तब यहोआश बेन-अहोआहाज ने हजाएल के पुत्र बेन-हदद के हाथ से उन नगरों को पुन: प्राप्त कर लिया, जो हजाएल ने उसके पिता यहोआहाज से युद्ध में छीन लिए थे। यहोआश ने बेन-हदद को युद्ध में तीन बार पराजित किया, और उससे इस्राएल प्रदेश के नगर पुन: प्राप्त किए।
आमोस 6:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तुम व्यर्थ ही प्रसन्न हो रहे हो, और अहंकार में डूबे हुए यह कह रहे हो, ‘हमने अपने बल से करनईम नगर जीता है।’ पवित्र बाइबल तुम लो—देवर में प्रसन्न हो, तुम कहते हो, “हमने करनैम को अपनी शक्ति से जीता है।” Hindi Holy Bible तुम ऐसी वस्तु के कारण आनन्द करते हो जो व्यर्थ है; और कहते हो, क्या हम अपने ही यत्न से सामर्थी नहीं हो गए? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तुम ऐसी वस्तु के कारण आनन्द करते हो जो व्यर्थ है; और कहते हो, “क्या हम अपने ही यत्न से सामर्थी नहीं हो गए?” सरल हिन्दी बाइबल तुम जो लो-देबार को अपने अधीन कर लेने में आनंदित हो और कहते हो, “क्या करनायिम को हमने अपने ही बल से नहीं ले लिया?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तुम ऐसी वस्तु के कारण आनन्द करते हो जो व्यर्थ है; और कहते हो, “क्या हम अपने ही यत्न से सामर्थी नहीं हो गए?” |
तब यहोआश बेन-अहोआहाज ने हजाएल के पुत्र बेन-हदद के हाथ से उन नगरों को पुन: प्राप्त कर लिया, जो हजाएल ने उसके पिता यहोआहाज से युद्ध में छीन लिए थे। यहोआश ने बेन-हदद को युद्ध में तीन बार पराजित किया, और उससे इस्राएल प्रदेश के नगर पुन: प्राप्त किए।
यारोबआम बेन-यहोआश ने इस्राएली राज्य की सीमा, हमात घाटी की सीमा से मृत सागर तक, पुन: स्थापित कर ली। यह इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर के वचन के अनुसार सम्पन्न हुआ। प्रभु ने गत-हेफेर नगर के अपने सेवक नबी योना बेन-अमित्तय के मुख से ऐसा ही कहा था।
यदि मैंने अपनी विशाल धन-सम्पत्ति के कारण आनन्द मनाया होता, या इस कारण कि बहुत-सा धन मेरे हाथ लग गया है,
‘यदि मैं अपने बैरी के विनाश से आनन्दित होता, अथवा जब उस पर विपत्ति आती, और मैं उसकी हंसी उड़ाता, तो मैं शापित होऊं!
उसका विश्वास तन्तु मात्र होता है; जिस पर वह भरोसा करता है, वह मकड़ी के जाल की तरह कमजोर होता है।
वह अपने घर को आधार समझता है; पर उसका घर भी ढह जाता है! वह उसको दृढ़ता से बांधता है, पर घर टिक नहीं पाता!
प्रभु और उसके अभिषिक्त राजा के विरोध में, संसार के राजाओं ने संकल्प किया है, शासकों ने एक साथ मन्त्रणा की है।
मैं अंहकारियों से यह कहता हूँ, “अहंकार मत करो,” और दुर्जनों से, “घमण्ड से अपने सींग मत उठाओ,
ओ जवान, अपनी जवानी भर आनन्द मना, अपनी जवानी के दिनों में अपना हृदय आनन्द से भर ले। जिस मार्ग पर तेरा दिल तुझे ले जाए, जो मार्ग तेरी आंखों में उचित लगे, उस पर चल। किन्तु यह बात जान ले, तेरे सब कामों के विषय में स्पष्टीकरण के लिए परमेश्वर तुझे कटघरे में खड़ा करेगा।
उस समय यहूदा प्रदेश का राजा आहाज था। उसके पिता का नाम योताम और दादा का नाम ऊज्जियाह था। उसके राज्य-काल में सीरिया देश के राजा रसीन तथा इस्राएल प्रदेश के राजा पेकह बेन-रमल्याह ने राजा आहाज की राजधानी यरूशलेम पर चढ़ाई कर दी। पर वे युद्ध न जीत सके।
तू उससे यह कहना, “सावधान! शान्त रह। मत डर। सीरिया का राजा रसीन और उस की सेना तथा राजा बेन-रमल्याह धुंधवाती लकड़ियाँ हैं। उनके भयंकर क्रोध से तू हताश मत हो।
‘मुझ-प्रभु को, शिलोह जल-स्रोत को, मंद-मंद बहनेवाले जल को, इस राष्ट्र ने त्याग दिया है; और यह राजा रसीन और राजा बेन-रमल्याह से प्रसन्न है।
‘मेरी मीरास को लूटनेवालो! अभी तुम आनन्द मना रहे हो, तुम हर्षित हो रहे हो। घास पर बछिया के समान कूद-फांद रहे हो, जवान घोड़ों की तरह हिनहिना रहे हो।
प्रभु यों कहता है, ‘बुद्धिमान मनुष्य अपनी बुद्धि पर गर्व न करे, और न बलवान अपने बल पर। धनवान मनुष्य अपने धन का घमण्ड न करे।
तू उनसे यह कहना, स्वामी-प्रभु यों कहता है : “ओ मिस्र देश के राजा फरओ, ओ नील नदी की जलधाराओं में शयन करनेवाले महा जलचर! तू कहता है कि नील नदी तेरी है और तूने उसको बनाया है। सुन, मैं तेरे विरुद्ध हूं।
सम्पूर्ण मिस्र-देश उजाड़ और निर्जन हो जाएगा। तब मिस्र निवासियों को ज्ञात होगा कि मैं ही प्रभु हूं। “ओ फरओ, तूने यह कहा है कि नील नदी तेरी है, और तूने उसको बनाया है।
महाराज, मैं आपसे निवेदन करता हूं, आप मेरा यह परामर्श स्वीकार कीजिए: सद् आचरण कर अपने पाप के बन्धनों को तोड़ दीजिए। आप पीड़ितों के प्रति दया कर अधर्म से मुक्त हो जाइए। तब संभव है कि आपकी शांति के ये दिन लम्बे हो जाएं।”
तब मैंने सोचा, “क्या यह बेबीलोन नगर महान नहीं है? मैंने इसको अपनी बड़ी ताकत से बनाया है ताकि यह मेरी राजधानी बने और इसके माध्यम से मेरे वैभव की चहुं ओर प्रशंसा हो।”
प्रभु परमेश्वर ने योना के सिर के ऊपर अंडी का एक पेड़ उगाया कि वह योना के सिर पर छाया करे और उसे आराम दे सके। योना इस पेड़ को देख कर बहुत प्रसन्न हुआ।
‘यद्यपि तूने अपने कार्यों से मेरे प्रति विद्रोह किया, तथापि तुझे उस दिन लज्जित नहीं होना पड़ेगा; क्योंकि मैं तेरे मध्य से अहंकारियों को, शेखी मारनेवालों को दूर कर दूंगा। उसके बाद तू मेरे पवित्र पर्वत पर अपना अहंकार नहीं दिखाएगी।
जो दूत मुझसे बात कर रहा था, उससे मैंने पूछा, ‘ये क्या हैं?’ उसने मुझे उत्तर दिया, ‘इन्हीं सींगों ने यहूदा, तथा इस्राएल प्रदेश के निवासियों को और यरूशलेम के नागरिकों को तितर-बितर किया है।’
मैं तुम से सच-सच कहता हूँ : तुम रोओगे और विलाप करोगे, परन्तु संसार आनन्द मनाएगा। तुम शोक करोगे, किन्तु तुम्हारा शोक आनन्द में बदल जाएगा।
पृथ्वी के निवासी इनके कारण उल्लसित हो कर आनन्द मनायेंगे और एक दूसरे को उपहार देंगे, क्योंकि ये दो नबी पृथ्वी के निवासियों को सताया करते थे।
वे खेतों में गए। उन्होंने अंगूर के उद्यानों के अंगूर तोड़े, उन्हें रौंद कर उनका रस निकाला और उत्सव मनाया। वे अपने देवता के मन्दिर में गए। उन्होंने वहाँ खाया-पीया, और अबीमेलक की निन्दा की।
जब प्रभु की विधान-मंजूषा पड़ाव में पहुँची तब इस्राएलियों ने इतने जोर से महा जयघोष किया कि पृथ्वी गूंज उठी।