तत्पश्चात् दाऊद और उसके साथ के लोग अपने मार्ग पर चले गए। शिमई उसे गाली देता तथा पत्थर और धूल फेंकता हुआ अपने सामने के पहाड़ की बगल से निकल गया।
2 शमूएल 19:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सरूयाह के पुत्र अबीशय ने उत्तर दिया, ‘शिमई ने प्रभु के अभिषिक्त राजा को अपशब्द कहे थे, इसलिए उसे इस अपराध के बदले में निश्चय ही मृत्यु-दण्ड मिलना चाहिए।’ पवित्र बाइबल किन्तु सरूयाह के पुत्र अबीशै ने कहा, “हमें शिमी को अवश्य मार डालना चाहिये क्योंकि इसने यहोवा के चुने राजा के विरुद्ध बुरा होने की याचना की।” Hindi Holy Bible तब सरूयाह के पुत्र अबीशै ने कहा, शिमी ने जो यहोवा के अभिषिक्त को शाप दिया था, इस कारण क्या उसको वध करना न चाहिये? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब सरूयाह के पुत्र अबीशै ने कहा, “शिमी ने जो यहोवा के अभिषिक्त को शाप दिया था, इस कारण क्या उसका वध करना न चाहिये?” सरल हिन्दी बाइबल ज़ेरुइयाह के पुत्र अबीशाई ने इसके लिए सुझाव दिया, “क्या सही नहीं कि जो कुछ शिमेई ने किया है, उसके लिए उसे मृत्यु दंड दिया जाए? उसने याहवेह के अभिषिक्त को शाप दिया था.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब सरूयाह के पुत्र अबीशै ने कहा, “शिमी ने जो यहोवा के अभिषिक्त को श्राप दिया था, इस कारण क्या उसका वध करना न चाहिये?” |
तत्पश्चात् दाऊद और उसके साथ के लोग अपने मार्ग पर चले गए। शिमई उसे गाली देता तथा पत्थर और धूल फेंकता हुआ अपने सामने के पहाड़ की बगल से निकल गया।
राजा दाऊद बहूरीम तक ही पहुँचा था कि वहाँ से शाऊल के गोत्र का एक व्यक्ति निकला। उसका नाम शिमई था। वह गेरा नामक व्यक्ति का पुत्र था। वह गाली देता हुआ आया।
सरूयाह के पुत्र अबीशय ने राजा से कहा, ‘यह मरा हुआ कुत्ता मेरे स्वामी, महाराज को अपशब्द क्यों कह रहा है? मुझे अनुमति दीजिए कि मैं उसके पास जाकर उसके सिर को धड़ से अलग कर दूँ।’
हमारा प्राण, प्रभु का अभिषिक्त राजा बन्दी बना लिया गया; और वह उनके गड्ढों में डाल दिया गया। हम अपने राजा के विषय में यह कहते थे: ‘हम महाराज की छत्रछाया में पृथ्वी के राष्ट्रों के मध्य जीवित रहेंगे।’
दाऊद ने अपने सैनिकों से कहा, ‘प्रभु मुझे यह कार्य करने से रोके कि मैं अपने स्वामी के साथ ऐसा व्यवहार करूं। मैं प्रभु के अभिषिक्त राजा पर हाथ नहीं उठाऊंगा। शाऊल प्रभु के अभिषिक्त राजा हैं।’
दाऊद ने अबीशय से कहा, ‘शाऊल का वध मत करो। कौन व्यक्ति प्रभु के अभिषिक्त राजा पर हाथ उठा कर निर्दोष रह सकता है?’