अय्यूब 19:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘प्रभु ने मेरे भाई-बन्धुओं को मुझसे दूर कर दिया, मेरे जान-पहचान के लोग मुझसे अनजान बन गए। पवित्र बाइबल “मेरे बन्धुओं को परमेश्वर ने बैरी बनाया। अपने मित्रों के लिये मैं पराया हो गया। Hindi Holy Bible उसने मेरे भाइयों को मुझ से दूर किया है, और जो मेरी जान पहचान के थे, वे बिलकुल अनजान हो गए हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “उसने मेरे भाइयों को मुझ से दूर किया है, और जो मेरी जान पहचान के थे, वे बिलकुल अनजान हो गए हैं। सरल हिन्दी बाइबल “उन्होंने तो मेरे भाइयों को मुझसे दूर कर दिया है; मेरे परिचित मुझसे पूर्णतः अनजान हो गए हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “उसने मेरे भाइयों को मुझसे दूर किया है, और जो मेरी जान-पहचान के थे, वे बिलकुल अनजान हो गए हैं। |
तब अय्यूब के सब भाई-बहिन और सब पूर्व-परिचित लोग उसके पास आए; और उन्होंने उसके घर में उसके साथ भोजन किया। जो विपत्ति प्रभु ने अय्यूब पर डाली थी, उसके लिए उन्होंने अय्यूब के प्रति सहानुभूति प्रदर्शित की, और उसको सांत्वना दी। भेंट के रूप में उन्होंने अय्यूब को एक-एक अशर्फी और सोने की एक-एक अंगूठी दी।
मेरे भाई-बन्धु छिछली नदी के समान विश्वासघाती हैं, वे बरसाती नदी के समान हैं जो ग्रीष्म ऋतु में सूख जाती है;
पर वे निराश होते हैं, क्योंकि उनकी आशा झूठी निकलती है, वे नदी के समीप जाते हैं, और धोखा खाते हैं।
मैं अपने शत्रुओं की दृष्टि में उपेिक्षत, पड़ोसियों के लिए तिरस्कृत, और परिचितों के लिए भय का कारण बन गया हूं। जो मुझे सार्वजनिक स्थान में देखते हैं, वे तुरन्त मुझसे दूर भाग जाते हैं।
मैं मृतक के समान हृदय से भुला दिया गया हूँ, मैं टूटे हुए पात्र के सदृश फेंक दिया गया हूँ।
मेरे प्रिय मित्र और साथी मेरे रोग के कारण मुझसे अलग हो गए। मेरे कुटुम्बीजन दूर खड़े हैं।
मेरे प्राण के खोजी जाल फैलाते हैं; मुझे हानि पहुंचानेवाले मेरे विनाश की चर्चा करते हैं; वे दिन भर छल-कपट की बातें सोचते हैं।
मेरा प्रिय मित्र, जिस पर मैंने भरोसा किया था, जिसने मेरी रोटी खाई थी, उसी ने मेरे विरुद्ध लात उठाई है!
निन्दा ने मेरे हृदय को विदीर्ण कर दिया है; मैं अत्यन्त निराश हूँ। मैंने सहानुभूति की आशा की, पर वह न मिली; मैंने सान्त्वना देने वालों की प्रतीक्षा की, पर वह न मिली;
तूने मेरे परिचितों को मुझ से दूर कर दिया है, उनके लिए मुझे घृणा का पात्र बना दिया है। मैं बन्दी हूँ, और भाग नहीं सकता;
‘मैंने सहायता के लिए अपने प्रेमियों को पुकारा; किन्तु उन्होंने मुझे धोखा दिया। मेरे पुरोहित और धर्मवृद्ध नगर में भूख से मर गए, जब वे प्राण बचाने के लिए भोजन की तलाश में भटक रहे थे।
वह रात में फूट-फूटकर रोती है। उसके गालों पर आंसू बहते हैं। उसके अनेक चाहनेवाले थे, पर अब उनमें से एक भी उसको सांत्वना नहीं देता, उसके मित्रों ने उसके साथ विश्वासघात किया। वे उसके शत्रु बन गए।
यह सब इसलिए हुआ कि नबियों के ग्रन्थों में जो लिखा है, वह पूरा हो जाए।” तब सब शिष्य येशु को छोड़कर भाग गये।
जब मुझे पहली बार न्यायालय में अपनी सफाई देनी पड़ी, तो किसी ने मेरा साथ नहीं दिया-सब ने मुझे छोड़ दिया। आशा है, उन्हें इसका लेखा देना नहीं पड़ेगा।