दाऊद को यह समाचार मिला : ‘षड्यन्त्रकारियों में अहीतोफल भी है।’ दाऊद ने कहा, ‘हे प्रभु, अहीतोफल की सम्मति को मूर्खतापूर्ण सम्मति में बदल दे।’
अय्यूब 5:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह चालाक को उसकी चालाकी के जाल में फंसाता है, कुटिल लोगों की योजानाएँ शीघ्र असफल हो जाती हैं। पवित्र बाइबल परमेश्वर चतुर को उसी की चतुराई भरी योजना में पकड़ता है। इसलिए उनके चतुराई भरी योजनाएं सफल नहीं होती। Hindi Holy Bible वह बुद्धिमानों को उनकी धूर्त्तता ही में फंसाता है; और कुटिल लोगों की युक्ति दूर की जाती है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह बुद्धिमानों को उनकी धूर्तता ही में फँसाता है; और कुटिल लोगों की युक्ति दूर की जाती है। सरल हिन्दी बाइबल वह बुद्धिमानों को उन्हीं की युक्ति में उलझा देते हैं तथा धूर्त का परामर्श तत्काल विफल हो जाता है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह बुद्धिमानों को उनकी धूर्तता ही में फँसाता है; और कुटिल लोगों की युक्ति दूर की जाती है। (1 कुरि. 3:19,20) |
दाऊद को यह समाचार मिला : ‘षड्यन्त्रकारियों में अहीतोफल भी है।’ दाऊद ने कहा, ‘हे प्रभु, अहीतोफल की सम्मति को मूर्खतापूर्ण सम्मति में बदल दे।’
परन्तु यदि तुम यरूशलेम नगर लौट जाओ, और अबशालोम से यह कहो, “महाराज, मैं आपका सेवक बनना चाहता हूँ। जैसे मैं पहले आपके पिता का सेवक था वैसे अब मैं आपका सेवक बनना चाहता हूँ” , तो तुम मेरे लिए अहीतोफल की सम्मति निष्फल कर दोगे।
जब अहीतोफल ने यह देखा कि उसकी सलाह के अनुसार कार्य नहीं किया गया, तब उसने अपने गधे पर काठी कसी और अपने घर, अपने नगर को चला गया। वहाँ उसने अपने घर की व्यवस्था की। उसके बाद उसने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। उसको उसके पिता की कबर में गाड़ा गया।
सम्राट ने आदेश दिया, ‘इसको उस सलीब पर लटका दो।’ अत: जो सलीब हामान ने मोरदकय के लिए बनवाई थी, उसी पर उसको लटका दिया गया। तब सम्राट का क्रोध शान्त हुआ।
पर जब एस्तर सम्राट क्षयर्ष के सम्मुख प्रस्तुत हुई तब सम्राट ने यह लिखित राजाज्ञा प्रसारित की : “जो अनिष्टकारी षड्यन्त्र हामान ने यहूदियों के विरुद्ध रचा है, उसका प्रतिफल स्वयं हामान के सिर पर पड़े। हामान और उसके पुत्र फांसी-स्तम्भों पर लटका दिए जाएं” ।’
तुम्हारी अधार्मिकता ही तुम्हें विवश करती है। और तुम इस प्रकार की बातें करते हो; तुमने धूर्त की जबान चुनी है!
अत: मनुष्य उसके प्रति भयभाव रखते हैं; पर जो मनुष्य स्वयं को अपनी दृष्टि में बुद्धिमान मानते हैं, वह उन पर दृष्टि भी नहीं करता!’
प्रभु की दृष्टि में कुटिल व्यक्ति घृणित है, किन्तु निष्कपट व्यक्ति उसका विश्वासपात्र है।
मिस्र-निवासियों का उत्साह ठण्डा पड़ जाएगा : मैं उनकी योजनाओं को निरर्थक कर दूंगा। तब वे मार्गदर्शन के लिए अपनी देव-मूर्तियों, झाड़-फूंक करनेवालों, प्रेतसाधकों और टोनहों के पास जाएंगे।
मैं मिथ्याविचारकों के शकुन-विचार व्यर्थ कर देता हूं; भविष्य बतानेवालों को मूर्ख सिद्ध करता हूं; बुद्धिमान कहलानेवालों की मूर्खता प्रकट करता हूं, उनके ज्ञान को अज्ञान सिद्ध कर देता हूं।
यहूदा प्रदेश की जनता और यरूशलेम के निवासियों ने आपस में कहा, ‘आओ, हम यिर्मयाह के विरुद्ध षड्यन्त्र रचें; क्योंकि यिर्मयाह के न रहने से पुरोहितों की व्यवस्था समाप्त नहीं हो जाएगी, और न बुद्धिमान आचार्यों के बुद्धिमत्तापूर्ण परामर्श, और न ही नबियों की नबूवत। आओ हम झूठे आरोप में यिर्मयाह को पकड़ें और मार डालें। अच्छा हो कि हम उसकी बात पर ध्यान न दें।’
एदोम राष्ट्र के सम्बन्द्ध में स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने यह कहा : ‘क्या तेमान नगर में बुद्धि का अकाल पड़ गया है? क्या समझदार व्यक्तियों की सलाह निष्फल हो गई? क्या उनकी बुद्धि को पाला मार गया?
‘तुम यह कैसे कह सकते हो कि तुम बुद्धिमान हो, और मेरी व्यवस्था तुम्हारे साथ है? किन्तु देखो, शास्त्रियों ने उसका क्या किया? अपनी झूठी कलम से उसको भी झूठ बना दिया।
बुद्धिमान लोग अपमानित होंगे; वे विस्मित होंगे, और अपने ही जाल में फंस जाएंगे। उन्होंने भी प्रभु के वचन को अस्वीकार कर दिया, तो क्या उनमें बुद्धि रहेगी?
प्रभु यों कहता है, ‘ओ यिर्मयाह, यह कह: युद्ध में मरनेवालों की लाशें ऐसी पड़ी रहेंगी जैसे खेत में खाद का ढेर लगा रहता है, जैसे फसल काटनेवाले के पीछे पूले पड़े रहते हैं! उन लाशों को उठानेवाला नहीं मिलेगा।’
जब गदही ने प्रभु के दूत को देखा, तब वह दीवार से सट गई और उसने बिल्आम का पैर दीवार से दबा दिया। अत: उसने उसको फिर मारा।
क्योंकि इस संसार का ज्ञान परमेश्वर की दृष्टि में ‘मूर्खता’ है। धर्मग्रन्थ में यह लिखा है, “वह ज्ञानियों को उनकी चतुराई में ही फंसाता है”