यदि मैं पाप करूं तो तू उस पर ध्यान देगा; मेरे अधर्म करने पर तू मुझे निर्दोष न ठहराएगा।
अय्यूब 33:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तुम यह कहते हो; “मैं पवित्र हूं, निरापराध हूं; मैं शुद्ध हूं, मुझमें अधर्म नहीं है। पवित्र बाइबल तूने कहा था, कि मैं अय्यूब, दोषी नहीं हूँ, मैंने पाप नहीं किया, अथवा मैं कुछ भी अनुचित नहीं करता हूँ, मैं अपराधी नहीं हूँ। Hindi Holy Bible मैं तो पवित्र और निरपराध और निष्कलंक हूँ; और मुझ में अर्ध्म नहीं है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) ‘मैं तो पवित्र और निरपराध और निष्कलंक हूँ; और मुझ में अधर्म नहीं है। सरल हिन्दी बाइबल ‘मैं निष्कलंक हूं, अत्याचार रहित हूं; मैं निर्दोष हूं तथा मुझमें कोई दोष नहीं है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 ‘मैं तो पवित्र और निरपराध और निष्कलंक हूँ; और मुझ में अधर्म नहीं है। |
यदि मैं पाप करूं तो तू उस पर ध्यान देगा; मेरे अधर्म करने पर तू मुझे निर्दोष न ठहराएगा।
तुम यह कहते हो : “मेरा धर्म-सिद्धान्त पवित्र है; मैं परमेश्वर की दृष्टि में शुद्ध हूं।”
देखो, मैंने अपने मुकदमे की पूरी तैयारी कर ली है; मुझे निश्चय है कि मैं निर्दोष सिद्ध हो जाऊंगा।
निष्कपट हृदय के लोग यह देखकर चकित होते हैं; निर्दोष व्यक्ति अधर्मी के विरुद्ध भड़क उठते हैं।
फिर भी धार्मिक मनुष्य अपने मार्ग पर डटा रहता है; निर्दोष आचरण वाला मनुष्य दिन-प्रतिदिन बलवान होता जाता है।
किन्तु वह मेरा मार्ग भली-भांति जानता है; जब वह मुझे परख लेगा तब मैं कंचन जैसा शुद्ध प्रामाणित हूँगा।
मैंने धर्म का वस्त्र पहना था, और वह मुझे ढके रहा, न्याय से परिपूर्ण मेरा आचरण मेरी पोशाक और पगड़ी था!
अय्यूब के तीनों मित्रों ने यह देखा कि अय्यूब अपनी दृष्टि में धार्मिक है; अत: अन्होंने उससे तर्क-वितर्क करना छोड़ दिया, और वे चुप हो गए।
‘निस्सन्देह, तुमने मेरी उपस्थिति में अपने मित्रों के सम्मुख अपना पक्ष प्रस्तुत किया है; मैंने तुम्हारी बातें सुनी हैं।
क्योंकि अय्यूब ने यह कहा है; “मैं धार्मिक हूं, परमेश्वर ने मुझे दु:ख देकर मेरे साथ अन्याय किया है।
मेरी धार्मिकता के बावजूद मुझे झूठा समझा गया, मैं निरापराध हूं। परमेश्वर के इस अन्याय से मुझे बड़ी चोट लगी है, जो कभी नहीं भरेगी।”
‘क्या तुम इस बात को न्यायसंगत समझते हो? क्या तुम यह दावा करते हो कि तुम परमेश्वर से अधिक धार्मिक हो?
क्या यह तेरा धर्म नहीं है कि तू मेरे अपराध को क्षमा करे, मेरे अधर्म को दूर करे? मैं शीघ्र ही कबर में सो जाऊंगा; तू मुझे ढूंढ़ेगा, पर मैं तुझे नहीं मिलूंगा!’
क्योंकि वह तूफान से मेरी गर्दन तोड़ता है; अकारण ही मुझ पर प्रहार के बाद प्रहार करता चला जा रहा है।
यद्यपि मैं हर दृष्टि से सिद्ध हूं, तो भी मुझे अपनी परवाह नहीं, मैं अपने जीवन से घृणा करता हूं।
जब महामारी अचानक फैलती है, और निर्दोष मनुष्य भी मर जाते हैं, तब वह निरपराधियों की इस विपत्ति पर हँसता है!
तो मुझे अपने दु:ख की याद आती है, और मैं उसके कारण भयभीत हो जाता हूं; क्योंकि मैं जानता हूं, हे परमेश्वर तू मुझे निर्दोष नहीं मानेगा।
तू कहती है, “मैं निर्दोष हूं; निश्चय ही प्रभु का क्रोध मुझ पर से हट जाएगा।” पर नहीं, क्योंकि तूने कहा कि तूने पाप नहीं किया, इसलिए मैं तुझे न्याय के कटघरे में खड़ा करूँगा।