अय्यूब, परमेश्वर ने दुर्जन की नियति यही निश्चित की है; उसके लिए परमेश्वर ने यही भाग निर्धारित किया है।’
अय्यूब 21:27 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘मित्रो, मैं तुम्हारे विचार जानता हूँ; मेरे प्रति तुम्हारी अन्यायपूर्ण योजनाएँ मुझसे छिपी हुई नहीं हैं। पवित्र बाइबल “किन्तु मैं जानता हूँ कि तू क्या सोच रहा है, और मुझको पता है कि तेरे पास मेरा बुरा करने को कुचक्र है। Hindi Holy Bible देखो, मैं तुम्हारी कल्पनाएं जानता हूँ, और उन युक्तियों को भी, जो तुम मेरे विषय में अन्याय से करते हो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “देखो, मैं तुम्हारी कल्पनाएँ जानता हूँ, और उन युक्तियों को भी, जो तुम मेरे विषय में अन्याय से करते हो। सरल हिन्दी बाइबल “यह समझ लो, मैं तुम्हारे विचारों से अवगत हूं, उन योजनाओं से भी, जिनके द्वारा तुम मुझे छलते रहते हो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “देखो, मैं तुम्हारी कल्पनाएँ जानता हूँ, और उन युक्तियों को भी, जो तुम मेरे विषय में अन्याय से करते हो। |
अय्यूब, परमेश्वर ने दुर्जन की नियति यही निश्चित की है; उसके लिए परमेश्वर ने यही भाग निर्धारित किया है।’
तुम कहते हो, “गरीबों पर अन्याय करने वाले सेठ का महल कहाँ गया? वह निवास-स्थान कहाँ है जहाँ दुर्जन रहता था?”
वह अय्यूब के तीनों मित्रों से भी नाराज हुआ; क्योंकि उन्होंने अय्यूब को दोषी तो घोषित किया, पर अपने पक्ष में अय्यूब को उत्तर न दे सके।
जब प्रभु अय्यूब से ये बातें कह चुका तब वह तेमान नगर के रहने वाले एलीपज से बोला, ‘मेरा क्रोध तेरे प्रति और तेरे दोनों मित्रों पर भड़क उठा है, क्योंकि तुमने मेरे विषय में सच्चाई को प्रकट नहीं किया, वरन् मेरे सेवक अय्यूब ने मेरी सच्चाई को प्रकट किया है।
तेरी समस्त आज्ञाएं विश्वसनीय हैं, वे झूठ-मूठ मेरा पीछा करते हैं, प्रभु, मेरी सहायता कर!
मेरा कोई दोष नहीं, तोभी वे धावा करते हैं; वे लड़ने को तैयार रहते हैं। मेरी पुकार पर जाग; आ, और यह देख।
उनके ये प्रश्न जान कर येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “आप-लोग अपने हृदय में ये प्रश्न क्यों उठा रहे हो?
कारण, यदि कोई व्यक्ति धैर्य से दु:ख भोगता और अन्याय सहता है, क्योंकि वह समझता है कि परमेश्वर यही चाहता है, तो यह पुण्य की बात है।