दाऊद को यह समाचार मिला : ‘षड्यन्त्रकारियों में अहीतोफल भी है।’ दाऊद ने कहा, ‘हे प्रभु, अहीतोफल की सम्मति को मूर्खतापूर्ण सम्मति में बदल दे।’
अय्यूब 12:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह मंत्रियों को विवेकहीन कर देता है; वह न्यायाधीशों को भी मूर्ख बनाता है। पवित्र बाइबल परमेश्वर मन्त्रियों को बुद्धि से वंचित कर देता है, और वह प्रमुखों को ऐसा बना देता है कि वे मूर्ख जनों जैसा व्यवहार करने लगते हैं। Hindi Holy Bible वह मंत्रियों को लूटकर बन्धुआई में ले जाता, और न्यायियों को मूर्ख बना देता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह मंत्रियों को लूटकर बँधुआई में ले जाता, और न्यायियों को मूर्ख बना देता है। सरल हिन्दी बाइबल वह मंत्रियों को विवस्त्र कर छोड़ते हैं तथा न्यायाधीशों को मूर्ख बना देते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह मंत्रियों को लूटकर बँधुआई में ले जाता, और न्यायियों को मूर्ख बना देता है। |
दाऊद को यह समाचार मिला : ‘षड्यन्त्रकारियों में अहीतोफल भी है।’ दाऊद ने कहा, ‘हे प्रभु, अहीतोफल की सम्मति को मूर्खतापूर्ण सम्मति में बदल दे।’
अबशालोम तथा सब इस्राएली सैनिकों ने कहा, ‘अर्की हूशय की सलाह अहीतोफल की सलाह से उत्तम है।’ प्रभु ने यह निश्चय किया था कि वह अहीतोफल की अच्छी सलाह को निष्फल कर देगा जिससे अबशालोम पर ही विपत्ति आए।
जब अहीतोफल ने यह देखा कि उसकी सलाह के अनुसार कार्य नहीं किया गया, तब उसने अपने गधे पर काठी कसी और अपने घर, अपने नगर को चला गया। वहाँ उसने अपने घर की व्यवस्था की। उसके बाद उसने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। उसको उसके पिता की कबर में गाड़ा गया।
पृथ्वी के राजाओं और मन्त्रियों के साथ जिन्होंने अपनी यादगार में खण्डहरों का पुनर्निर्माण किया था,
परमेश्वर ने यह पृथ्वी दुर्जनों के हाथ में सौंप दी है; उसने न्यायाधीशों की आंखों पर पट्टी बांध दी है ताकि वे न्याय और अन्याय को न पहचान सकें! यदि वह नहीं तो फिर कौन यह कार्य करता है?
अत: मैं इन लोगों के मध्य पुन: आश्चर्य कर्म, अद्भुत कार्य करूंगा: इनके बुद्धिमान लोगों की बुद्धि नष्ट हो जाएगी, समझदार व्यक्तियों की समझ को पाला मार जाएगा।”
हे परमेश्वर, जो वचन तूने हमारे प्रति और हम पर शासन करने वाले प्रशासकों के प्रति कहे थे, उनको तूने पूरा किया। तूने हम पर महा विपत्ति ढाही। वस्तुत: जैसी विपत्ति यरूशलेम पर ढाही गई वैसी समस्त आकाश के नीचे धरती पर और कहीं नहीं पड़ी।