अबीमेलक ने अब्राहम से पूछा, ‘इन सात मेमनों का, जिन्हें आपने अलग रखा है, क्या अर्थ है?’
2 शमूएल 16:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) राजा दाऊद ने सीबा से पूछा, ‘इनसे तुम्हारा क्या प्रयोजन है?’ सीबा ने उत्तर दिया, ‘गधे तो राज-परिवार की सवारी के लिए, रोटियाँ और ग्रीष्मकालीन फल दरबारियों के लिए और अंगूर का रस निर्जन प्रदेश में थके मांदे लोगों के पीने के लिए है।’ पवित्र बाइबल राजा दाऊद ने सीबा से कहा, “ये चीजें किस लिये हैं?” सीबा ने उतत्र दिया, “खच्चर राजा के परिवार की सवारी के लिये है। रोटी और ग्रीष्म फल सेवकों को खाने के लिये हैं और यदि कोई व्यक्ति मरुभूमि में कमजोरी महसूस करे तो वह दाखमधु पी सकेगा।” Hindi Holy Bible राजा ने सीबा से पूछा, इन से तेरा क्या प्रयोजन है? सीबा ने कहा, गदहे तो राजा के घराने की सवारी के लिये हैं, और रोटी और धूपकाल के फल जवानों के खाने के लिये हैं, और दाखमधु इसलिये है कि जो कोई जंगल में थक जाए वह उसे पीए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) राजा ने सीबा से पूछा, “इनसे तेरा क्या प्रयोजन है?” सीबा ने कहा, “गदहे तो राजा के घराने की सवारी के लिये हैं, और रोटी और धूपकाल के फल जवानों के खाने के लिये हैं, और दाखमधु इसलिये है कि जो कोई जंगल में थक जाए वह उसे पीए।” सरल हिन्दी बाइबल राजा ने ज़ीबा से पूछा, “यह सब क्या ले आए हो तुम?” ज़ीबा ने उन्हें उत्तर दिया, “ये गधे तो आपके परिवार को उठाने के लिए हैं और रोटियां और गर्मियों के फल युवाओं के आहार के लिए, और अंगूरों का रस उनके पेय के लिए, जो इस वन में थक जायें.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 राजा ने सीबा से पूछा, “इनसे तेरा क्या प्रयोजन है?” सीबा ने कहा, “गदहे तो राजा के घराने की सवारी के लिये हैं, और रोटी और धूपकाल के फल जवानों के खाने के लिये हैं, और दाखमधु इसलिए है कि जो कोई जंगल में थक जाए वह उसे पीए।” |
अबीमेलक ने अब्राहम से पूछा, ‘इन सात मेमनों का, जिन्हें आपने अलग रखा है, क्या अर्थ है?’
एसाव ने पूछा, ‘जो पशुओं के झुण्ड मुझे मार्ग में मिले, उनसे तुम्हारा क्या अभिप्राय है?’ याकूब ने उत्तर दिया, ‘स्वामी की कृपादृष्टि प्राप्त करना।’
इस घटना के पश्चात् अबशालोम ने रथ, घोड़े और आगे-आगे दौड़ने वाले पचास धावक अपने पास रख लिए।
समस्त देश उच्च स्वर में रो पड़ा। राजा दाऊद किद्रोन घाटी में खड़ा था, और सब लोग उसके सामने से गुजरते हुए निर्जन प्रदेश की ओर चले गए।
उसने बताया, ‘महाराज, मेरे सेवक ने मुझे धोखा दिया था। मैंने अपने सेवक को यह आदेश दिया था कि मेरे लिए गधे पर काठी कस। मैं उस पर सवार होकर राजा के साथ जाऊंगा। महाराज, आप जानते हैं कि मैं आपका सेवक लंगड़ा हूँ।
उसके तीस पुत्र थे, जो तीस गधों पर सवारी करते थे। उसके पुत्रों के पास तीस नगर थे, जिन्हें आज भी हब्बोत-याईर कहा जाता है। ये नगर गिलआद प्रदेश में हैं।
ओ सफेद गदहियों पर सवारी करनेवालो! कीमती कालीनों पर विराजनेवालो! ओ राजमार्ग के पथिको! इस बात पर विचार करो।
एक सैनिक उससे बोला, ‘तुम्हारे पिता ने लोगों को कड़ी शपथ दी थी, और यह कहा था : “जो व्यक्ति आज भोजन करेगा, वह अभिशप्त होगा।” इसलिए सैनिक इतने थके-मांदे, अशक्त हैं।’
अब, यह उपहार, जो आपकी सेविका अपने स्वामी के लिए लाई है, आपके कदमों पर चलनेवाले अपने सैनिकों को दे दीजिए।