तब नबी सिदकियाह बेन-कनायाह मीकायाह के समीप आया। उसने उसके गाल पर थप्पड़ मारा, और उससे पूछा, ‘क्यों? प्रभु का आत्मा मुझे छोड़ कर तुझसे वार्तालाप करने के लिए किस प्रकार गया?’
अय्यूब 15:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्या परमेश्वर के शान्तिदायक वचन अथवा तुमसे कहे गए कोमल वचन तुम्हारी दृष्टि में कोई महत्व नहीं रखते? पवित्र बाइबल परमेश्वर तुझको सुख देने का प्रयत्न करता है, किन्तु यह तेरे लिये पर्याप्त नहीं है। परमेश्वर का सुसन्देश बड़ी नम्रता के साथ हमने तुझे सुनाया। Hindi Holy Bible ईश्वर की शान्तिदायक बातें, और जो वचन तेरे लिये कोमल हैं, क्या ये तेरी दृष्टि में तुच्छ हैं? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परमेश्वर की शान्तिदायक बातें, और जो वचन तेरे लिये कोमल हैं, क्या वे तेरी दृष्टि में तुच्छ हैं? सरल हिन्दी बाइबल क्या परमेश्वर से मिली सांत्वना तुम्हारी दृष्टि में पर्याप्त है, वे शब्द भी जो तुमसे सौम्यतापूर्वक से कहे गए हैं? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परमेश्वर की शान्तिदायक बातें, और जो वचन तेरे लिये कोमल हैं, क्या ये तेरी दृष्टि में तुच्छ हैं? |
तब नबी सिदकियाह बेन-कनायाह मीकायाह के समीप आया। उसने उसके गाल पर थप्पड़ मारा, और उससे पूछा, ‘क्यों? प्रभु का आत्मा मुझे छोड़ कर तुझसे वार्तालाप करने के लिए किस प्रकार गया?’
क्या तुमने परमेश्वर की विद्वत मण्डली में बैठकर ज्ञान प्राप्त किया है? क्या बुद्धि का ठेका केवल तुमने ले रखा है?
मैं उसकी आज्ञा का पालान करने से कभी विचलित नहीं हुआ; मैंने उसके वचनों को अपने हृदय में सदा सुरक्षित रखा।
परमेश्वर दीन-दु:खियों का उद्धार उनके दु:खों के द्वारा करता है; वह विपत्तियों के माध्यम से उनके कान खोलता है।
ओ अय्यूब, उसने तुम्हें भी संकट के मुंह से बाहर निकाला, और निरापद स्थान में लाया, संकरे नहीं, वरन् चौड़े मार्ग पर पहुँचाया; उसने तुम्हें ऐसी मेज पर बैठाया, जहाँ सर्वोत्तम भोजन तुम्हारे सम्मुख परोसा गया।
तब मुझे शान्ति प्राप्त होती; मैं पीड़ा में भी आनन्दित होता; क्योंकि मैंने पवित्र परमेश्वर के वचनों को कभी अस्वीकार नहीं किया।
मैं परमेश्वर का स्मरण कर विलाप करता हूँ, ध्यान करते-करते मेरी आत्मा थक जाती है। सेलाह
किन्तु दीन-हीन लोगों को सान्त्वना देने वाले परमेश्वर ने हम को तीतुस के आगमन द्वारा सान्त्वना दी।