जब यूसुफ के स्वामी ने अपनी पत्नी के ये शब्द सुने, ‘आपके सेवक ने मुझसे ऐसा व्यवहार किया’, तब उसका क्रोध भड़क उठा।
अय्यूब 29:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं गरीबों के लिए उनका पिता था; मैं अपरिचितों के मुकदमे की भी जांच- पड़ताल करता और उनकी सहायता करता था। पवित्र बाइबल दीन लोगों के लिये मैं पिता के तुल्य था, मैं पक्ष लिया करता था ऐसे अनजानों का जो विपत्ति में पड़े थे। Hindi Holy Bible दरिद्र लोगों का मैं पिता ठहरता था, और जो मेरी पहिचान का न था उसके मुक़द्दमे का हाल मैं पूछताछ कर के जान लेता था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) दरिद्र लोगों का मैं पिता ठहरता था, और जो मेरी पहिचान का न था उसके मुक़द्दमे का हाल मैं पूछताछ करके जान लेता था। सरल हिन्दी बाइबल दरिद्रों के लिए मैं पिता हो गया; मैंने अपरिचितों के न्याय के लिए जांच पड़ताल की थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 दरिद्र लोगों का मैं पिता ठहरता था, और जो मेरी पहचान का न था उसके मुकद्दमे का हाल मैं पूछताछ करके जान लेता था। |
जब यूसुफ के स्वामी ने अपनी पत्नी के ये शब्द सुने, ‘आपके सेवक ने मुझसे ऐसा व्यवहार किया’, तब उसका क्रोध भड़क उठा।
राजा दाऊद ने स्त्री से कहा, ‘तुम अपने घर जाओ। मैं स्वयं तुम्हारे मामले के सम्बन्ध में आदेश दूँगा।’
उसने अपने चाचा अबीहइल की बेटी हदस्सा अर्थात् एस्तर को पाला-पोसा था; क्योंकि वह अनाथ थी; न उसकी माँ थी और न पिता। जब उसके माता-पिता का देहान्त हो गया तब मोरदकय ने उसको गोद लेकर अपनी पुत्री बना लिया। वह देखने में सुन्दर थी। उसका अंग-अंग सांचे में ढला था।
‘क्या मैं उस व्यक्ति के लिए नहीं रोया जिस पर दुर्दिन आए थे? क्या मेरा प्राण गरीबों के लिए दु:खी नहीं हुआ था?
(क्योंकि बचपन से ही मैंने उसका लालन- पालन पिता के समान किया है, मां के गर्भ से ही मैं उसका मार्ग-दर्शन करता रहा हूं।)
सच तो यह है कि मेरे तम्बू में रहनेवाला प्रत्येक व्यक्ति यह कहता है : “कौन है वह मनुष्य जो अय्यूब के घर का भोजन खाकर तृप्त नहीं हुआ?”
मेरे कारण विदेशी को सड़क पर रात गुजारनी नहीं पड़ती थी, मैं राहगीर के लिए अपना द्वार सदा खुला रखता था।
परमेश्वर अपने पवित्र निवास स्थान में है; वह अनाथ बच्चे का पिता, और विधवाओं का रक्षक है।
वे हर समय लोगों का न्याय करते थे। वे कठिन मुकद्दमा मूसा के पास लाते, किन्तु छोटे मुकद्दमे का न्याय स्वयं करते थे।
यह परमेश्वर की महिमा है कि रहस्य, रहस्य बना रहे; पर राजा की महिमा तब होती है, जब वह रहस्यों से परदा उठाता है।
और उसको तेरे पद पर प्रतिष्ठित करूंगा : तेरी राजसी पोशाक पहनाऊंगा, उसकी कमर में तेरा राजसी कमरबन्द बांधूंगा, और उसके हाथ में तेरी सत्ता सौपूंगा। तब वह राजधानी यरूशलेम के निवासियों का, यहूदा प्रदेश का पिता के समान प्रशासक होगा।
तो तू पूछताछ करना, जांच-पड़ताल करना और सावधानी से प्रश्न करना। यदि यह बात सच और पक्की हो कि तेरे मध्य में ऐसा घृणित कार्य किया गया है,
पिता परमेश्वर की दृष्टि में शुद्ध और निर्मल धर्म यह है : विपत्ति में पड़े हुए अनाथों और विधवाओं की सहायता करना और अपने को संसार के दूषण से बचाये रखना।