किन्तु शम्मा खेत के मध्य में खड़ा हो गया। उसने खेत की रक्षा की। उसने पलिश्तियों को मारा। प्रभु ने उसे महाविजय प्रदान की।
2 शमूएल 23:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किन्तु वह युद्ध में डटा रहा, उसने पलिश्तियों को इतना मारा कि उसका हाथ थक गया और ऐंठ कर तलवार से चिपक गया। उस दिन प्रभु ने उसे महाविजय प्रदान की। यद्यपि इस्राएली सैनिक उसके पास वापस आए, तथापि वे केवल मरे हुए पलिश्तियों को लूटने के लिए आए थे। पवित्र बाइबल एलीआज़ार पलिश्तियों के साथ तब तक लड़ता रहा जब तक वह बहुत थक नहीं गया। किन्तु वह अपनी तलवार को दृढ़ता से पकड़े रहा और युद्ध करता रहा। उस दिन यहोवा ने इस्राएलियों को बड़ी विजय दी। लोग तब आए जब एलीआज़ार युद्ध जीत चुका था। किन्तु वे केवल बहुमूल्य चीजें शत्रुओं से लेने आए। Hindi Holy Bible वह कमर बान्धकर पलिश्तियों को तब तक मारता रहा जब तक उसका हाथ थक न गया, और तलवार हाथ से चिपट न गई; और उस दिन यहोवा ने बड़ी विजय कराई; और जो लोग उसके पीछे हो लिए वे केवल लूटने ही के लिये उसके पीछे हो लिए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वह कमर बाँधकर पलिश्तियों को तब तक मारता रहा जब तक उसका हाथ थक न गया, और तलवार हाथ से चिपट न गई; और उस दिन यहोवा ने बड़ी विजय कराई; और जो लोग उसके पीछे हो लिए वे केवल लूटने ही के लिये उसके पीछे हो लिए। सरल हिन्दी बाइबल आगे बढ़कर उसने फिलिस्तीनियों का संहार करना शुरू कर दिया, जब तक उसके हाथ थक न गए. उसका हाथ मानो तलवार से चिपक गया था. उस दिन याहवेह द्वारा प्रदान की गई विजय अद्भुत थी. इसके बाद सैनिक वहां आए अवश्य, मगर सिर्फ मृतकों की सामग्री लूटने. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वह कमर बाँधकर पलिश्तियों को तब तक मारता रहा जब तक उसका हाथ थक न गया, और तलवार हाथ से चिपट न गई; और उस दिन यहोवा ने बड़ी विजय कराई; और जो लोग उसके पीछे हो लिए वे केवल लूटने ही के लिये उसके पीछे हो लिए। |
किन्तु शम्मा खेत के मध्य में खड़ा हो गया। उसने खेत की रक्षा की। उसने पलिश्तियों को मारा। प्रभु ने उसे महाविजय प्रदान की।
नामान सीरिया देश के राजा का सेनापति था। वह अपने स्वामी की दृष्टि में महान् पुरुष था। उस पर राजा की विशेष कृपा थी; क्योंकि प्रभु ने उसके माध्यम से सीरिया देश को विजय प्रदान की थी। नामान महाबली था; किन्तु वह कुष्ठ-रोगी था।
एक बार जब पलिश्ती सेना पस-दम्मीम नगर में युद्ध के लिए एकत्र हुई थी, तब यह दाऊद के साथ था। वहां एक खेत था जो जौ की फसल से भरा था। युद्ध होने पर इस्राएली सैनिक पलिश्ती सेना से डरकर भागे।
परमेश्वर का साथ होने पर हम वीरता से लड़ेंगे; क्योंकि परमेश्वर ही हमारे शत्रुओं को कुचलेगा।
“सेनाओं के राजा भाग रहे हैं, वे भाग रहे हैं। घर पर रहने वाली स्त्रियाँ लूट को बाँटती हैं,
अत: मैं महान व्यक्तियों के साथ उसका भाग बांटूंगा, और वह बलवानों के साथ “लूट” बांटेगा। उसने मृत्यु की वेदी पर अपना प्राण अर्पित कर दिया; और वह अपराधियों के साथ गिना गया। फिर भी उसने अनेक लोगों के पाप का बोझ उठाया, और अपराधियों के लिए प्रार्थना की।’
मैं केवल उन बातों की चर्चा करने का साहस करूँगा, जिन्हें मसीह ने गैर-यहूदियों को विश्वास की अधीनता स्वीकार करने के लिए मेरे द्वारा वचन और कर्म से,
हम अपना नहीं, बल्कि प्रभु येशु मसीह का प्रचार करते हैं। हम येशु के कारण अपने को आप लोगों का दास समझते हैं।
प्रभु ने इस्राएली सेना के कारण उनमें भगदड़ मचा दी। इस्राएलियों ने उन्हें गिब्ओन नगर में बुरी तरह से मारा। उन्होंने उनका बेतहोरोन के पहाड़ी मार्ग तक पीछा किया। वे उन्हें अजेकाह और मक्केदाह नगर तक मारते गए।
यहोशुअ ने इन राजाओं और राज्यों को एक ही युद्ध अभियान के दौरान अपने अधिकार में किया था; क्योंकि इस्राएलियों के प्रभु परमेश्वर ने उनकी ओर से युद्ध किया था।
प्रभु ने उन्हें इस्राएलियों के अधिकार में कर दिया, और उन्होंने उत्तर दिशा में महा सीदीन तथा मिसरपोत-मयिम तक और पूर्व दिशा में मिस्पेह की घाटी तक उनका पीछा किया और उन्हें मारा। जब तक शत्रु-सेना का एक भी व्यक्ति जीवित नहीं बचा तब तक वे उन्हें मारते रहे।
जब शिमशोन लेही नगर पहुँचा तब पलिश्ती विजय के नारे लगाते हुए उससे भेंट करने के लिए आए। तब प्रभु का आत्मा वेगपूर्वक शिमशोन पर उतरा। उसकी बाहों पर बंधी रस्सियाँ आग से जले हुए सन के रेशों के समान हो गईं। उसके हाथों के बन्धन मानो गल कर टूट गए।
शिमशोन को बड़ी प्यास लगी। उसने प्रभु को पुकारा। उसने कहा, ‘तूने अपने सेवक के हाथ में यह महान् विजय प्रदान की है। अब क्या मैं प्यास से मर जाऊंगा, और बेखतना पलिश्तियों के हाथ में पड़ जाऊंगा?’
परन्तु शाऊल ने कहा, ‘नहीं, आज किसी भी व्यक्ति को मृत्यु-दण्ड नहीं देंगे, क्योंकि आज प्रभु ने इस्राएल को विजय प्रदान की है।’
यों उस दिन प्रभु ने इस्राएलियों को विजय प्रदान की। युद्ध का क्षेत्र बेत-आवेन नगर के उस पार तक हो गया। शाऊल के साथ कुल दस हजार सैनिक थे। युद्ध एफ्रइम पहाड़ी प्रदेश में फैल गया था।
योनातन ने अपने शस्त्रवाहक से कहा, ‘आओ, हम इन बेखतना पलिश्तियों की चौकी के पास चलें। कदाचित् प्रभु हमारे लिए कार्य करे; क्योंकि हमें विजय प्रदान करने से प्रभु को कोई नहीं रोक सकता है, फिर चाहे हम संख्या में बहुत हों अथवा कम।’
उसने अपने प्राण को हथेली पर रखकर पलिश्तियों का वध किया था। यों प्रभु ने समस्त इस्राएली जाति को एक महान विजय प्रदान की। आपने स्वयं उसको देखा, और आनन्द मनाया था। तब आप क्यों निर्दोष व्यक्ति के प्रति पाप करना चाहते हैं? क्यों आप दाऊद की अकारण हत्या करना चाहते हैं?’