भाइयों ने यूसुफ से कहा, ‘क्या तू हम पर शासन करेगा? क्या तू निश्चय ही हम पर राज्य करेगा?’ अतएव वे यूसुफ के स्वप्न और उसकी बातों के कारण उससे अत्यधिक घृणा करने लगे।
आमोस 7:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) बेत-एल की वेदी के पुरोहित अमस्याह ने राजा यारोबआम के पास यह सन्देश भेजा, ‘आमोस आपके विरुद्ध इस्राएल प्रदेश के लोगों में षड्यन्त्र रच रहा है। अब देश उसके शब्दों को और अधिक नहीं सह सकता। पवित्र बाइबल बेतेल के याजक अमस्याह ने इस्राएल के राजा यारोबाम को यह सन्देश भेजा: “आमोस तुम्हारे विरूद्ध षड़यन्त्र रच रहा है। वह इस्राएल के लोगों को तुम्हारे विरूद्ध युद्ध के लिये भड़का रहा है। वह इतना अधिक कह रहा है कि उसके शब्द पूरे देश में भी समा नहीं सकते। Hindi Holy Bible तब बेतेल के याजक अमस्याह ने इस्राएल के राजा यारोबाम के पास कहला भेजा, कि, आमोस ने इस्राएल के घराने के बीच में तुझ से राजद्रोह की गोष्ठी की है; उसके सारे वचनों को देश नहीं सह सकता। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब बेतेल के याजक अमस्याह ने इस्राएल के राजा यारोबाम के पास कहला भेजा, “आमोस ने इस्राएल के घराने के बीच में तुझ से राजद्रोह की गोष्ठी की है; उसके सारे वचनों को देश नहीं सह सकता। सरल हिन्दी बाइबल तब बेथेल के पुरोहित अमाज़्याह ने इस्राएल के राजा यरोबोअम के पास यह संदेश भेजा: “आमोस इस्राएल के वंश के बीच में तुम्हारे विरुद्ध एक षड़्यंत्र कर रहा है. इस देश के लिए उसकी बातें असहनीय है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब बेतेल के याजक अमस्याह ने इस्राएल के राजा यारोबाम के पास कहला भेजा, “आमोस ने इस्राएल के घराने के बीच में तुझ से राजद्रोह की गोष्ठी की है; उसके सारे वचनों को देश नहीं सह सकता। |
भाइयों ने यूसुफ से कहा, ‘क्या तू हम पर शासन करेगा? क्या तू निश्चय ही हम पर राज्य करेगा?’ अतएव वे यूसुफ के स्वप्न और उसकी बातों के कारण उससे अत्यधिक घृणा करने लगे।
इस घटना के पश्चात् भी यारोबआम अपने बुरे मार्ग से नहीं लौटा। उसने सामान्य लोगों के मध्य से व्यक्तियों को चुना, और उनको पहाड़ी शिखर की वेदियों के पुरोहित नियुक्त कर दिया। जो व्यक्ति पुरोहित-कार्य के लिए स्वयं को प्रस्तुत करता था, वह उसको पहाड़ी शिखर की वेदी का पुरोहित नियुक्त कर देता था।
जब अहाब ने एलियाह को देखा तब वह एलियाह से बोला, ‘ओ इस्राएल प्रदेश का संकट उत्पन्न करनेवाले एलियाह, तुम्हीं हो न?’
यहूदा प्रदेश की जनता और यरूशलेम के निवासियों ने आपस में कहा, ‘आओ, हम यिर्मयाह के विरुद्ध षड्यन्त्र रचें; क्योंकि यिर्मयाह के न रहने से पुरोहितों की व्यवस्था समाप्त नहीं हो जाएगी, और न बुद्धिमान आचार्यों के बुद्धिमत्तापूर्ण परामर्श, और न ही नबियों की नबूवत। आओ हम झूठे आरोप में यिर्मयाह को पकड़ें और मार डालें। अच्छा हो कि हम उसकी बात पर ध्यान न दें।’
जब उच्चाधिकारियों ने प्रभु के वचन सुने तो वे भय से पीले पड़ गए। उन्होंने डर कर एक-दूसरे को देखा। वे बारूक से बोले, ‘हम निश्चय ही महाराज को ये बातें बताएंगे।’
उच्चाधिकारियों ने राजा से कहा, ‘इस आदमी को अवश्य मार डालना चाहिए; क्योंकि यह नगर में बचे हुए सैनिकों का मनोबल घटा रहा है। वह अपनी इन बातों से नगरवासियों की हिम्मत तोड़ रहा है। इस आदमी को अपने लोगों के हित की चिंता नहीं है, बल्कि यह उनका अनिष्ट खोज रहा है।’
आमोस तकोअ गांव का एक चरवाहा था। भूकम्प के दो वर्ष पूर्व उसने इस्राएली राष्ट्र के सम्बन्ध में दर्शन देखा। उन दिनों में यहूदा प्रदेश का राजा ऊज्जियाह और इस्राएल प्रदेश का राजा यारोबआम बेन-योआश था। आमोस के ये शब्द हैं :
जिस दिन मैं इस्राएली कौम को उसके अपराधों के लिए दण्ड दूंगा, उस दिन मैं बेतएल की वेदियों को भी दण्ड दूंगा, मैं वेदियों के कंगूरों को तोड़कर जमीन पर फेंक दूंगा।
जो व्यक्ति कचहरी में सच्चाई से न्याय करता है, उससे तुम घृणा करते हो; और जो सच बोलता है, उससे नफरत।
पर तुम बेत-एल की वेदी को मत खोजो, और न गिलगाल की वेदी को जाओ, और न सीमा के पार बएर-शेबा को जाओ। क्योंकि गिलगाल का निष्कासन होगा, और बेत-एल खण्डहर बनेगा।’
आमोस यों कहता है: “यारोबआम तलवार से मृत्यु के घाट उतारा जाएगा। इस्राएली निस्सन्देह अपने देश से निष्कासित होंगे।” ’
येशु मन्दिर में लौटे। जब वह लोगों को शिक्षा दे रहे थे, तब महापुरोहित और समाज के धर्मवृद्ध उनके पास आ कर बोले, “आप किस अधिकार से ये कार्य कर रहे हैं? किसने आप को यह अधिकार दिया है?”
वे यह कहते हुए येशु पर अभियोग लगाने लगे, “हम ने इस मनुष्य को हमारी जाति को पथभ्रष्ट करते, सम्राट को कर देने से लोगों को मना करते और अपने आप को मसीह एवं राजा कहते सुना है।”
हमारा अनुभव है कि यह मनुष्य संक्रामक रोग के सदृश है। यह दुनिया भर के सब यहूदियों में आंदोलन करता-फिरता है और नासरी कुपंथ का मुखिया है।
“क्या हमने तुम लोगों को कड़ा आदेश नहीं दिया था कि इस नाम से शिक्षा मत देना; परन्तु तुम लोगों ने सारा यरूशलेम अपनी शिक्षा से भर दिया है और उस मनुष्य की हत्या का दोष हमारे सिर पर मढ़ना चाहते हो?”