार से मौत के घाट उतार दिया। मैं, केवल मैं बचा हूं! लोग मेरे प्राण की भी खोज में है।’
जब एलियाह ने इस स्वर को सुना, तब उन्होंने अपनी चादर से मुख को ढक दिया। वह गुफा से बाहर निकले, और उसके द्वार पर खड़े हो गए। उनको एक आवाज़ सुनाई दी। आवाज ने पूछा, ‘एलियाह, तू यहाँ क्या कर रहा है?’
एलियाह ने उत्तर दिया, ‘स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु परमेश्वर, मैं तेरे लिए धर्मोत्साह से भरा हूं। इस्राएली जनता ने तेरे विधान को भुला दिया। तेरी वेदियों को तोड़ दिया। तेरे नबियों को तलवार से मौत के घाट उतार दिया। मैं, केवल मैं, बचा हूं। लोग मेरे प्राण की भी खोज में है।’
अत: एलियाह ने वहाँ से प्रस्थान किया। उन्हें एलीशा बेन-शाफट मिला। वह हल जोत रहा था। उसके आगे बारह जोड़ी बैल हल में जुते हुए थे। वह स्वयं बैल की बारहवीं जोड़ी के साथ था। एलियाह उसके पास से गुजरे। उन्होंने अपनी चादर उसके ऊपर फेंक दी।
उसके सम्मुख दो गुण्डों को बैठाना। ये नाबोत के विरुद्ध गवाही देंगे, और यह कहेंगे, “तुमने परमेश्वर और राजा को अपशब्द कहे थे।” तब आप नाबोत को नगर से बाहर निकालना, उसको पत्थरों से मारना और उसका वध कर देना।’
उन्होंने राजा को उत्तर दिया, ‘वह रोएंदार वस्त्र पहिने हुए था। उसकी कमर में चमड़े का पटुका बन्धा था।’ राजा ने कहा, ‘निस्सन्देह, वह तिश्बे नगर का एलियाह था।’
उन्होंने एलियाह की चादर उठा ली, जो उनके ऊपर से नीचे गिर गई थी। वह यर्दन नदी की ओर लौटे, और उसके तट पर खड़े हो गए।
तब एलियाह ने अपनी चादर ली। उन्होंने चादर को ऐंठा और यर्दन नदी के जल पर प्रहार किया। तब जल इधर और उधर दो भागों में बंट गया। वे सूखी भूमि से होकर उस पार जाने लगे।
वह नगर के रहनेवालों को भी ले गया, और उन्हें आरों, लोहे की गैंतियों और कुल्हाड़ियों के काम पर नियुक्त किया। उसने ऐसा ही व्यवहार अम्मोनी राज्य के अन्य नगरों के साथ भी किया। तत्पश्चात् दाऊद तथा समस्त सेना यरूशलेम नगर को लौट गई।
किन्तु उन लोगों ने जकर्याह के विरुद्ध षड्यन्त्र रचा, और राजा के आदेश से उसको प्रभु-भवन के आंगन में पत्थर मार-मार कर मार डाला।
‘मैंने व्यर्थ ही तुम्हारे बच्चों को मारा, वे मेरी ताड़ना से सुधरे नहीं; तुमने अपनी तलवार से अपने नबियों को चीर-फाड़ डाला, जैसे गरजता हुआ सिंह अपने शिकार को फाड़ता है!
वे ऊरीयाह को मिस्र देश से पकड़ कर लाए, और उसको राजा यहोयाकीम के सामने पेश किया। राजा यहोयाकीम ने अपनी तलवार से उसका सिर धड़ से अलग कर दिया, और शव को जन-साधारण के कब्रिस्तान में फेंक दिया।
उस दिन सब नबी नबूवत करने पर अपने-अपने दर्शन के लिए लज्जित होंगे। नबी धोखा देने के लिए कम्बल का वस्त्र नहीं पहिनेगा।
जैसे भट्ठी में चांदी शुद्ध की जाती है, वैसे ही मैं इस एक तिहाई आबादी को आग में झोंक कर उसे शुद्ध करूंगा। जैसे सोना परखा जाता है वैसे ही मैं उनको परखूंगा। वे मेरे नाम की दुहाई देंगे, और मैं उनको उत्तर दूंगा। मैं यह कहूंगा, “ये मेरे निज लोग हैं” , और वे यह कहेंगे, “प्रभु ही हमारा परमेश्वर है।” ’
किन्तु किसानों ने उसके सेवकों को पकड़ कर उन में से किसी को मारा-पीटा, किसी की हत्या कर दी और किसी को पत्थरों से मार डाला।
योहन ऊंट के रोओं का वस्त्र पहने और कमर में चमड़े का पट्टा बाँधे रहते थे। उनका भोजन टिड्डियाँ और वन का मधु था।
येशु ने उससे कहा, “लोमड़ियों के लिए माँदें हैं और आकाश के पक्षियों के लिए घोंसले, परन्तु मानव पुत्र के लिए सिर रखने को भी कहीं स्थान नहीं है।”
“ओ यरूशलेम! यरूशलेम नगरी! तू नबियों की हत्या करती और अपने पास भेजे हुए संदेश-वाहकों को पत्थरों से मार डालती है। मैंने कितनी बार चाहा कि तेरी सन्तान को एकत्र कर लूँ, जैसे मुर्गी अपने बच्चों को अपने पंखों के नीचे एकत्र कर लेती है, परन्तु तूने मुझे यह करने नहीं दिया।
किन्तु अन्ताकिया तथा इकोनियुम से कुछ यहूदी आ पहुंचे। उन्होंने जनता को अपने पक्ष में मिला लिया। उन्होंने पौलुस को पत्थरों से मारा और मृत समझ कर उन्हें नगर के बाहर घसीट कर ले गये।
आपके पूर्वजों ने किस नबी पर अत्याचार नहीं किया? उन्होंने उन लोगों का वध किया, जिन्होंने पहले से ही धर्मात्मा के आगमन की घोषणा की थी। आप लोगों को स्वर्गदूतों के माध्यम से व्यवस्था प्राप्त हुई, किन्तु आपने उसका पालन नहीं किया और अब आप उस धर्मात्मा के पकड़वाने वाले तथा हत्यारे बन गये हैं।”
मैं मसीह के कारण अपनी दुर्बलताओं पर, अपमानों, कष्टों, अत्याचारों और संकटों पर गर्व करता हूँ; क्योंकि मैं जब दुर्बल हूँ, तभी बलवान हूँ।
उन्होंने पाप का अल्पस्थायी सुख भोगने की अपेक्षा परमेश्वर की प्रजा के साथ अत्याचार सहना अधिक उचित समझा।
आप बन्दियों की इस तरह सुध लेते रहें, मानो आप उनके साथ बन्दी हों और जिन पर अत्याचार किया जाता है, उनको भी स्मरण करें; क्योंकि आप पर भी अत्याचार किया जा सकता है।
मैं अपने दो सािक्षयों को आदेश दूँगा कि वे उन बारह सौ साठ दिनों तक टाट ओढ़े नबूवत करते रहें।”