वह कौन है जो मुझसे बहस कर सकेगा? यदि ऐसा कोई हो तो मैं चुप हो जाऊंगा, और प्राण त्याग दूँगा।
अय्यूब 20:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘अय्यूब, तुम्हारी बातें सुनकर मेरा हृदय व्याकुल हो उठा है, अत: मेरे विचार प्रकट होने के लिए आतुर हैं। पवित्र बाइबल “अय्यूब, तेरे विचार विकल है, सो मैं तुझे निश्चय ही उत्तर दूँगा। मुझे निश्चय ही जल्दी करनी चाहिये तुझको बताने को कि मैं क्या सोच रहा हूँ। Hindi Holy Bible मेरा जी चाहता है कि उत्तर दूं, और इसलिये बोलने में फुतीं करता हूँ। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “मेरा जी चाहता है कि उत्तर दूँ, और इसलिये बोलने में फुर्ती करता हूँ। सरल हिन्दी बाइबल “मेरे विचारों ने मुझे प्रत्युत्तर के लिए प्रेरित किया क्योंकि मेरा अंतर्मन उत्तेजित हो गया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “मेरा जी चाहता है कि उत्तर दूँ, और इसलिए बोलने में फुर्ती करता हूँ। |
वह कौन है जो मुझसे बहस कर सकेगा? यदि ऐसा कोई हो तो मैं चुप हो जाऊंगा, और प्राण त्याग दूँगा।
मैंने अपनी निन्दा सुनी, तुम्हारी बातों से मेरा अपमान हुआ। मेरी आत्मा अपनी समझ के अनुसार तुम्हें यह उत्तर दे रही है।
‘अय्यूब, यदि कोई तुमसे इस सम्बन्ध में कुछ कहे तो क्या तुम्हें बुरा लगेगा? पर बिना बोले कोई कब तक चुप रह सकता है?
मैंने अपनी व्याकुलता में यह कहा था, “मैं प्रभु की दृष्टि से दूर हो गया हूँ।” परन्तु जब मैंने तेरी दुहाई दी। तब तूने मेरी विनती सुनी।
जो व्यक्ति विलम्ब से क्रोध करता है वह बड़ा समझदार है; पर तुरन्त क्रुद्ध होनेवाला मनुष्य केवल अपनी मूर्खता को प्रकट करता है।
जो मनुष्य बातें करने में जल्दीबाजी करता है, वह मूर्ख से भी गया-बीता है; उसका भविष्य अन्धकारमय है।
यदि मैं यह कहूं, कि मैं तेरी चर्चा न करूंगा, तेरे नाम से नहीं बोलूंगा, तो मेरे हृदय में मानो अग्नि धधक उठती है, और वह हड्डियों में समा जाती है। मैं उस आग को बाहर निकलने से रोक नहीं पाता हूं; सचमुच मैं उसको रोक सकने में असमर्थ हो जाता हूं।
वह तुरन्त राजा के पास दौड़ती हुई आयी और बोली, “मैं चाहती हूँ कि आप मुझे इसी समय एक थाल में योहन बपतिस्मादाता का सिर दे दें।”
मैं उनके विषय में यह साक्षी दे सकता हूँ कि उन में परमेश्वर के प्रति उत्साह है, किन्तु यह उत्साह विवेकपूर्ण नहीं है।
मेरे प्रिय भाइयो और बहिनो! आप यह अच्छी तरह समझ लें। प्रत्येक व्यक्ति सुनने के लिए तत्पर रहे, किन्तु बोलने और क्रोध करने में देर करे;