अय्यूब 30:25 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘क्या मैं उस व्यक्ति के लिए नहीं रोया जिस पर दुर्दिन आए थे? क्या मेरा प्राण गरीबों के लिए दु:खी नहीं हुआ था? पवित्र बाइबल हे परमेश्वर, तू तो यह जानता है कि मैं उनके लिये रोया जो संकट में पड़े हैं। तू तो यह जानता है कि मेरा मन गरीब लोगों के लिये बहुत दु:खी रहता था। Hindi Holy Bible क्या मैं उसके लिये रोता नहीं था, जिसके दुदिर्न आते थे? और क्या दरिद्र जन के कारण मैं प्राण में दुखित न होता था? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्या मैं उसके लिये रोता नहीं था, जिसके दुर्दिन आते थे? क्या दरिद्र जन के कारण मैं प्राण में दु:खित न होता था? सरल हिन्दी बाइबल क्या संकट में पड़े व्यक्ति के लिए मैंने आंसू नहीं बहाया? क्या दरिद्र व्यक्ति के लिए मुझे वेदना न हुई थी? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्या मैं उसके लिये रोता नहीं था, जिसके दुर्दिन आते थे? और क्या दरिद्र जन के कारण मैं प्राण में दुःखित न होता था? |
क्योंकि मैं दुहाई देने वाले गरीब को बचाता था, मैं अनाथ बच्चे को छुड़ाता था, जिसकी मदद करनेवाला कोई न था।
मैं गरीबों के लिए उनका पिता था; मैं अपरिचितों के मुकदमे की भी जांच- पड़ताल करता और उनकी सहायता करता था।
सच तो यह है कि मेरे तम्बू में रहनेवाला प्रत्येक व्यक्ति यह कहता है : “कौन है वह मनुष्य जो अय्यूब के घर का भोजन खाकर तृप्त नहीं हुआ?”
प्रभु, रक्षा कर, क्योंकि धर्मपरायण व्यक्ति अब नहीं रहे। मनुष्यों के मध्य से सब विश्वासी लोग लुप्त हो गए।
जो मनुष्य अपने पड़ोसी से घृणा करता है, वह पापी है; पर गरीबों पर दया करनेवाला व्यक्ति धन्य है।
जो मनुष्य गरीब पर अत्याचार करता है, वह उसके सृजक का अपमान करता है; किन्तु दीन-दरिद्र पर दया करनेवाला उसके रचयिता का आदर करता है।
जो मनुष्य गरीब का मजाक उड़ाता है, वह उसके सृजक परमेश्वर का उपहास करता है; जो मनुष्य दूसरे के दु:ख पर हंसता है, उसको परमेश्वर निस्सन्देह दण्ड देगा।
जो गरीब को दान करता है वह मानो प्रभु को उधार देता है; प्रभु उसको इस कार्य का प्रतिफल देगा।
जो धनवान अपना धन ब्याज और मुनाफाखोरी से बढ़ाता है, उसे अपना धन उस मनुष्य के लिए छोड़ना पड़ता है जो गरीबों पर दया करता है।
किन्तु यदि तुम मेरी बात नहीं सुनोगे, तो मैं तुम्हारे घमण्ड के कारण एकांत स्थान में आंसू बहाऊंगा, मेरी आंखें बुरी तरह रोएंगी, उनसे आंसुओं की नदी बहेगी; क्योंकि प्रभु का रेवड़ बन्दी बना लिया जाएगा।
क्या भलाई का बदला बुराई है? फिर भी उन्होंने मेरा प्राण लेने के लिए गड्ढा खोदा है। प्रभु, स्मरण कर कि मैं उनकी भलाई के लिए तेरे सम्मुख खड़ा होकर तुझ से विनती करता था कि तेरा क्रोध उनसे दूर हो जाए।
महाराज, मैं आपसे निवेदन करता हूं, आप मेरा यह परामर्श स्वीकार कीजिए: सद् आचरण कर अपने पाप के बन्धनों को तोड़ दीजिए। आप पीड़ितों के प्रति दया कर अधर्म से मुक्त हो जाइए। तब संभव है कि आपकी शांति के ये दिन लम्बे हो जाएं।”
धर्मग्रन्थ में लिखा है, “उसने उदारतापूर्वक दरिद्रों को दान दिया है; उसकी धार्मिकता सदा बनी रहती है।”