जब आप का भला होगा तब मुझे स्मरण करना। मैं विनती करता हूँ, मुझ पर करुणा कर फरओ से मेरा उल्लेख करना, और मुझे इस कारागार से बाहर निकलवा लेना;
इफिसियों 1:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं आप लोगों के कारण परमेश्वर को निरन्तर धन्यवाद देता और अपनी प्रार्थनाओं में आप लोगों का स्मरण करता रहता हूँ। पवित्र बाइबल मैं तुम्हारे लिए परमेश्वर का धन्यवाद निरन्तर कर रहा हूँ। अपनी प्रार्थनाओं में मैं तुम्हारा उल्लेख किया करता हूँ। Hindi Holy Bible तुम्हारे लिये धन्यवाद करना नहीं छोड़ता, और अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हें स्मरण किया करता हूं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तुम्हारे लिये धन्यवाद करना नहीं छोड़ता, और अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हें स्मरण किया करता हूँ नवीन हिंदी बाइबल तुम्हारे लिए निरंतर धन्यवाद करता हूँ और अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हें स्मरण करता हूँ सरल हिन्दी बाइबल अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हें याद करते हुए परमेश्वर को धन्यवाद देना नहीं छोड़ता. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तुम्हारे लिये परमेश्वर का धन्यवाद करना नहीं छोड़ता, और अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हें स्मरण किया करता हूँ। |
जब आप का भला होगा तब मुझे स्मरण करना। मैं विनती करता हूँ, मुझ पर करुणा कर फरओ से मेरा उल्लेख करना, और मुझे इस कारागार से बाहर निकलवा लेना;
ओ यरूशलेम, मैंने तेरी शहरपनाह पर पहरेदारों को बैठा दिया। वे दिन भर और रात भर कभी चुप न रहेंगे। ओ प्रभु को स्मरण करनेवालो, तुम चैन से न बैठो,
हम ने येशु मसीह में आप लोगों के विश्वास और सभी सन्तों के प्रति आपके प्रेम के विषय में सुना है। इसलिए हम आप लोगों के लिए प्रार्थना करते समय परमेश्वर को- अपने प्रभु येशु मसीह के पिता को- निरन्तर धन्यवाद देते हैं।
जिस दिन से हमने यह सुना, हम निरन्तर आप लोगो के लिए प्रार्थना करते रहे हैं। हम परमेश्वर से यह निवेदन करते हैं कि वह आप को समस्त प्रज्ञ तथा आध्यात्मिक अन्तर्दृष्टि प्रदान करें, जिससे आप उसकी इच्छा पूर्ण रूप से समझ सकें।
जब-जब हम आप लोगों को अपनी प्रार्थनाओं में याद करते हैं, तो हम हमेशा आप सब के लिए परमेश्वर को धन्यवाद देते हैं। आपका सक्रिय विश्वास, प्रेम से प्रेरित आपका परिश्रम तथा येशु मसीह पर आपका अटल भरोसा-यह सब हम अपने पिता-परमेश्वर के सामने निरन्तर स्मरण करते हैं।
भाइयो और बहिनो! आप लोगों के विषय में परमेश्वर को निरन्तर धन्यवाद देना हमारा उचित कर्त्तव्य है; क्योंकि आपका विश्वास बहुत अच्छी तरह फल-फूल रहा है और आप-सब का एक दूसरे के प्रति प्रेम बढ़ रहा है।
जहाँ तक मेरा प्रश्न है : प्रभु ऐसा न करे कि मैं तुम्हारे लिए प्रार्थना करना छोड़ दूँ, और इस प्रकार प्रभु के प्रति पाप करूँ! मैं तुम्हें सच्चे और सीधे मार्ग की शिक्षा देता रहूँगा।
उन्होंने शमूएल से कहा, ‘आप हमारे लिए हमारे प्रभु परमेश्वर की दुहाई देना बन्द मत कीजिए, जिससे वह हमें पलिश्तियों के हाथ से बचाए।’