ओ इस्राएल! मैं तुझे जानता था कि तू जिद्दी है, तेरी गर्दन लोहे की तरह कठोर है; तेरा माथा पीतल का बना है।
आमोस 6:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्या घोड़े चट्टानों पर दौड़ते हैं? क्या बैलों से समुद्र पर हल चलाया जाता है? परन्तु तुमने न्याय-व्यवस्था को जहर, और धर्म को चिरायता-सा कड़ुवा बना दिया है। पवित्र बाइबल क्या घोड़े शिलाखंड़ो पर दौड़ते हैं नहीं! क्या लोग समुद्र को बैलों से जोत सकते हैं नहीं। तो भी तुम हर चीज को उलट—पलट देते हो। तुम अच्छाई और न्याय को जहर में बदल देते हो। Hindi Holy Bible क्या घोड़े चट्टान पर दौड़ें? क्या कोई ऐसे स्थान में बैलों से जोतें जहां तुम लोगों ने न्याय को विष से, और धर्म के फल को कड़वे फल से बदल डाला है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्या घोड़े चट्टान पर दौड़ें? क्या कोई ऐसे स्थान में बैलों से जोते जहाँ तुम लोगों ने न्याय को विष में, और धर्म के फल को कड़वे फल में बदल डाला है? सरल हिन्दी बाइबल क्या घोड़े करारदार चट्टानों पर दौड़ते हैं? क्या कोई बैलों से समुद्र में हल चलाता है? पर तुमने न्याय को विष में और धर्मीपन के फल को कड़वाहट में बदल दिया है— इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्या घोड़े चट्टान पर दौड़ें? क्या कोई ऐसे स्थान में बैलों से जोते जहाँ तुम लोगों ने न्याय को विष से, और धार्मिकता के फल को कड़वे फल में बदल डाला है? |
ओ इस्राएल! मैं तुझे जानता था कि तू जिद्दी है, तेरी गर्दन लोहे की तरह कठोर है; तेरा माथा पीतल का बना है।
‘हे प्रभु, क्या तू सच्चाई को नहीं देखता? देख, तूने उनको मारा, किन्तु उन्हें पीड़ा का अनुभव ही नहीं हुआ! तूने उनका संहार किया, फिर भी उन्होंने इससे पाठ नहीं सीखा! उन्होंने अपना हृदय चट्टान से अधिक कठोर बना लिया, उन्होंने पश्चात्ताप करने से इन्कार कर दिया।’
तुमने अधर्म का बीज बोया था; अत: तुमने अन्याय की फसल काटी और झूठ का फल खाया। तुमने अपने रथों पर भरोसा किया। तुम्हें अभिमान है कि तुम्हारे पास हजारों-हजार महायोद्धा हैं।
वे सिर्फ बातें बनाते हैं; वे झूठी शपथ खाकर झूठा समझौता करते हैं। जैसे जुते हुए खेतों में धतूरे के पौधे फूलते हैं, वैसे ही न्याय-दण्ड अंकुरित होगा!
मैं उसके मध्य से शासक को मिटा दूंगा; शासक के साथ उच्चाधिकारियों का भी वध कर दूंगा।’ प्रभु ने यह कहा है।
प्रभु का यह कथन है: ‘वे सद्आचरण करना जानते ही नहीं। उन्होंने अपने गढ़ों में केवल हिंसा और लूट एकत्र की है।’
तुम न्याय को चिरायते-सा कड़ुवा बनानेवाले लोग हो। तुम धर्म को मिट्टी में मिलाने वाले लोग हो!
उनके हाथ में दुष्कर्म हैं, वे कुकर्म करने में निपुण हैं। शासक और न्यायाधीश घूस मांगते हैं। बड़े लोग मनमानी करते हैं। यों ये सब मिलकर कुचक्र रचते हैं।
धार्मिकता शान्ति के क्षेत्र में बोयी जाती है और शान्ति स्थापित करने वाले उसका फल प्राप्त करते हैं।