‘जब वे तेरे विरुद्ध पाप करेंगे (ऐसा कौन मनुष्य है, जिसने कभी पाप नहीं किया?) और तू उनसे क्रुद्ध होगा, उन्हें शत्रुओं के हाथ सौंप देगा कि वे उन्हें बन्दी बनाकर दूर अथवा समीप के, अपने देश में ले जाएं;
अय्यूब 15:14 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मनुष्य की हस्ती ही क्या है कि वह पाप से स्वयं शुद्ध हो सके? जो स्त्री से उत्पन्न हुआ है, क्या वह कभी धार्मिक बन सकता है? पवित्र बाइबल “सचमुच कोई मनुष्य पवित्र नहीं हो सकता। मनुष्य स्त्री से पैदा हुआ है, और धरती पर रहता है, अत: वह उचित नहीं हो सकता। Hindi Holy Bible मनुष्य है क्या कि वह निष्कलंक हो? और जो स्त्री से उत्पन्न हुआ वह है क्या कि निर्दोष हो सके? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मनुष्य है क्या कि वह निष्कलंक हो? या जो स्त्री से उत्पन्न हुआ वह है क्या कि निर्दोष हो सके? सरल हिन्दी बाइबल “मनुष्य है ही क्या, जो उसे शुद्ध रखा जाए अथवा वह, जो स्त्री से पैदा हुआ, निर्दोष हो? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मनुष्य है क्या कि वह निष्कलंक हो? और जो स्त्री से उत्पन्न हुआ वह है क्या कि निर्दोष हो सके? |
‘जब वे तेरे विरुद्ध पाप करेंगे (ऐसा कौन मनुष्य है, जिसने कभी पाप नहीं किया?) और तू उनसे क्रुद्ध होगा, उन्हें शत्रुओं के हाथ सौंप देगा कि वे उन्हें बन्दी बनाकर दूर अथवा समीप के, अपने देश में ले जाएं;
‘जब वे तेरे विरुद्ध पाप करेंगे (ऐसा कौन मनुष्य है जिसने कभी पाप नहीं किया?) और तू उनसे क्रुद्ध होगा, उन्हें शत्रुओं के हाथ में सौंप देगा कि वे उन्हें बन्दी बनाकर दूर अथवा समीप के, अपने देश में ले जाएं
काश! अशुद्ध मनुष्यजाति में एक भी मनुष्य शुद्ध होता! पर नहीं, एक भी मनुष्य शुद्ध नहीं है।
इसलिए कि तुम परमेश्वर के प्रति अपना क्रोध प्रकट करते हो, और अपने मुँह से निरर्थक शब्द निकलने देते हो।
‘मैं सचमुच यह जानता हूं कि जो तुमने कहा है, वह सच है। पर परमेश्वर के सम्मुख मनुष्य किस प्रकार धार्मिक सिद्ध हो सकता है?
प्रभु स्वर्ग से मनुष्यों पर दृष्टिपात करता है यह देखने के लिए कि क्या कोई ऐसा मनुष्य है, जो समझ से काम लेता है, जो परमेश्वर को खोजता है?
सब मनुष्य मार्ग से भटक गए हैं, सब एक-जैसे भ्रष्ट हो गए हैं; ऐसा कोई भी नहीं, जो भलाई करता है; नहीं, एक भी नहीं।
हे प्रभु, अपने सेवक के साथ न्याय में प्रवेश न कर; क्योंकि एक भी प्राणी तेरी दृष्टि में धार्मिक नहीं है।
कौन यह दावा कर सकता है, कि मैंने अपना हृदय शुद्ध कर लिया है, मैं पाप से मुक्त होकर पवित्र हो गया हूँ?
निश्चय ही संसार में कोई ऐसा धार्मिक व्यक्ति नहीं है जो सदा भलाई ही करता है, और कभी पाप नहीं करता।
देखो, मैंने केवल यह सच पाया है: परमेश्वर ने मनुष्य को सीधा-सादा बनाया है, किन्तु मनुष्य ने स्वयं जीवन की अनेक जटिलताएँ ढूँढ़ निकाली हैं।
जो शरीर से उत्पन्न होता है, वह शरीर है और जो आत्मा से उत्पन्न होता है, वह आत्मा है।
मैं जानता हूँ कि मुझ में, अर्थात् मेरे शारीरिक स्वभाव में, मसीह का निवास नहीं है; क्योंकि अच्छे कार्य करने की इच्छा तो मुझ में विद्यमान है, किन्तु उन्हें कार्यान्वित करने की शक्ति मुझमें नहीं है।
परन्तु धर्मग्रन्थ ने सब कुछ पाप की शक्ति के अधीन बंदी बना दिया है, जिससे येशु मसीह में विश्वास के द्वारा विश्वास करने वालों के लिए प्रतिज्ञा पूरी की जाये।