तब प्रभु ने नबी नातान को दाऊद के पास भेजा। वह दाऊद के पास आया। उसने दाऊद से कहा, ‘एक नगर में दो मनुष्य रहते थे। एक धनी था, और दूसरा गरीब।
2 शमूएल 24:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परन्तु जब दाऊद दूसरे दिन सबेरे उठा तब प्रभु का यह वचन नबी गाद को, दाऊद के द्रष्टा को मिला, पवित्र बाइबल जब दाऊद प्रात: काल उठा, यहोवा का सन्देश गाद नबी को मिला जो कि दाऊद का दृष्टा था। Hindi Holy Bible बिहान को जब दाऊद उठा, तब यहोवा का यह वचन गाद नाम नबी के पास जो दाऊद का दशीं था पहुंचा, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सबेरे जब दाऊद उठा, तब यहोवा का यह वचन गाद नामक नबी के पास जो दाऊद का दर्शी था पहुँचा, सरल हिन्दी बाइबल सुबह जागने पर दावीद को याहवेह का यह संदेश भविष्यद्वक्ता गाद को भेज दिया गया. वह दावीद के लिए नियुक्त दर्शी थे: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सवेरे जब दाऊद उठा, तब यहोवा का यह वचन गाद नामक नबी के पास जो दाऊद का दर्शी था पहुँचा, |
तब प्रभु ने नबी नातान को दाऊद के पास भेजा। वह दाऊद के पास आया। उसने दाऊद से कहा, ‘एक नगर में दो मनुष्य रहते थे। एक धनी था, और दूसरा गरीब।
‘जा, और दाऊद से यह कह, “प्रभु यों कहता है : मैं तेरे सम्मुख तीन प्रस्ताव रखता हूँ। तू उनमें से एक चुन। मैं उसके अनुसार तेरे साथ व्यवहार करूँगा।” ’
ये ही हेमान के पुत्र थे। हेमान राजा का द्रष्टा था और उसे परमेश्वर के वचन के अनुसार ये पुत्र प्राप्त हुए थे कि वे परमेश्वर की महिमा को उन्नत और समृद्ध करें। परमेश्वर ने हेमान को चौदह पुत्र और तीन पुत्रियां प्रदान की थीं।
राजा दाउद के कार्यों का वर्णन, आदि से अन्त तक निम्नलिखित इतिहास-ग्रन्थों में लिखा हुआ है: द्रष्टा शमूएल का इतिहास-ग्रन्थ, नबी नातान का इतिहास-ग्रन्थ और द्रष्टा गाद का इतिहास-ग्रन्थ।
जैसा कि राजा दाऊद, राजा दाऊद के द्रष्टा गाद तथा नबी नातान ने आदेश दिया था कि प्रभु के भवन में उप-पुरोहित स्तुति-गान के लिए नियुक्त किए जाएंगे और उनके हाथों में वाद्य-यन्त्र−झांझ, सारंगी और वीणा−रहेंगे, वैसा राजा हिजकियाह ने किया; क्योंकि स्वयं परमेश्वर ने इस प्रथा का आदेश अपने नबियों के माध्यम से दिया था।
नबी गाद ने दाऊद से कहा, ‘गढ़ में मत रहो। जाओ! यहूदा प्रदेश में चले जाओ।’ इसलिए दाऊद वहाँ से चला गया। वह हेरेत के जंगल में आया।
(प्राचीन काल में इस्राएली देश में यह प्रथा थी : जब कोई व्यक्ति परमेश्वर से कुछ बात पूछने जाता था, तब वह कहता था, ‘आओ, हम द्रष्टा के पास चलें।’ जिस मनुष्य को आजकल नबी कहते हैं, उसे प्राचीन काल में द्रष्टा कहते थे)