जो करुणा और सच्चाई तूने अपने सेवक पर की है, उसके लिए मैं सर्वथा अयोग्य हूं। जब मैंने यह यर्दन नदी पार की थी तब सम्पत्ति के नाम पर मेरे पास मात्र एक लाठी थी; किन्तु अब मैं इतना समृद्ध हूँ कि मैं दो दलों में विभक्त हो लौट रहा हूँ।
2 शमूएल 7:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब राजा दाऊद तम्बू के भीतर गया और प्रभु के सम्मुख बैठ गया। उसने यह प्रार्थना की, ‘हे प्रभु, हे स्वामी! मैं क्या हूँ और मेरे वंश का महत्व क्या है, कि तूने मुझे इतना ऊंचा उठाया? पवित्र बाइबल तब राजा दाऊद भीतर गया और यहोवा के सामने बैठ गया। दाऊद ने कहा, “यहोवा, मेरे स्वामी, मैं तेरे लिये इतना महत्वपूर्ण क्यों हूँ? मेरा परिवार महत्वपूर्ण क्यों है? तूने मुझे महत्वपूर्ण क्यों बना दिया। Hindi Holy Bible तब दाऊद राजा भीतर जा कर यहोवा के सम्मुख बैठा, और कहने लगा, हे प्रभु यहोवा, क्या कहूं, और मेरा घराना क्या है, कि तू ने मुझे यहां तक पहुंचा दिया है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब दाऊद राजा भीतर जाकर यहोवा के सम्मुख बैठा, और कहने लगा, “हे प्रभु यहोवा, क्या कहूँ, और मेरा घराना क्या है, कि तू ने मुझे यहाँ तक पहुँचा दिया है? सरल हिन्दी बाइबल तब राजा दावीद जाकर याहवेह के सामने बैठ गए. वहां उनके हृदय से निकले वचन ये थे: “प्रभु याहवेह, कौन हूं, मैं और क्या है मेरे परिवार का पद, कि आप मुझे इस जगह तक ले आए हैं? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब दाऊद राजा भीतर जाकर यहोवा के सम्मुख बैठा, और कहने लगा, “हे प्रभु यहोवा, क्या कहूँ, और मेरा घराना क्या है, कि तूने मुझे यहाँ तक पहुँचा दिया है? |
जो करुणा और सच्चाई तूने अपने सेवक पर की है, उसके लिए मैं सर्वथा अयोग्य हूं। जब मैंने यह यर्दन नदी पार की थी तब सम्पत्ति के नाम पर मेरे पास मात्र एक लाठी थी; किन्तु अब मैं इतना समृद्ध हूँ कि मैं दो दलों में विभक्त हो लौट रहा हूँ।
कृपया मुझे मेरे भाई एसाव के हाथ से मुक्त कर। मैं उससे डरता हूँ। ऐसा न हो कि वह आकर हम सब को, बच्चों समेत माताओं को मार डाले।
‘मेरा परिवार निस्सन्देह परमेश्वर के विश्वास में सुदृढ़ है। परमेश्वर ने मेरे साथ स्थायी विधान स्थापित किया है, जो सब प्रकार से व्यवस्थित और अटल है। वह मेरे सब कल्याणप्रद कार्यों को, मेरी सब इच्छाओं को निस्सन्देह पूर्ण करेगा।
तब दाऊद तम्बू के भीतर गया। वह प्रभु के सम्मुख बैठ गया। उसने यह प्रार्थना की, ‘हे प्रभु परमेश्वर, मैं और मेरे वंश का महत्व क्या है कि तूने मुझे इतना ऊंचा उठाया?
‘पर प्रभु, मैं कौन हूँ और मेरी जनता क्या है कि हम यों स्वेच्छा से तुझे भेंट चढ़ाने में समर्थ हो सकें? क्योंकि सब वस्तुओं का स्रोत तू ही है। हमने तुझे तेरी ही वस्तु अर्पित की है।
मूसा ने परमेश्वर से कहा, ‘मैं कौन होता हूं, जो फरओ के पास जाऊं और इस्राएलियों को मिस्र देश से बाहर निकालकर लाऊं?’
हिजकियाह ने दूतों के हाथ से पत्र लिया और उसको पढ़ा। तब वह प्रभु के भवन में गया। उसने प्रभु के सम्मुख पत्र को रखा।
मुझे, जो सन्तों में सब से छोटा हूँ, यह अनुग्रह मिला है कि मैं गैर-यहूदियों को मसीह की अपार कृपानिधि का शुभसमाचार सुनाऊं
पर गिद्ओन ने उससे कहा, ‘स्वामी, मैं कैसे इस्राएलियों को मुक्त कर सकता हूँ? मेरा वंश मनश्शे गोत्र में सबसे दुर्बल है। मैं अपने परिवार में सबसे छोटा हूँ।’
रूत ने मुँह के बल गिरकर साष्टांग प्रणाम किया। उसने बोअज से पूछा, ‘आपने क्यों मुझ पर कृपादृष्टि की, मुझ पर ध्यान दिया? मैं परदेशिनी हूँ।’
शमूएल ने कहा, ‘यद्यपि तुम स्वयं अपनी दृष्टि में छोटे हो, तथापि क्या तुम इस्राएली कुलों के नेता नहीं हो? प्रभु ने तुम्हें इस्राएली लोगों पर राजा अभिषिक्त किया।
दाऊद ने शाऊल को उत्तर दिया, ‘महाराज, मैं कौन हूं, और मेरी हस्ती क्या है? इस्राएली समाज में मेरे पिता का परिवार इतना कुलीन नहीं है कि मैं राजा का दामाद बनूं।’
शाऊल ने उत्तर दिया, ‘क्या मैं इस्राएल के कुलों में सबसे छोटे बिन्यामिन कुल का नहीं हूँ? क्या मेरा गोत्र बिन्यामिन कुल के सब गोत्रों में नगण्य नहीं है? तब आपने मुझसे ऐसे शब्द क्यों कहे?’