तब योआब ने इथियोपिया देश के एक गुलाम को आदेश दिया, ‘जो कुछ तुमने देखा है, वह जाकर राजा को बताओ।’ गुलाम ने झुककर योआब का अभिवादन किया, और दौड़ पड़ा।
2 शमूएल 18:22 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सादोक के पुत्र अहीमास ने पुन: कहा, ‘चाहे कुछ भी हो, मैं तो इथियोपियाई गुलाम के पीछे दौड़कर जाऊंगा।’ योआब ने समझाया, ‘मेरे पुत्र, तुम दौड़कर क्यों जाना चाहते हो? तुम्हें इस समाचार के लिए कोई पुरस्कार नहीं मिलेगा।’ पवित्र बाइबल किन्तु सादोक के पुत्र अहीमास ने योआब से फिर प्रार्थना की, “जो कुछ भी हो, उसकी चिन्ता नहीं, कृपया मुझे भी कुशी के पीछे दौड़ जाने दें।” योआब ने कहा, “बेटे! तुम सूचना क्यों ले जाना चाहते हो? तुम जो सूचना ले जाओगे उसका कोई पुरस्कार नहीं मिलेगा।” Hindi Holy Bible फिर सादोक के पुत्र अहीमास ने दूसरी बार योआब से कहा, जो हो सो हो, परन्तु मुझे भी कूशी के पीछे दौड़ जाने दे। योआब ने कहा, हे मेरे बेटे, तेरे समाचार का कुछ बदला न मिलेगा, फिर तू क्यों दौड़ जाना चाहता है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर सादोक के पुत्र अहीमास ने दूसरी बार योआब से कहा, “जो हो सो हो, परन्तु मुझे भी कूशी के पीछे दौड़ जाने दे।” योआब ने कहा, “हे मेरे बेटे, तेरे समाचार का कुछ बदला न मिलेगा, फिर तू क्यों दौड़ जाना चाहता है?” सरल हिन्दी बाइबल सादोक के पुत्र अहीमाज़ ने योआब से दोबारा विनती की, “कुछ भी हो, मुझे भी उस कूश देश निवासी के पीछे जाने दीजिए.” योआब ने उससे पूछा, “मेरे पुत्र, तुम क्यों जाना चाह रहे हो? इस समाचार को प्रेषित करने का तुम्हें कोई पुरस्कार तो मिलेगा नहीं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर सादोक के पुत्र अहीमास ने दूसरी बार योआब से कहा, “जो हो सो हो, परन्तु मुझे भी कूशी के पीछे दौड़ जाने दे।” योआब ने कहा, “हे मेरे बेटे, तेरे समाचार का कुछ बदला न मिलेगा, फिर तू क्यों दौड़ जाना चाहता है?” |
तब योआब ने इथियोपिया देश के एक गुलाम को आदेश दिया, ‘जो कुछ तुमने देखा है, वह जाकर राजा को बताओ।’ गुलाम ने झुककर योआब का अभिवादन किया, और दौड़ पड़ा।
उसने कहा, ‘चाहे कुछ भी हो, मैं तो दौड़कर जाऊंगा।’ योआब ने उससे कहा, ‘तो दौड़ो!’ अत: अहीमास दौड़ पड़ा। वह मैदान के मार्ग से गुजरा और इथियोपियाई गुलाम से आगे निकल गया।
महाराज ने उससे पूछा, ‘युवा अबशालोम तो सकुशल है न ?’ अहीमास ने उत्तर दिया, ‘जब योआब ने मुझे, आपके सेवक को भेजा तब मैंने बड़ी भीड़ देखी थी। पर महाराज, मैं नहीं जानता कि वहाँ क्या था।’
फरओ ने उससे कहा, ‘मेरे पास तुम्हें किस वस्तु का अभाव है जिससे तुम अपने देश जाना चाहते हो?’ हदद ने उत्तर दिया, ‘मुझे किसी वस्तु का अभाव नहीं है। परन्तु महाराज, मुझे अवश्य जाने दीजिए।’ तत्पश्चात् हदद ने इस्राएली राष्ट्र की इस प्रकार हानि की : वह इस्राएली राष्ट्र को दबाता रहा और एदोम देश पर राज्य करता रहा।
उन्होंने परमेश्वर का सच्चा ज्ञान प्राप्त करना उचित नहीं समझा, इसलिए परमेश्वर ने उन्हें उनकी भ्रष्ट बुद्धि पर छोड़ दिया, जिससे वे अनुचित आचरण करने लगे।
और न भद्दी, मूर्खतापूर्ण या अश्लील बातचीत; क्योंकि यह अशोभनीय है-बल्कि आप परमेश्वर को धन्यवाद दिया करें।