तब इस्राएल प्रदेश की जनता दो दलों में विभक्त हो गई। एक दल ने तिबनी बेन-गीनत का अनुसरण किया। यह दल तिबनी को राजा बनाना चाहता था। दूसरे दल ने ओम्री का अनुसरण किया।
इफिसियों 4:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) और शान्ति के सूत्र में बंध कर उस एकता को, जिसे पवित्र आत्मा प्रदान करता है, बनाये रखने का प्रयत्न करते रहें। पवित्र बाइबल वह शांति, जो तुम्हें आपस में बाँधती है, उससे उत्पन्न आत्मा की एकता को बनाये रखने के लिये हर प्रकार का यत्न करते रहो। Hindi Holy Bible और मेल के बन्ध में आत्मा की एकता रखने का यत्न करो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और मेल के बन्धन में आत्मा की एकता रखने का यत्न करो। नवीन हिंदी बाइबल और मेल के बंधन में आत्मा की एकता बनाए रखने का पूरा प्रयत्न करो। सरल हिन्दी बाइबल शांति के बंधन में पवित्र आत्मा की एकता को यथाशक्ति संरक्षित बनाए रखो. एक ही शरीर है, एक ही आत्मा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और मेल के बन्धन में आत्मा की एकता रखने का यत्न करो। |
तब इस्राएल प्रदेश की जनता दो दलों में विभक्त हो गई। एक दल ने तिबनी बेन-गीनत का अनुसरण किया। यह दल तिबनी को राजा बनाना चाहता था। दूसरे दल ने ओम्री का अनुसरण किया।
उसके मध्य में सिर डालने के लिए एक छेद रखना। उस छेद के चारों ओर बख्तर के छेद के सदृश बुनी हुई किनारी होनी चाहिए जिससे वह फट न सके।
प्रहार करनेवाला अकेले व्यक्ति पर प्रबल हो सकता है, परन्तु दो व्यक्ति उसका सामना कर सकते हैं। जो रस्सी तीन तागों से बटी होती है, वह जल्दी नहीं टूटती।
“मैं तुम्हें एक नयी आज्ञा देता हूँ : तुम एक-दूसरे से प्रेम करो। जिस प्रकार मैंने तुम से प्रेम किया, उसी प्रकार तुम भी एक-दूसरे से प्रेम करो।
भाइयो और बहिनो! हमारे प्रभु येशु मसीह के नाम पर मैं आप लोगों से यह अनुरोध करता हूँ-आप लोग एकमत हो कर दलबन्दी से दूर रहें। आप एक-दूसरे से मेल-मिलाप करें और हृदय तथा मन से पूर्ण रूप से एक हो जायें।
भाइयो और बहिनो, अब विदा! सब-कुछ सुव्यवस्थित कीजिए। मेरे अनुरोध पर ध्यान दीजिए। एक मत रहिए, और शांति बनाए रखिए। तब प्रेम तथा शान्ति का परमेश्वर आप के साथ होगा।
जब तक हम सब विश्वास तथा परमेश्वर के पुत्र के ज्ञान में एक नहीं हो जायें और मसीह की परिपूर्णता के अनुसार परिपक्वता की मात्रा में पूर्ण मनुष्यत्व प्राप्त न कर लें।
आप प्रेमपूर्वक उनका अत्यधिक सम्मान करें, क्योंकि वे आपके लिए परिश्रम करते हैं। आपस में मेल रखें।
सब के साथ शान्ति बनायें रखें और पवित्रता की साधना करें। इसके बिना कोई व्यक्ति प्रभु के दर्शन नहीं कर पायेगा।