तत्पश्चात् दाऊद और उसके साथ के लोग अपने मार्ग पर चले गए। शिमई उसे गाली देता तथा पत्थर और धूल फेंकता हुआ अपने सामने के पहाड़ की बगल से निकल गया।
2 शमूएल 16:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) कदाचित् प्रभु मेरी दुर्दशा पर दृष्टि करे। आज जो अपशब्द मुझे कहे गए, उनके बदले में प्रभु मेरी भलाई करे।’ पवित्र बाइबल संभव है कि उन बुराइयों को जो मरे साथ हो रही हैं, यहोवा देखे। तब संभव है कि यहोवा मुझे आज शिमी द्वारा कही गई हर एक बात के बदले, कुछ अच्छा दे।” Hindi Holy Bible कदाचित यहोवा इस उपद्रव पर, जो मुझ पर हो रहा है, दृष्टि करके आज के शाप की सन्ती मुझे भला बदला दे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) कदाचित् यहोवा इस उपद्रव पर, जो मुझ पर हो रहा है, दृष्टि करके आज के शाप के बदले मुझे भला बदला दे।” सरल हिन्दी बाइबल संभव है याहवेह मेरी पीड़ा पर दृष्टि करें और उसके द्वारा की जा रही शाप की बारिश का प्रतिफल मुझे मेरे कल्याण में दें.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 कदाचित् यहोवा इस उपद्रव पर, जो मुझ पर हो रहा है, दृष्टि करके आज के श्राप के बदले मुझे भला बदला दे।” |
तत्पश्चात् दाऊद और उसके साथ के लोग अपने मार्ग पर चले गए। शिमई उसे गाली देता तथा पत्थर और धूल फेंकता हुआ अपने सामने के पहाड़ की बगल से निकल गया।
सम्भवत: आपके प्रभु परमेश्वर ने मुख्य साकी के शब्द सुने हैं, जिसको असीरिया के राजा ने जीवित परमेश्वर का मजाक उड़ाने के लिए भेजा था। अब आपका प्रभु परमेश्वर उन शब्दों को झूठा सिद्ध करे। कृपया, जो व्यक्ति शेष रह गए हैं, उनके लिए प्रार्थना कीजिए।’
पर तू देखता है, निश्चय ही तूने दु:खों और कष्टों पर ध्यान दिया है; तू उन्हें अपने हाथ में लेगा। अभागा मनुष्य स्वयं को तुझपर छोड़ देता है, क्योंकि तू अनाथों का नाथ है।
यों तू उसको अपने इस दयापूर्ण व्यवहार से पानी-पानी कर देगा, और प्रभु तुझ को इसका फल देगा।
जैसे गौरैया और सूपावेनी आकाश में उड़ते समय नहीं ठहरतीं, वैसे ही अकारण दिया गया शाप भी मनुष्य पर नहीं ठहरता।
क्या प्रभु ने इस्राएलियों को उतना दण्ड दिया है, जितना उसने उन राष्ट्रों को दिया था, जिन्होंने इस्राएलियों को मारा था? क्या प्रभु ने इस्राएलियों का उतना ही वध किया है, जितना उनके वधिकों का किया था?
कौन जानता है, प्रभु लौटे और पछताए, और अपने पीछे आशिष छोड़ जाए? तब तुम अपने प्रभु परमेश्वर को अन्नबलि और पेयबलि चढ़ा सकोगे।
हम जानते हैं कि जो लोग परमेश्वर से प्रेम करते हैं और उसके उद्देश्य के अनुसार बुलाये गये हैं, परमेश्वर उनके कल्याण के लिए सभी बातों में उनकी सहायता करता है;
क्योंकि हमारा क्षण-भर का हलका-सा कष्ट हमें हमेशा के लिए भारी मात्रा में अपार महिमा दिलाता है।
परन्तु तेरा प्रभु परमेश्वर बिलआम की बात सुनने को इच्छुक नहीं था। अत: उसने तेरे लिए श्राप को आशिष में बदल दिया, क्योंकि तेरा प्रभु परमेश्वर तुझसे प्रेम करता था।
और आप को, जो कष्ट सह रहे हैं, और हम को, उस समय विश्राम दे, जब प्रभु येशु प्रकट होंगे और अपने शक्तिशाली दूतों के साथ प्रज्वलित अग्नि में आकाश से उतरेंगे। तब वह उन लोगों को दण्डित करेंगे, जो परमेश्वर को स्वीकार नहीं करते और हमारे प्रभु येशु का शुभ समाचार सुनने से इन्कार करते हैं।
वे तो अपनी-अपनी समझ के अनुसार इस अल्पकालिक जीवन के लिए हमें तैयार करने के उद्देश्य से ताड़ित करते थे। परन्तु परमेश्वर हमारे कल्याण के लिए ऐसा करता है, क्योंकि वह हमें अपनी पवित्रता का भागीदार बनाना चाहता है।
उसने प्रभु से यह स्पष्ट मन्नत मानी, ‘हे स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु, यदि तू अपनी सेविका के दु:ख पर निश्चय ही दृष्टि करेगा, मेरी सुधि लेगा, अपनी सेविका को नहीं भूलेगा, और मुझे, अपनी सेविका को एक पुत्र प्रदान करेगा तो मैं उसे जीवन भर के लिए तुझ-प्रभु की सेवा में अर्पित कर दूँगी। उसके सिर पर उस्तरा कभी नहीं फेरा जाएगा।’