अय्यूब 21:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘कितनी बार दुर्जन का दीपक बुझता है? कितनी बार उन पर विपत्तियाँ आती हैं? कितनी बार परमेश्वर क्रोधावेश में उनके हिस्से में दु:ख देता है? पवित्र बाइबल किन्तु क्या प्राय: ऐसा होता है कि दुष्ट जन का प्रकाश बुझ जाया करता है? कितनी बार दुष्टों को दु:ख घेरा करते हैं? क्या परमेश्वर उनसे कुपित हुआ करता है, और उन्हें दण्ड देता है? Hindi Holy Bible कितनी बार दुष्टों का दीपक बुझ जाता है, और उन पर विपत्ति आ पड़ती है; और ईश्वर क्रोध कर के उनके बांट में शोक देता है, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “कितनी बार दुष्टों का दीपक बुझता है? या उन पर विपत्ति आ पड़ती है? या परमेश्वर क्रोध करके उनके भाग में शोक देता है? सरल हिन्दी बाइबल “क्या कभी ऐसा हुआ है कि दुष्टों का दीपक बुझा हो? अथवा उन पर विपत्ति का पर्वत टूट पड़ा हो, क्या कभी परमेश्वर ने अपने कोप में उन पर नाश प्रभावी किया है? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “कितनी बार ऐसे होता है कि दुष्टों का दीपक बुझ जाता है, या उन पर विपत्ति आ पड़ती है; और परमेश्वर क्रोध करके उनके हिस्से में शोक देता है, |
सुनो, उनकी साक्षी यह है कि दुर्जन विपत्ति के दिनों में भी बच जाता है, प्रकोप-दिवस पर भी वह सुरक्षित रहता है।
यदि मैं अपने इस समझौते को भंग करूं तो स्वर्ग में विराजमान परमेश्वर मुझे मेरे हिस्से में क्या देगा; सर्वशक्तिमान परमेश्वर मीरास में मुझे क्या प्रदान करेगा?
दुर्जन को अनेक दु:ख हैं; किन्तु प्रभु पर भरोसा करने वाले को प्रभु की करुणा घेरे रहती है।
क्योंकि बुरे काम करनेवाले मनुष्य का भविष्य अन्धकारमय होता है; दुर्जन का जीवन-दीप बुझ जाएगा।
मूर्ख कुँआरियों ने बुद्धिमतियों से कहा, ‘अपने तेल में से थोड़ा हमें दे दो, क्योंकि हमारी मशालें बुझ रही हैं’।
तो उस सेवक का स्वामी ऐसे दिन आएगा, जब वह उसकी प्रतीक्षा नहीं कर रहा होगा और ऐसी घड़ी जिसे वह नहीं जानता होगा। तब स्वामी उसे कठोर दंड देगा। इस प्रकार उसका अंत वही होगा जो अविश्वासियों का होता है।