यहां बहुत लोग हैं। इस समय भारी वर्षा हो रही है। हम बाहर खुले में खड़े नहीं रह सकते। फिर यह काम एक या दो दिन का नहीं है; क्योंकि हमने इस मामले में बड़ा गंभीर अपराध किया है।
अय्यूब 37:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह हिम से कहता है, “पृथ्वी पर बरसो।” इसी प्रकार वह वर्षा और फुहार को भी पृथ्वी पर बरसने का आदेश देता है। पवित्र बाइबल परमेश्वर हिम से कहता है, ‘तुम धरती पर गिरो’ और परमेश्वर वर्षा से कहता है, ‘तुम धरती पर जोर से बरसो।’ Hindi Holy Bible वह तो हिम से कहता है, पृथ्वी पर गिर, और इसी प्रकार मेंह को भी और मूसलाधार वर्षा को भी ऐसी ही आज्ञा देता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह तो हिम से कहता है, पृथ्वी पर गिर, और इसी प्रकार मेंह को भी और मूसलाधार वर्षा को भी ऐसी ही आज्ञा देता है। सरल हिन्दी बाइबल परमेश्वर हिम को आदेश देते हैं, ‘अब पृथ्वी पर बरस पड़ो,’ तथा मूसलाधार वृष्टि को, ‘प्रचंड रखना धारा को.’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह तो हिम से कहता है, पृथ्वी पर गिर, और इसी प्रकार मेंह को भी और मूसलाधार वर्षा को भी ऐसी ही आज्ञा देता है। |
यहां बहुत लोग हैं। इस समय भारी वर्षा हो रही है। हम बाहर खुले में खड़े नहीं रह सकते। फिर यह काम एक या दो दिन का नहीं है; क्योंकि हमने इस मामले में बड़ा गंभीर अपराध किया है।
अत: यहूदा और बिन्यामिन कुलों के सब पुरुष तीन दिन की अवधि में यरूशलेम में एकत्र हो गए। यह नौवां महीना और महीने की बीसवीं तारीख थी। सब लोग परमेश्वर के भवन के सामने चौक में बैठे हुए थे। घनघोर वर्षा हो रही थी। प्रस्तुत मामले के डर के कारण तथा मूसलाधार वर्षा के कारण सब कांप रहे थे।
‘क्या तू कभी हिम के भण्डर-गृहों में गया है? क्या तूने कभी ओलों के भण्डारों को देखा है,
जब एक गरीब मनुष्य दूसरे गरीब मनुष्य पर अत्याचार करता है, तब उसका यह कार्य मानो घनघोर वर्षा से फसल का सर्वनाश होना है।
‘ओ मानव, लीपा-पोती करनेवाले झूठे नबियों से कह कि दीवार ढह जाएगी; क्योंकि शीघ्र ही मूसलाधार वर्षा होगी। बड़े-बड़े ओले गिरेंगे और प्रचण्ड आंधी बहेगी।
इसलिए स्वामी-प्रभु यों कहता है : मैं क्रोध से प्रचण्ड आंधी बहाऊंगा। मेरे प्रकोप के कारण मूसलाधार वर्षा होगी। मैं गुस्से में बड़े-बड़े ओले गिराऊंगा, और उसको नष्ट कर दूंगा।
प्रभु ने स्वर्ग में अपने उपरले कक्ष बनाए हैं, उसने आकाशमण्डल को पृथ्वी पर खड़ा किया है। वह सागर के जल को भाप के रूप में बुलाता है, और फिर वर्षा के रूप में उसको पृथ्वी की सतह पर उण्डेल देता है। उसका नाम प्रभु है।