अय्यूब 25:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) शूही वंश के बिलदद ने कहा : पवित्र बाइबल फिर शूह प्रदेश के निवासी बिल्दद ने उत्तर देते हुये कहा: Hindi Holy Bible तब शूही बिल्दद ने कहा, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब शूही बिलदद ने कहा, सरल हिन्दी बाइबल तब बिलदद ने, जो शूही था, अपना मत देना प्रारंभ किया: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब शूही बिल्दद ने कहा, |
अय्यूब के तीन मित्र थे : तेमान नगर का रहनेवाला एलीपज, शूही वंश का बिलदद और नामाह नगर का निवासी सोपर। जब उन्होंने सुना कि अय्यूब पर विपत्तियाँ टूट पड़ी हैं, तब वे अपने-अपने घर से निकले। उन्होंने निश्चय किया कि वे अय्यूब के साथ शोक प्रकट करने और उसको शान्ति देने के लिए एक-साथ जाएँगे।
जो मैंने कहा, क्या वह सच नहीं है? कौन व्यक्ति मुझे झूठा सिद्ध कर सकता है? कौन व्यक्ति मेरी बातों को निस्सार कह सकता है?’
‘परमेश्वर ही प्रभुता करता, और सृष्टि में अपने प्रति भक्ति उत्पन्न करता है। वह अपने सर्वोच्च स्वर्ग में शान्ति का स्थापक है।