तत्पश्चात् उसे अपने द्वितीय रथ पर चढ़ाया। लोग यूसुफ के सम्मुख पुकारते थे, ‘घुटने टेको’। इस प्रकार फरओ ने यूसुफ को समस्त मिस्र देश का प्रधान मन्त्री नियुक्त किया।
2 शमूएल 20:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) याइर नगर का रहने वाला ईरा भी दाऊद का पुरोहित था। पवित्र बाइबल और याईरी दाऊद का प्रमुख याजक था। Hindi Holy Bible और याईरी ईरा भी दाऊद का एक मंत्री था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और याईरी ईरा भी दाऊद का एक मंत्री था। सरल हिन्दी बाइबल और याईर वासी ईरा भी दावीद के पुरोहित थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और याईरी ईरा भी दाऊद का एक मंत्री था। |
तत्पश्चात् उसे अपने द्वितीय रथ पर चढ़ाया। लोग यूसुफ के सम्मुख पुकारते थे, ‘घुटने टेको’। इस प्रकार फरओ ने यूसुफ को समस्त मिस्र देश का प्रधान मन्त्री नियुक्त किया।
फरओ ने यूसुफ का नाम ‘साफनत-पानेह’ रखा। उसने ओन नगर के पुरोहित पोटीफेरा की पुत्री आसनत से उसका विवाह करा दिया। यों यूसुफ को मिस्र देश पर अधिकार प्राप्त हो गया।
दाऊद के राज्य-काल में लगातार तीन वर्ष तक अकाल पड़ा। दाऊद ने प्रभु से इसका कारण पूछा। प्रभु ने कहा, ‘शाऊल और उसके राज-परिवार पर हत्या का दोष है, क्योंकि उसने गिबओनी जाति के लोगों का वध किया था।’
यहोयादा का पुत्र बनायाह दाऊद के अंगरक्षकों का नायक था। ये अंगरक्षक करेत और पलेत नगरों के निवासी थे। दाऊद के पुत्र पुरोहित थे।
राजा दाऊद, आसाफ, हेमान और राज-द्रष्टा यदूतून के निर्देश के अनुसार आसाफ-वंशीय गायक निर्धारित स्थान पर उपस्थित थे। हर एक द्वारपाल अपने द्वार पर उपस्थित था। उनको अपना कार्य बीच में छोड़ने की आवश्यकता नहीं पड़ी; क्योंकि उनके सहयोगी उपपुरोहितों ने उनके लिए बलि-भोज का प्रबन्ध कर दिया।
वह बोला, ‘किसने आपको हमारे ऊपर मुखिया और न्यायाधीश नियुक्त किया है? क्या आप मुझे भी मार डालना चाहते हैं जैसे आपने मिस्र-निवासी को मार डाला था?’ मूसा डर गए। उन्होंने सोचा, ‘निस्संदेह, लोगों पर घटना का भेद खुल गया है।’
मिद्यान देश के पुरोहित की सात पुत्रियां थीं। वे कुएं से पानी खींचने आईं। उन्होंने अपने पिता की भेड़-बकरियों को पानी पिलाने के लिए नांदों में पानी भरा।
परमेश्वर ने इस्राएली समाज के प्रधानों पर हाथ नहीं उठाया, वरन् उन्होंने परमेश्वर का दर्शन किया, और खाया-पिया।
मनश्शे के पुत्र याईर ने अर्गोब का समस्त क्षेत्र, अर्थात् गशूरी और मआकाती राज्यों की सीमा तक बाशान देश लिया था और अपने नाम पर इन गांवों का नाम हब्बोत-याईर रखा, जैसा आज तक है।)