राजा ने कहा, ‘सरूयाह के पुत्रो, यह मेरा और तुम्हारा काम नहीं है। उसे गाली देने दो। यदि प्रभु ने उससे यों कहा, “दाऊद को अपशब्द कह!” तो किसको यह पूछने का अधिकार है, “तूने ऐसा क्यों कहा?” ’
2 शमूएल 19:22 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दाऊद ने कहा, ‘सरूयाह के पुत्रो, मेरे और तुम्हारे विचारों में अन्तर है। आज तुम मेरे विरोधी मत बनो। आज क्या इस्राएल में किसी को मृत्यु-दण्ड दिया जा सकता है? आज मैं निश्चयपूर्वक जानता हूँ कि मैं इस्राएल का राजा हूँ।’ पवित्र बाइबल दाऊद ने कहा, “सरूयाह के पुत्रो, मैं तुम्हारे साथ क्या करूँ? आज तुम मेरे विरुद्ध हो। कोई व्यक्ति इस्राएल में मारा नहीं जाएगा। आज मैं जानता हूँ कि मैं इस्राएल का राजा हूँ।” Hindi Holy Bible दाऊद ने कहा, हे सरूयाह के बेटों, मुझे तुम से क्या काम, कि तुम आज मेरे विरोधी ठहरे हो? आज क्या इस्राएल में किसी को प्राण दण्ड मिलेगा? क्या मैं नहीं जानता कि आज मैं इस्राएल का राजा हुआ हूँ? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) दाऊद ने कहा, “हे सरूयाह के बेटो, मुझे तुम से क्या काम, कि तुम आज मेरे विरोधी ठहरे हो? आज क्या इस्राएल में किसी को प्राण दण्ड मिलेगा? क्या मैं नहीं जानता कि आज मैं इस्राएल का राजा हुआ हूँ?” सरल हिन्दी बाइबल “तुम ज़ेरुइयाह के पुत्रो,” दावीद ने कहा, “क्या लेना देना है मेरा तुम्हारा? क्या कारण है तुम आज मेरे विपरीत ही जा रहे हो? क्या आज वह दिन है, जिसमें इस्राएल के किसी भी व्यक्ति को प्राण-दंड दिया जाना सही होगा? क्या मुझे यह मालूम नहीं कि मैं इस समय इस्राएल का राजा हूं?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 दाऊद ने कहा, “हे सरूयाह के बेटों, मुझे तुम से क्या काम, कि तुम आज मेरे विरोधी ठहरे हो? आज क्या इस्राएल में किसी को प्राणदण्ड मिलेगा? क्या मैं नहीं जानता कि आज मैं इस्राएल का राजा हुआ हूँ?” |
राजा ने कहा, ‘सरूयाह के पुत्रो, यह मेरा और तुम्हारा काम नहीं है। उसे गाली देने दो। यदि प्रभु ने उससे यों कहा, “दाऊद को अपशब्द कह!” तो किसको यह पूछने का अधिकार है, “तूने ऐसा क्यों कहा?” ’
राजा दाऊद बहूरीम तक ही पहुँचा था कि वहाँ से शाऊल के गोत्र का एक व्यक्ति निकला। उसका नाम शिमई था। वह गेरा नामक व्यक्ति का पुत्र था। वह गाली देता हुआ आया।
सरूयाह के पुत्र अबीशय ने राजा से कहा, ‘यह मरा हुआ कुत्ता मेरे स्वामी, महाराज को अपशब्द क्यों कह रहा है? मुझे अनुमति दीजिए कि मैं उसके पास जाकर उसके सिर को धड़ से अलग कर दूँ।’
यद्यपि मैं अभिषिक्त राजा हूँ, तो भी आज मैं कमजोर हूँ। ये लोग, सरूयाह के पुत्र कठोर हैं। ये मेरे वश के बाहर हैं। प्रभु ही बुराई करनेवाले को उसकी बुराई के अनुसार बदला दे!’
तक प्रेम प्रतीक के रूप में दाऊद के शिविर में एक सिंहासन प्रतिष्ठित किया जाएगा, और उस पर एक सच्चा प्रशासक बैठेगा, जो निष्पक्ष न्याय करेगा, और सदा धार्मिकता की खोज में रहेगा।”
वे चिल्ला उठे, “परमेश्वर के पुत्र! हम से आप को क्या काम? क्या आप यहाँ समय से पहले हमें सताने आए हैं?”
परन्तु शाऊल ने कहा, ‘नहीं, आज किसी भी व्यक्ति को मृत्यु-दण्ड नहीं देंगे, क्योंकि आज प्रभु ने इस्राएल को विजय प्रदान की है।’
प्रभु ने मुझे मना किया है कि मैं उसके अभिषिक्त राजा पर हाथ उठाऊं। अब तुम इसके सिरहाने का भाला और पानी की सुराही उठा लो। उसके बाद हम यहां से चले जाएंगे।’
अबीशय ने दाऊद से कहा, ‘आज परमेश्वर ने आपके शत्रु को आपके हाथ में सौंप दिया है। अब मुझे अनुमति दीजिए कि मैं भाले के एक वार से उसको भूमि में बेध दूं। मुझे उस पर दूसरी बार प्रहार करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।’
दाऊद ने अबीशय से कहा, ‘शाऊल का वध मत करो। कौन व्यक्ति प्रभु के अभिषिक्त राजा पर हाथ उठा कर निर्दोष रह सकता है?’