परमेश्वर ने प्रकाश को ‘दिन’ तथा अन्धकार को ‘रात’ नाम दिया। सन्ध्या हुई, फिर सबेरा हुआ। इस प्रकार पहला दिन बीत गया।
अय्यूब 38:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘क्या तूने कभी अपने जीवन-काल में भोर को आदेश दिया, और उषा को उसका स्थान बताया है, पवित्र बाइबल “अय्यूब, क्या तूने कभी अपनी जीवन में भोर को आज्ञा दी है उग आने और दिन को आरम्भ करने की? Hindi Holy Bible क्या तू ने जीवन भर में कभी भोर को आज्ञा दी, और पौ को उसका स्थान जताया है, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “क्या तू ने अपने जीवन में कभी भोर को आज्ञा दी, और पौ को उसका स्थान जताया है, सरल हिन्दी बाइबल “क्या तुमने अपने जीवन में प्रभात को यह आदेश दिया है, कि वह उपयुक्त क्षण पर ही अरुणोदय किया करे, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “क्या तूने जीवन भर में कभी भोर को आज्ञा दी, और पौ को उसका स्थान जताया है, |
परमेश्वर ने प्रकाश को ‘दिन’ तथा अन्धकार को ‘रात’ नाम दिया। सन्ध्या हुई, फिर सबेरा हुआ। इस प्रकार पहला दिन बीत गया।
‘क्या तुम ही इस पृथ्वी पर सर्वप्रथम पैदा हुए हो? क्या तुम्हारा जन्म इन पहाड़ियों से पहले हुआ है?
‘ये लोग रात के अन्धेरे में घरों में सेंध लगाते हैं; पर वे दिन में छिपे रहते हैं। ये ज्योति को नहीं जानते!
और समुद्र को यह आदेश दिया था, “तू यहाँ तक आ सकेगा, इससे आगे नहीं! तेरी उमड़नेवाली लहरें यहाँ ठहर जाएंगी।”
क्यों? तू तो यह सब जानता ही होगा; क्योंकि उस समय तेरा जन्म हो चुका था! तेरी आयु तो करोड़ों वर्ष की है न?
‘जब मैंने पृथ्वी की नींव डाली थी तब तू कहाँ था? यदि तू स्वयं को समझदार समझता है तो तू मेरे इस प्रश्न का उत्तर दे।
हम तो कल के लोग हैं, हमें कुछ भी अनुभव नहीं है। पृथ्वी पर हमारी उम्र छाया के समान ढलती है।
जो कृत्तिका और मृगशीर्ष नक्षत्रों को बनानेवाला है; जो मृत्यु की छाया को सबेरे के प्रकाश में बदलता है; जो दिन को रात के अंधकार में ढालता है; जो सागरों के जल को भाप में बदलकर भूमि की सतह पर वर्षा के रूप में उण्डेलता है, उसका नाम प्रभु है।
इस घटना द्वारा नबियों की वाणी हमारे लिए और भी विश्वसनीय सिद्ध हुई। इस पर ध्यान देने में आप लोगों का कल्याण है, क्योंकि जब तक पौ नहीं फटती और आपके हृदय में प्रभात का तारा उदित नहीं होता, तब तक नबियों की वाणी अंधेरे में चमकते हुए दीपक के सदृश है।