2 शमूएल 6:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किसी ने यह बात राजा दाऊद को बताई, ‘प्रभु परमेश्वर ने अपनी मंजूषा के कारण ओबेद-एदोम के परिवार, तथा उसके पास जो कुछ है, उस पर आशिष की है।’ अत: दाऊद गया। वह आनन्द के साथ परमेश्वर की मंजूषा ओबेद-एदोम के घर से दाऊदपुर में ले आया। पवित्र बाइबल लोगों ने दाऊद से कहा, “यहोवा ने ओबेद—एदोम के परिवार और उसकी सारी चीजों को आशीर्वाद दिया क्योंकि परमेश्वर का पवित्र सन्दूक वहाँ है।” इसलिये दाऊद गया और ओबेद—एदोम के घर से परमेश्वर के पवित्र सन्दूक को दाऊद नगर से ले आया। दाऊद ने इसे प्रसन्नता से किया। Hindi Holy Bible तब दाऊद राजा को यह बताया गया, कि यहोवा ने ओबेदेदोम के घराने पर, और जो कुछ उसका है, उस पर भी परमेश्वर के सन्दूक के कारण आशिष दी है। तब दाऊद ने जा कर परमेश्वर के सन्दूक को ओबेदेदोम के घर से दाऊदपुर में आनन्द के साथ पहूंचा दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब दाऊद राजा को यह बताया गया, कि यहोवा ने ओबेदेदोम के घराने पर, और जो कुछ उसका है, उस पर भी परमेश्वर के सन्दूक के कारण आशीष दी है। तब दाऊद ने जाकर परमेश्वर के सन्दूक को ओबेदेदोम के घर से दाऊदपुर में आनन्द के साथ पहुँचा दिया। सरल हिन्दी बाइबल दावीद राजा को तब यह सूचना दी गई: “परमेश्वर के संदूक के कारण याहवेह ने ओबेद-एदोम के परिवार और उनकी संपत्ति पर आशीषों की बारिश की है.” दावीद गए और ओबेद-एदोम के घर से परमेश्वर का संदूक बड़े हर्ष के साथ दावीद के नगर में ले आए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब दाऊद राजा को यह बताया गया, कि यहोवा ने ओबेदेदोम के घराने पर, और जो कुछ उसका है, उस पर भी परमेश्वर के सन्दूक के कारण आशीष दी है। तब दाऊद ने जाकर परमेश्वर के सन्दूक को ओबेदेदोम के घर से दाऊदपुर में आनन्द के साथ पहुँचा दिया। |
सुलेमान ने दाऊदपुर से, जिसको सियोन कहते हैं, प्रभु की विधान-मंजूषा को लाने के लिए इस्राएली राष्ट्र के सब धर्मवृद्धों को यरूशलेम में बुलाया। ये धर्मवृद्ध कुलाधिपति और इस्राएली पितृकुलों के मुखिया थे।
वे प्रभु की मंजूषा के साथ मिलन-शिविर तथा उसके भीतर के सब पवित्र पात्र ले गए। उन्हें उठाने वाले व्यक्ति केवल पुरोहित और उपपुरोहित थे।
पुरोहित-उपपुरोहितों ने मंजूषा के डण्डों को अपने कन्धों पर रखा और उसको उठाकर ले गए। ऐसा ही प्रभु ने मूसा के माध्यम से आदेश दिया था।
अत: दाऊद, इस्राएलियों के धर्मवृद्ध और सेनानायक ओबेद-एदोम के घर गए कि वे वहां से प्रभु की विधान-मंजूषा आनन्दपूर्वक लाएं।
उस विधान को कभी नहीं भूलना जो उसने अब्राहम के साथ स्थापित किया था; उस शपथ को जो उसने इसहाक के साथ खाई थी।
ओबेद-एदोम के भी पुत्र हुए थे। उनके नाम इस प्रकार हैं : ज्येष्ठ पुत्र शमअयाह, दूसरा पुत्र यहोजाबाद, तीसरा योआह, चौथा साकार, पांचवां नतनएल,
राजा सुलेमान ने इस्राएल के धर्मवृद्धों को, कुलों के नेताओं को, इस्राएलियों के पितृकुलों के अगुओं को यरूशलेम में एकत्र किया। प्रभु की विधान-मंजूषा उस समय सियोन नगर अर्थात् दाऊद-पुर में थी। राजा सुलेमान मंजूषा को वहाँ से लाना चाहता था।
“जो कोई इन छोटों में से किसी को शिष्य मान कर केवल कटोरा भर ठंडा पानी पिलाएगा, तो मैं तुम से सच कहता हूँ कि वह अपना पुरस्कार कदापि नहीं खोएगा।”