राजा ने कहा, ‘सरूयाह के पुत्रो, यह मेरा और तुम्हारा काम नहीं है। उसे गाली देने दो। यदि प्रभु ने उससे यों कहा, “दाऊद को अपशब्द कह!” तो किसको यह पूछने का अधिकार है, “तूने ऐसा क्यों कहा?” ’
2 शमूएल 3:39 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यद्यपि मैं अभिषिक्त राजा हूँ, तो भी आज मैं कमजोर हूँ। ये लोग, सरूयाह के पुत्र कठोर हैं। ये मेरे वश के बाहर हैं। प्रभु ही बुराई करनेवाले को उसकी बुराई के अनुसार बदला दे!’ पवित्र बाइबल ये उसी दिन हुआ जिस दिन मेरा अभिषेक राजा के रूप में हुआ था किन्तु सरूयाह के पुत्र मुझसे अधिक उग्र हैं। यहोवा इन व्यक्तियों को अवश्य दण्ड दे।” Hindi Holy Bible और यद्यपि मैं अभिषिक्त राजा हूँ तौभी आज निर्बल हूँ; और वे सरूयाह के पुत्र मुझ से अधिक प्रचण्ड हैं। परन्तु यहोवा बुराई करने वाले को उसकी बुराई के अनुसार ही पलटा दे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और यद्यपि मैं अभिषिक्त राजा हूँ तौभी आज निर्बल हूँ; और वे सरूयाह के पुत्र मुझ से अधिक प्रचण्ड हैं। परन्तु यहोवा बुराई करनेवाले को उसकी बुराई के अनुसार ही बदला दे।” सरल हिन्दी बाइबल अभिषिक्त राजा होने पर भी आज मैं स्वयं को दुर्बल पा रहा हूं. मेरे लिए ज़ेरुइयाह के पुत्र बड़ी समस्या बन गए हैं. याहवेह ही इन दुष्टों को उनके कुकर्मों के लिए सही बदला दें!” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और यद्यपि मैं अभिषिक्त राजा हूँ तो भी आज निर्बल हूँ; और वे सरूयाह के पुत्र मुझसे अधिक प्रचण्ड हैं। परन्तु यहोवा बुराई करनेवाले को उसकी बुराई के अनुसार ही बदला दे।” (भज. 28:4) |
राजा ने कहा, ‘सरूयाह के पुत्रो, यह मेरा और तुम्हारा काम नहीं है। उसे गाली देने दो। यदि प्रभु ने उससे यों कहा, “दाऊद को अपशब्द कह!” तो किसको यह पूछने का अधिकार है, “तूने ऐसा क्यों कहा?” ’
तुम अमासा से यह कहना, “क्या तू मेरी ही हड्डी और मांस नहीं है? यदि अब मैं तुझे योआब के स्थान पर सेनापति नहीं नियुक्त करूँ तो परमेश्वर मुझे कठोर से कठोर दण्ड दे।” ’
दाऊद ने कहा, ‘सरूयाह के पुत्रो, मेरे और तुम्हारे विचारों में अन्तर है। आज तुम मेरे विरोधी मत बनो। आज क्या इस्राएल में किसी को मृत्यु-दण्ड दिया जा सकता है? आज मैं निश्चयपूर्वक जानता हूँ कि मैं इस्राएल का राजा हूँ।’
राजा दाऊद ने अपने दरबारियों से कहा, ‘तुम जानते हो कि आज इस्राएली राष्ट्र में एक सामन्त, एक महापुरुष मर गया।
प्रभु उसके रक्त का दोष उसी के सिर पर डालेगा। उसने दो निर्दोष व्यक्तियों को मार डाला था, जो उससे अधिक धार्मिक और भले थे : इस्राएल प्रदेश का सेनापति अब्नेर बेन-नेर, और यहूदा प्रदेश का सेनापति अमासा बेन-येतर। योआब ने तलवार से उनकी हत्या की थी, और मेरे पिता दाऊद को पता नहीं चला था।
परन्तु अब तू उसे निर्दोष मत मानना। तू स्वयं बुद्धिमान है। तू स्वयं जानता है कि तुझे उसके साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए। उस वृद्ध को रक्त-रंजित दण्डित कर मृतक लोक में उतार देना।’
दाऊद यह सोचता था, ‘मेरा पुत्र सुलेमान अभी किशोर है। उसे अनुभव नहीं है। जो भवन प्रभु के लिए बनाया जाएगा, उसको अत्यन्त विशाल होना चाहिए ताकि समस्त देशों में उसका नाम और भव्यता की चर्चा हो। अत: मैं भवन-निर्माण की तैयारी करूंगा।’ यह सोचकर दाऊद ने अपनी मृत्यु के पूर्व अत्यधिक मात्रा में इमारती साज-सामान एकत्र कर लिया।
राजा दाऊद ने समस्त धर्मसभा से यह कहा, ‘मेरे पुत्र सुलेमान को ही परमेश्वर ने चुना है। परन्तु सुलेमान अभी किशोर है। उसे इस प्रकार के काम का अनुभव नहीं है। प्रभु-भवन का निर्माण-कार्य भारी है। यह भवन मनुष्य के लिए नहीं वरन् प्रभु परमेश्वर के लिए बनेगा।
उसके आस-पास चन्द गुण्डे एकत्र हो गए। वे सुलेमान के पुत्र रहबआम पर प्रबल हो गए; क्योंकि उस समय रहबआम छोटा था, वह चंचल था। अत: वह उनका सामना न कर सका।
प्रभु के नगर से, सब कुकर्मियों को मिटाने के लिए मैं सबेरे-सबेरे देश के समस्त दुर्जनों को नष्ट करूंगा।
उनके कामों के अनुसार, उनके कर्मों की बुराई के अनुसार तू उन्हें प्रतिफल दे; उनके हाथ के कामों के अनुसार उन्हें प्रतिफल दे; उन्हें उनकी करनी का फल दे।
और स्वामी, करुणा भी तेरी ही है; क्योंकि तू मनुष्य को उसके कामों के अनुसार फल देता है।
वह समस्त दुर्जनों के निकले हुये सींग काट देगा, किन्तु धार्मिकों के सींग ऊंचे किए जाएंगे।
‘जो कोई किसी व्यक्ति पर ऐसा प्रहार करे कि वह मर जाए तो उसे निश्चय ही मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।
ऐसे ही: राजा के दरबार से दुर्जन को निकालने के पश्चात् राजा का सिंहासन धर्म की नींव पर सुदृढ़ हो जाता है।
दुर्जन को धिक्कार है; क्योंकि उसका बुरा होगा। जैसा उसने किया है, वैसा ही उसके साथ किया जायेगा।
तू उससे यह कहना, “सावधान! शान्त रह। मत डर। सीरिया का राजा रसीन और उस की सेना तथा राजा बेन-रमल्याह धुंधवाती लकड़ियाँ हैं। उनके भयंकर क्रोध से तू हताश मत हो।
राजा सिदकियाह ने कहा, ‘देखो, वह तुम्हारे हाथ में है; क्योंकि राजा भी तुम्हारी इच्छा के विरुद्ध कुछ नहीं कर सकता।’
अत: सम्राट दारा ने दानिएल को बन्दी बनाने का आदेश दे दिया। दानिएल को पकड़कर लाया गया, और उनको सिंहों की मांद में डाल दिया गया। सम्राट ने दानिएल से कहा, ‘ओ दानिएल, जिस परमेश्वर की तुम निरन्तर सेवा करते हो, वह तुम्हारी रक्षा करे!’
परन्तु यदि तुम ऐसा न करोगे, तो प्रभु के प्रति पाप करोगे। इस बात को जान लो, तुम्हारा पाप तुम्हें ढूंढ़ निकालेगा।
क्योंकि वे तुम्हारी भलाई के लिए परमेश्वर के सेवक हैं। किन्तु यदि तुम कुकर्म करते हो, तो उन से अवश्य डरो; क्योंकि वे व्यर्थ ही तलवार नहीं बाँधते। वे परमेश्वर के सेवक हैं और उसके प्रकोप का साधन होकर कुकर्मियों को दण्ड देते हैं।
इसके अतिरिक्त जो बुराई शकेम नगर के लोगों ने की थी, उसको भी परमेश्वर ने उन्हीं के सिर लौटा दिया! यरूब्बअल के पुत्र योताम का श्राप भी उन पर पड़ा।