योआब ने राजा से कहा, ‘प्रभु, आपका परमेश्वर प्रजा के पुरुषों की आबादी को सौगुना बढ़ाए। मेरे स्वामी, महाराज स्वयं अपनी आँखों से इस बढ़ोत्तरी को देखें। पर महाराज, मेरे स्वामी, इस कार्य में आपकी रुचि क्यों है?’
2 शमूएल 24:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किन्तु राजा ने योआब और सेना-नायकों को बाध्य किया कि वे उसके आदेश का पालन करें। अत: योआब और सेना-नायक इस्राएली पुरुषों की गणना करने के लिए राजा के दरबार से बाहर निकले। पवित्र बाइबल राजा दाऊद ने दृढ़ता से योआब और सेना के नायको के लोगों की गणना करने का आदेश दिया। अत: योआब और सेना के नायक दाऊद के यहाँ से इस्राएल को लोगों को गिनने गए। Hindi Holy Bible तौभी राजा की आज्ञा योआब और सेनापतियों पर प्रबल हुई। सो योआब और सेनापति राजा के सम्मुख से इस्राएली प्रजा की गिनती लेने को निकल गए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तौभी राजा की आज्ञा योआब और सेनापतियों पर प्रबल हुई। अत: योआब और सेनापति राजा के सम्मुख से इस्राएली प्रजा की गिनती लेने को निकल गए। सरल हिन्दी बाइबल मगर राजा के आदेश के आगे योआब और अन्य प्रधानों का तर्क विफल ही रहा. तब योआब और सेना के प्रधान संसद भवन से निकलकर इस्राएल की जनगणना के लिए चल पड़े. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तो भी राजा की आज्ञा योआब और सेनापतियों पर प्रबल हुई। अतः योआब और सेनापति राजा के सम्मुख से इस्राएली प्रजा की गिनती लेने को निकल गए। |
योआब ने राजा से कहा, ‘प्रभु, आपका परमेश्वर प्रजा के पुरुषों की आबादी को सौगुना बढ़ाए। मेरे स्वामी, महाराज स्वयं अपनी आँखों से इस बढ़ोत्तरी को देखें। पर महाराज, मेरे स्वामी, इस कार्य में आपकी रुचि क्यों है?’
उन्होंने यर्दन नदी पार की, और जनगणना का कार्य अरोएर नगर से तथा उस नगर से आरम्भ किया, जो घाटी के मध्य में स्थित है। तब वे गाद प्रदेश तथा याजेर नगर की ओर बढ़े।
किन्तु योआब राजा दाऊद का आदेश मानने को बाध्य हुआ। अत: योआब चला गया। उसने समस्त इस्राएली देश का भ्रमण किया। तत्पश्चात् वह यरूशलेम नगर को लौटा।
परन्तु दाइयां परमेश्वर से डरती थीं। अत: उन्होंने मिस्र देश के राजा के आदेशानुसार नहीं किया। उन्होंने लड़कों को जीवित रहने दिया।
‘जब तू इस्राएली समाज की जनगणना करे तब प्रत्येक व्यक्ति गणना के समय अपने प्राणों के उद्धार का शुल्क प्रभु को देगा, जिससे गणना के समय उस पर किसी महामारी का प्रकोप न हो।
राजा के शब्दों में परम सत्ता होती है। राजा से कौन पूछ सकता है, ‘आप यह क्या कर रहे हैं?’
इस पर पतरस और अन्य प्रेरितों ने यह उत्तर दिया, “हमें मनुष्यों की आज्ञा की अपेक्षा परमेश्वर की आज्ञा का पालन करना चाहिए।