शालेम का राजा मलकीसेदेक रोटी और अंगूर का रस लेकर आया। वह सर्वोच्च परमेश्वर का पुरोहित था।
2 शमूएल 5:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) राजा दाऊद ने अपने सैनिकों के साथ यबूसी जाति के विरुद्ध यरूशलेम नगर पर आक्रमण कर दिया। यबूसी यरूशलेम नगर के मूल निवासी थे। उन्होंने दाऊद से एक बार कहा था, ‘तुम यहाँ प्रवेश नहीं कर सकते। हमारे अन्धे और लंगड़े व्यक्ति भी तुम्हें प्रवेश नहीं करने देंगे।’ वे यह सोचते थे, ‘दाऊद यहाँ कभी प्रवेश नहीं कर सकेगा।’ पवित्र बाइबल राजा और उसके लोग यरूशलेम में यबूसियों के विरुद्ध गए। यबूसी वे लोग थे जो उस प्रदेश में रहते थे। यबूसियों ने दाऊद से कहा, “तुम हमारे नगर में नहीं आ सकते। यहाँ तक कि अन्धे और लंगड़े भी तुमको रोक सकते हैं।” (वे ऐसा इसलिये कह रहे थे क्योंकि वे सोचते थे कि दाऊद उनके नगर में प्रवेश करने की क्षमता नहीं रखता। Hindi Holy Bible तब राजा ने अपने जनों को साथ लिए हुए यरूशलेम को जा कर यबूसियों पर चढ़ाई की, जो उस देश के निवासी थे। उन्होंने यह समझकर, कि दाऊद यहां पैठ न सकेगा, उस से कहा, जब तक तू अन्धे और लंगड़ों को दूर न करे, तब तक यहां पैठने न पाएगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब राजा ने अपने जनों को साथ लिए हुए यरूशलेम को जाकर यबूसियों पर चढ़ाई की, जो उस देश के निवासी थे। उन्होंने यह समझकर, कि दाऊद यहाँ घुस न सकेगा, उससे कहा, “जब तक तू अन्धों और लँगड़ों को दूर न करे, तब तक यहाँ घुस न पाएगा।” सरल हिन्दी बाइबल राजा ने अपनी सेना के साथ येरूशलेम जाकर उस देश के निवासी यबूसियों पर आक्रमण किया. यबूसियों ने दावीद को संदेश भेजा, “तुम तो यहां प्रवेश भी न कर सकोगे; तुम्हें तो हमारे अंधे और लंगड़े ही पछाड़ देंगे!” उनका विचार था, “दावीद के लिए यहां प्रवेश करना संभव नहीं है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब राजा ने अपने जनों को साथ लिए हुए यरूशलेम को जाकर यबूसियों पर चढ़ाई की, जो उस देश के निवासी थे। उन्होंने यह समझकर, कि दाऊद यहाँ घुस न सकेगा, उससे कहा, “जब तक तू अंधों और लँगड़ों को दूर न करे, तब तक यहाँ घुस न पाएगा।” |
शालेम का राजा मलकीसेदेक रोटी और अंगूर का रस लेकर आया। वह सर्वोच्च परमेश्वर का पुरोहित था।
तेरे सहारे मैं सेना को कुचल सकता हूँ; मैं अपने परमेश्वर की सहायता से प्राचीर लांघ सकता हूँ।
बुद्धिमान सेनापति शुरवीर शत्रुओं के नगर पर भी कब्जा कर लेता है; जिस किले पर उनको भरोसा था, उसको वह खण्डहर बना देता है।
यरूशलेम नगरी के संबंध में प्रभु ने कहा, ‘ओ घाटी में रहने वाली, ओ मैदान की चट्टान! मैं तेरे विरुद्ध हूं। तुम कहती हो, “हम पर कौन आक्रमण कर सकता है? हमारे निवासस्थानों में कौन प्रवेश कर सकता है?”
यदि तुम आक्रमण करनेवाली समस्त कसदी सेना को भी परास्त कर दो और उसमें केवल घायल सैनिक ही बचें, जो शिविर में पड़े हों, तो भी वे उठेंगे और इस नगर को आग से भस्म कर देंगे।” ’
जब अब्राहम राजाओं का संहार कर लौट रहे थे, तब शालेम के राजा और सर्वोच्च परमेश्वर के पुरोहित मलकीसेदेक उन से मिलने आये और उन्होंने अब्राहम को आशीर्वाद दिया।
अत: यरूशलेम के राजा अदोनी-सेदक ने हेब्रोन के राजा होहम को, यमूर्त के राजा पिरआम को, लाकीश के राजा यापीआ को, एग्लोन के राजा दबीर को यह सन्देश भेजा :
यहूदा कुल के लोग यरूशलेम-निवासी यबूसी जाति को नहीं निकाल सके। इसलिए यबूसी जाति के लोग आज भी यरूशलेम नगर में यहूदा के वंशजों के साथ रहते हैं।
सेलाह, एलफ, यबूस (अर्थात् यरूशलेम), गिबअत और किर्यत। गांवों सहित इन नगरों की संख्या चौदह थी। बिन्यामिन कुल के लोगों को उनके परिवारों की संख्या के अनुसार पैतृक-अधिकार में यह भूमि-भाग प्राप्त हुआ।
बिन्यामिन के वंशजों ने यरूशलेम में रहनेवाली यबूसी जाति को नहीं निकाला। इसलिए यबूसी जाति के लोग बिन्यामिन के वंशजों के साथ यरूशलेम नगर में आज भी रहते हैं।
यहूदा के वंशजों ने यरूशलेम नगर पर आक्रमण किया और उसको अपने अधिकार में कर लिया। उन्होंने उसके निवासियों को तलवार से मौत के घाट उतारा और नगर में आग लगा दी।