उसने मनुष्य को निकाल दिया। उसने जीवन के वृक्ष की ओर जाने वाले मार्ग की रखवाली करने के लिए अदन के उद्यान की पूर्व दिशा में करूबों को तथा चारों ओर घूमने वाली ज्वालामय तलवार को नियुक्त किया।
इब्रानियों 1:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब कि वह स्वर्गदूतों के विषय में यह कहता है, “वह अपने दूतों को पवन बनाता है और अपने सेवकों को धधकती आग।” पवित्र बाइबल स्वर्गदूतों के विषय में बताते हुए वह कहता है: “उसने अपने सब स्वर्गदूत को पवन बनाया और अपने सेवकों को आग की लपट बनाया।” Hindi Holy Bible और स्वर्गदूतों के विषय में यह कहता है, कि वह अपने दूतों को पवन, और अपने सेवकों को धधकती आग बनाता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और स्वर्गदूतों के विषय में यह कहता है, “वह अपने दूतों को पवन, और अपने सेवकों को धधकती आग बनाता है।” नवीन हिंदी बाइबल स्वर्गदूतों के विषय में वह कहता है : वह अपने स्वर्गदूतों को पवन और अपने सेवकों को अग्नि-ज्वाला बना देता है। सरल हिन्दी बाइबल स्वर्गदूतों के विषय में उनका कहना है: “वह अपने स्वर्गदूतों को हवा में और अपने सेवकों को आग की लपटों में बदल देते हैं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और स्वर्गदूतों के विषय में यह कहता है, “वह अपने दूतों को पवन, और अपने सेवकों को धधकती आग बनाता है।” (भज. 104:4) |
उसने मनुष्य को निकाल दिया। उसने जीवन के वृक्ष की ओर जाने वाले मार्ग की रखवाली करने के लिए अदन के उद्यान की पूर्व दिशा में करूबों को तथा चारों ओर घूमने वाली ज्वालामय तलवार को नियुक्त किया।
मीकायाह ने आगे कहा, ‘अब प्रभु का वचन सुनिए। मैंने प्रभु को सिंहासन पर विराजमान देखा। उसके समीप स्वर्ग की समस्त सेना उसकी दाहिनी और बाईं ओर खड़ी थी।
वे चलते-चलते बातें कर रहे थे। सहसा एक अग्निमय रथ और अग्निमय अश्वों ने उन्हें अलग कर दिया। एलियाह बवण्डर पर सवार होकर स्वर्ग को जाने लगे।
तब एलीशा ने यह प्रार्थना की, ‘हे प्रभु, इस युवक की आंखों को खोल दे, और यह देखने लगे।’ अत: प्रभु ने एलीशा के सेवक की आंखें खोल दीं और उसने देखा कि एलीशा के चारों ओर अग्निमय अश्व और रथ हैं जिनसे पहाड़ भर गया है।
उसके ऊपर की ओर साराप स्वर्गदूत खड़े थे। प्रत्येक दूत के छ: पंख थे। वे दो पंखों से अपना मुंह ढके थे। उन्होंने दो पंखों से अपने पैर को ढांप लिया था; और शेष दो पंखों से वे उड़ रहे थे।
उसके सामने से अग्नि-ज्वाला निकल रही थी, उसके सम्मुख लपटें निकल रही थीं। हजारों-हजार सेवक उसकी परिचर्या कर रहे थे; और लाखों-लाख लोग उसके सम्मुख हाथ-जोड़े खड़े थे। न्याय करने के लिए दरबार लगा था; और संविधान के ग्रंथ खुले थे।
दूत ने मुझे उत्तर दिया, ‘ये आकाश के चार पवन हैं। ये समस्त पृथ्वी के स्वामी के सम्मुख उपस्थित रहते हैं और इस समय वहाँ से निकल रहे हैं।
क्या सब स्वर्गदूत परिचारक नहीं हैं जो उन लोगों की सेवा के लिए भेजे जाते हैं, जो मुक्ति के उत्तराधिकारी होंगे?