परन्तु मेरे सेवक ने महाराज से, मेरे स्वामी से, मेरी चुगली की। महाराज, मेरे स्वामी, आप परमेश्वर के दूत के सदृश हैं। जो कार्य आपको अपनी दृष्टि में भला लगे, वही मेरे साथ कीजिए।
2 शमूएल 9:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मपीबोशेत यरूशलेम नगर में रहने लगा; क्योंकि वह राजा के साथ सदा भोजन करता था। वह दोनों पैर से लंगड़ा था। पवित्र बाइबल मेपीबोशेत दोनों पैरों से लंगड़ा था। मेपीबोशेत यरूशलेम में रहता था। हर एक दिन मेपीबोशेत राजा की मेज पर भोजन करता था। Hindi Holy Bible और मपीबोशेत यरूशलेम में रहता था; क्योंकि वह राजा की मेज पर नित्य भोजन किया करता था। और वह दोनों पांवों का पंगुला था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मपीबोशेत यरूशलेम में रहता था; क्योंकि वह राजा की मेज पर नित्य भोजन किया करता था। वह दोनों पाँवों का पँगुला था। सरल हिन्दी बाइबल तब मेफ़िबोशेथ येरूशलेम में निवास करने लगा, क्योंकि वह सदैव राजा के साथ भोजन किया करता था; वह दोनों पैरों में अपंग था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मपीबोशेत यरूशलेम में रहता था; क्योंकि वह राजा की मेज पर नित्य भोजन किया करता था। और वह दोनों पाँवों का विकलांग था। |
परन्तु मेरे सेवक ने महाराज से, मेरे स्वामी से, मेरी चुगली की। महाराज, मेरे स्वामी, आप परमेश्वर के दूत के सदृश हैं। जो कार्य आपको अपनी दृष्टि में भला लगे, वही मेरे साथ कीजिए।
शाऊल के पुत्र योनातन का एक पुत्र था। वह दोनों पैरों से लगड़ा हो गया था। जब यिज्रएल नगर से शाऊल और योनातन की मृत्यु का समाचार आया, तब वह पांच वर्ष का था। उसकी धाय ने उसे उठाया, और वह भागी। परन्तु धाय के उतावली से भागने के कारण बालक भूमि पर गिर गया, और उसके पैर टूट गए। उसका नाम मफीबोशेत था।
मपीबोशेत का एक छोटा पुत्र था। उसका नाम मीका था। सीबा के घर में रहने वाले सब व्यक्ति मपीबोशेत के सेवक बन गए।
राजा दाऊद ने फिर पूछा, ‘क्या शाऊल के परिवार में अब तक कोई बचा है? मैं उस पर परमेश्वर की करुणा प्रकट करना चाहता हूँ।’ सीबा ने राजा से कहा, ‘राजकुमार योनातन का एक पुत्र अब तक जीवित है। वह दोनों पैर से लंगड़ा है।’
दाऊद ने उससे कहा, ‘मत डरो। मैं तुम्हारे पिता योनातन के कारण तुम्हारे साथ प्रेमपूर्ण व्यवहार करना चाहता हूँ। मैं तुम्हारे दादा शाऊल की समस्त भूमि तुम्हें लौटा दूँगा। अब तुम मेरे साथ सदा भोजन करोगे।’
यहोयाकीन ने कैदियों की पोशाक उतार दी। वह शेष जीवन भर राजा एबीलमरोदक के साथ प्रतिदिन भोजन करता रहा।