अय्यूब 25:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘परमेश्वर ही प्रभुता करता, और सृष्टि में अपने प्रति भक्ति उत्पन्न करता है। वह अपने सर्वोच्च स्वर्ग में शान्ति का स्थापक है। पवित्र बाइबल “परमेश्वर शासक है और हर व्यक्ति को चाहिये की परमेश्वर से डरे और उसका मान करे। परमेश्वर अपने स्वर्ग के राज्य में शांति रखता है। Hindi Holy Bible प्रभुता करना और डराना यह उसी का काम है; वह अपने ऊंचे ऊंचे स्थानों में शान्ति रखता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “प्रभुता करना और भय मनवाना यह उसी का काम है; वह अपने ऊँचे ऊँचे स्थानों में शान्ति रखता है। सरल हिन्दी बाइबल “प्रभुत्व एवं अतिशय सम्मान के अधिकारी परमेश्वर ही हैं; वही सर्वोच्च स्वर्ग में व्यवस्था की स्थापना करते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “प्रभुता करना और डराना यह उसी का काम है; वह अपने ऊँचे-ऊँचे स्थानों में शान्ति रखता है। |
यदि मैं अपने इस समझौते को भंग करूं तो स्वर्ग में विराजमान परमेश्वर मुझे मेरे हिस्से में क्या देगा; सर्वशक्तिमान परमेश्वर मीरास में मुझे क्या प्रदान करेगा?
‘देखो, परमेश्वर शक्तिशाली है, और वह किसी को तुच्छ नहीं समझता; उसमें समझने की शक्ति अपार है।
सर्वशक्तिमान परमेश्वर को कौन पा सकता है? वह अत्यन्त सामर्थी और न्यायप्रिय है। वह पूर्ण धार्मिक है, वह अत्याचार नहीं कर सकता।
परमेश्वर से यह कहो, “तेरे कार्य कितने भयप्रद हैं। तेरे असीम बल के कारण तेरे शत्रु तेरे सन्मुख घुटने टेकते हैं।
तूने स्वर्ग से न्याय-निर्णय सुनाया; जब परमेश्वर, तू न्याय के निमित्त, पृथ्वी के समस्त पीड़ितों को बचाने के लिए उठा, पृथ्वी भयभीत हुई और शान्त हो गई। सेलाह
सर्वोच्च और महान परमेश्वर, जिसका नाम पवित्र है, जो अनन्तकाल तक जीवित है, यह कहता है : ‘मैं उच्च और पवित्र स्थान में निवास करता हूं, पर मैं उसके साथ भी विद्यमान रहता हूं जिसकी आत्मा विदीर्ण और विनम्र है। मैं उस विनम्र व्यक्ति की आत्मा को संजीव करता हूं, और उसके विदीर्ण हृदय को पुनर्जीवित।
प्रभु यह कहता है : ‘जो समीप है, और जो दूर है, दोनों का कल्याण हो, उन्हें शान्ति प्राप्त हो। मैं उन्हें स्वस्थ करूंगा।
और हमें परीक्षा में न डाल, बल्कि बुराई से हमें बचा। [क्योंकि राज्य, सामर्थ्य और महिमा सदा तेरे हैं। आमेन।]
मसीह ने क्रूस पर जो रक्त बहाया, उसके द्वारा परमेश्वर ने शान्ति की स्थापना की। यही परमेश्वर का शुभ संकल्प था कि वह मसीह के द्वारा सब कुछ का, चाहे वह पृथ्वी पर हो या स्वर्ग में, अपने से मेल कराये।
जो हमें हमारे प्रभु येशु मसीह द्वारा मुक्ति प्रदान करता है, उसी एकमात्र परमेश्वर को अनादि काल से, अभी और युग-युगान्तर तक महिमा, प्रताप, सामर्थ्य और अधिकार प्राप्त हो! आमेन!
और वे पहाड़ों और चट्टानों से बोल उठे : “हम पर गिर पड़ो और सिंहासन पर विराजमान की दृष्टि से और मेमने के क्रोध से हमें छिपा लो।”