सादोक के पुत्र अहीमास ने योआब से कहा, ‘मैं दौड़कर महाराज के पास यह समाचार ले जाऊंगा कि प्रभु ने उन्हें उनके शत्रुओं के हाथ से मुक्त कर दिया।’
2 शमूएल 18:20 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) योआब ने उससे कहा, ‘आज तुम शुभ समाचार मत ले जाओ। तुम दूसरे दिन शुभ समाचार ले जाना। आज तुम शुभ समाचार निश्चय ही मत ले जाना; क्योंकि आज राजकुमार की मृत्यु हुई है।’ पवित्र बाइबल योआब ने अहीमास को उत्तर दिया, “नहीं, आज तुम दाऊद को सूचना नहीं दोगे। तुम सूचना किसी अन्य समय पहुँचा सकते हो, किन्तु आज नहीं, क्यों? क्योंकि राजा का पुत्र मर गया है।” Hindi Holy Bible योआब ने उस से कहा, तू आज के दिन समाचार न दे; दूसरे दिन समाचार देने पाएगा, परन्तु आज समाचार न दे, इसलिये कि राजकुमार मर गया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) योआब ने उससे कहा, “तू आज के दिन समाचार न दे; दूसरे दिन समाचार देने पाएगा, परन्तु आज समाचार न दे, इसलिये कि राजकुमार मर गया है।” सरल हिन्दी बाइबल मगर योआब ने उससे कहा, “आज तुम कोई भी संदेश नहीं ले जाओगे. तुम किसी दूसरे दिन संदेश ले जाना, लेकिन तुम्हें आज ऐसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह राजकुमार की मृत्यु का समाचार है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 योआब ने उससे कहा, “तू आज के दिन समाचार न दे; दूसरे दिन समाचार देने पाएगा, परन्तु आज समाचार न दे, इसलिए कि राजकुमार मर गया है।” |
सादोक के पुत्र अहीमास ने योआब से कहा, ‘मैं दौड़कर महाराज के पास यह समाचार ले जाऊंगा कि प्रभु ने उन्हें उनके शत्रुओं के हाथ से मुक्त कर दिया।’
तब योआब ने इथियोपिया देश के एक गुलाम को आदेश दिया, ‘जो कुछ तुमने देखा है, वह जाकर राजा को बताओ।’ गुलाम ने झुककर योआब का अभिवादन किया, और दौड़ पड़ा।
प्रहरी ने कहा, ‘महाराज, मैं पहले दौड़ने वाले की दौड़ को पहचान सकता हूँ। सादोक का पुत्र अहीमास इस प्रकार दौड़ता है।’ राजा ने कहा, ‘वह अच्छा आदमी है। वह शुभ सन्देश लेकर आता है।’
महाराज ने उससे पूछा, ‘युवा अबशालोम तो सकुशल है न ?’ अहीमास ने उत्तर दिया, ‘जब योआब ने मुझे, आपके सेवक को भेजा तब मैंने बड़ी भीड़ देखी थी। पर महाराज, मैं नहीं जानता कि वहाँ क्या था।’
राजा इस धक्के से हिल उठा। वह द्वार के ऊपर बने हुए कमरे में चला गया और वहाँ रोने लगा। उसने रोते हुए कहा, ‘ओ मेरे बेटे अबशालोम! मेरे बेटे! मेरे बेटे अबशालोम! काश, तेरे बदले मुझे मौत आई होती। ओ मेरे बेटे अबशालोम, मेरे बेटे!’
राजा ने योआब, अबीशय और इत्तय को यह आदेश दिया, ‘मेरे लिए युवा अबशालोम के साथ दयापूर्ण व्यवहार करना।’ अबशालोम के सम्बन्ध में सेनापतियों को दिया गया राजा का यह आदेश समस्त सेना ने सुना।
किसी ने योआब को यह बात बताई, ‘महाराज अबशालोम के लिए रो रहे हैं। वह उसके लिए शोक मना रहे हैं।’