जब हदद-एजेर के अधीन राजाओं ने देखा कि वे इस्राएलियों के सम्मुख हार गए, तब उन्होंने इस्राएलियों के साथ शान्ति स्थापित कर ली। वे इस्राएलियों के अधीन हो गए। सीरियाई सेना अम्मोनी सेना की पुन: सहायता करने से डरने लगी।
2 शमूएल 8:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसने दमिश्क के अराम नगर में अपने प्रशासक नियुक्त किए। यों सीरिया देश के लोग दाऊद के अधीन हो गए। वे दाऊद को कर देने लगे। जहाँ-जहाँ दाऊद गया, प्रभु ने उसे विजय प्रदान की। पवित्र बाइबल तब दाऊद ने दमिश्क के अराम में सेना की टुकड़ियाँ रखीं। अरामी दाऊद के सेवक बन गए और राजस्व लाए। यहोवा ने दाऊद को, जहाँ कहीं वह गया विजय दी। Hindi Holy Bible तब दाऊद ने दमिश्क में अराम के सिपाहियों की चौकियां बैठाई; इस प्रकार अरामी दाऊद के आधीन हो कर भेंट ले आने लगे। और जहां जहां दाऊद जाता था वहां वहां यहोवा उसको जयवन्त करता था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब दाऊद ने दमिश्क के अराम में सिपाहियों की चौकियाँ बैठाईं; इस प्रकार अरामी दाऊद के अधीन होकर भेंट ले आने लगे। और जहाँ जहाँ दाऊद जाता था वहाँ वहाँ यहोवा उसको जयवन्त करता था। सरल हिन्दी बाइबल दावीद ने दमेशेक के अरामी सैनिकों के बीच एक रक्षक सेना ठहरा दी. अरामी दावीद के सेवक बन गए, और उन्हें कर देने लगे. दावीद जहां कहीं गए, उन्हें याहवेह की सहायता मिलती रही. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब दाऊद ने दमिश्क के अराम में सिपाहियों की चौकियाँ बैठाईं; इस प्रकार अरामी दाऊद के अधीन होकर भेंट ले आने लगे। और जहाँ-जहाँ दाऊद जाता था वहाँ-वहाँ यहोवा उसको जयवन्त करता था। |
जब हदद-एजेर के अधीन राजाओं ने देखा कि वे इस्राएलियों के सम्मुख हार गए, तब उन्होंने इस्राएलियों के साथ शान्ति स्थापित कर ली। वे इस्राएलियों के अधीन हो गए। सीरियाई सेना अम्मोनी सेना की पुन: सहायता करने से डरने लगी।
प्रभु ने दाऊद के विषय में यह कहा है, “मैं अपने सेवक दाऊद के द्वारा अपने निज लोग इस्राएलियों को पलिश्ती जाति के हाथ से, उनके समस्त शत्रुओं के हाथ से, मुक्त करूँगा।” अब तुम यह कार्य पूरा करे।’
जहाँ-जहाँ तू गया, मैं तेरे साथ रहा। मैंने तेरे शत्रुओं को नष्ट किया। अब मैं तेरे नाम को पृथ्वी के महान् नामों के सदृश महान् करूँगा।
उसने समस्त एदोम राज्य की सीमा में प्रशासक नियुक्त किए। तत्पश्चात् वह लौट गया। सब एदोमी लोग दाऊद के अधीन हो गए। जहाँ-जहाँ दाऊद गया, प्रभु ने उसे विजय प्रदान की।
दाऊद ने मोआब राज्य को भी पराजित किया। उसने बन्दी सैनिकों को भूमि पर लिटाया। सैनिकों को डोरी से नापा। दो डोरी सैनिक मार डाले, और उनके बाद एक डोरी सैनिक छोड़ दिए। इस प्रकार मोआबी लोग दाऊद के अधीन हो गए। वे दाऊद को कर देने लगे।
जो सोने की ढालें हदद-एजेर के सेवक उठाकर ले गए थे, उनको दाऊद ने छीन लिया, और यरूशलेम ले गया।
सुलेमान फरात नदी से पलिश्ती देश तक तथा मिस्र देश की सीमा तक आने वाले समस्त राज्यों पर शासन करता था। ये राज्य उसको कर देते थे। ये उसके जीवन-भर उसके अधीन बने रहे।
राजा अहाब की मृत्यु के पश्चात् मोआब जाति ने इस्राएली राज्य के विरुद्ध विद्रोह कर दिया।
यारोबआम के शेष कार्यों का विवरण, उसके समस्त कार्यों का, उसके वीरतापूर्ण कार्यों का विवरण, ‘इस्राएल प्रदेश के राजाओं का इतिहास-ग्रन्थ’ में लिखा हुआ है। उसने किस प्रकार दमिश्क और हमात नगरों को जीतकर इस्राएली राज्य में सम्मिलित किए थे, इसका भी विवरण उस ग्रन्थ में लिखा हुआ है।
प्रभु उसके साथ था। जब-जब वह युद्ध पर निकलता, प्रभु उसे सफलता प्रदान करता था। उसने असीरिया के राजा के विरुद्ध विद्रोह कर दिया था। वह उसके अधीन नहीं रहा।
मोआब देश का राजा मेशा चारणभूमि का मालिक था। वह इस्राएल प्रदेश के राजा को वार्षिक कर के रूप में एक लाख मेमने, और एक लाख मेढ़ों का ऊन देता था।
उसने एदोम राज्य में प्रशासक नियुक्त किया। सब एदोमी लोग दाऊद के अधीन हो गए। जहाँ-जहाँ दाऊद गया, प्रभु ने उसे विजय प्रदान की।
उसने यहूदा प्रदेश के सब किलाबन्द नगरों में सैन्य-दल नियुक्त किए। उसने समस्त यहूदा प्रदेश में सैन्य-शिविर स्थापित किए। एफ्रइम के जिन नगरों पर उसके पिता आसा ने कब्जा कर लिया था, उनमें भी उसने अपनी सैनिक-चौकियां बैठा दीं।
हे परमेश्वर, क्या तूने हमारा परित्याग नहीं किया है? हे परमेश्वर, तू हमारी सेना के साथ क्यों नहीं जाता?
योनातन ने गिबआह नगर के पलिश्ती प्रशासक को मार डाला। पलिश्तियों ने यह सुना कि इब्रानियों ने विद्रोह कर दिया है। शाऊल ने समस्त देश में विद्रोह का नरसिंगा बजाने का आदेश दिया।
एक दिन शाऊल के पुत्र योनातन ने अपने शस्त्रवाहक से कहा जो उसके शस्त्र उठाकर चलता था, ‘आओ, हम पलिश्ती चौकी के पास चलें, जो इस दर्रे के उस पार है।’ उसने यह बात अपने पिता को नहीं बताई।
पलिश्ती पड़ाव और गाँवों के समस्त लोगों में आतंक छा गया। चौकी के सैनिक और छापामार सैनिक आतंक के कारण थरथर काँपने लगे। पृथ्वी काँप उठी। वस्तुत: यह परमेश्वर का आतंक था।
योनातन ने अपने शस्त्रवाहक से कहा, ‘आओ, हम इन बेखतना पलिश्तियों की चौकी के पास चलें। कदाचित् प्रभु हमारे लिए कार्य करे; क्योंकि हमें विजय प्रदान करने से प्रभु को कोई नहीं रोक सकता है, फिर चाहे हम संख्या में बहुत हों अथवा कम।’