यूसुफ अपने पिता याकूब के पास आया। उसने उन्हें फरओ के सम्मुख उपस्थित किया। याकूब ने फरओ को आशीर्वाद दिया।
2 शमूएल 14:22 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) योआब भूमि पर मुँह के बल गिरा। उसने राजा का अभिवादन किया। उसे धन्य! धन्य! कहा। योआब ने कहा, ‘हे मेरे स्वामी, महाराज! आज आपके सेवक को ज्ञात हुआ कि मैंने आपकी कृपा-दृष्टि प्राप्त की है। महाराज ने अपने सेवक की विनती स्वीकार की।’ पवित्र बाइबल योआब ने भूमि तक अपना माथा झुकाया। उसने राजा दाऊद के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा, “आज मैं समझता हूँ कि आप मुझ पर प्रसन्न हैं। मैं यह समझता हूँ क्योंकि आपने वही किया जो मेरी माँग थी।” Hindi Holy Bible तब योआब ने भूमि पर मुंह के बल गिर दण्डवत् कर राजा को आशीर्वाद दिया; और योआब कहने लगा, हे मेरे प्रभु, हे राजा, आज तेरा दास जान गया कि मुझ पर तेरी अनग्रह की दृष्टि है, क्योंकि राजा ने अपने दास की बिनती सुनी है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) योआब ने भूमि पर मुँह के बल गिर दण्डवत् कर राजा को आशीर्वाद दिया; और योआब कहने लगा, “हे मेरे प्रभु, हे राजा, आज तेरा दास जान गया कि मुझ पर तेरे अनुग्रह की दृष्टि है, क्योंकि राजा ने अपने दास की विनती सुनी है।” सरल हिन्दी बाइबल योआब ने भूमि पर दंडवत होकर राजा का अभिवादन किया और उनसे यह प्रतिवेदन किया, “आज आपके सेवक को यह मालूम हो गया है, कि मुझ पर आपकी दया बनी है, क्योंकि महाराज, मेरे स्वामी ने मेरे प्रस्ताव को स्वीकार किया है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब योआब ने भूमि पर मुँह के बल गिर दण्डवत् कर राजा को आशीर्वाद दिया; और योआब कहने लगा, “हे मेरे प्रभु, हे राजा, आज तेरा दास जान गया कि मुझ पर तेरी अनुग्रह की दृष्टि है, क्योंकि राजा ने अपने दास की विनती सुनी है।” |
यूसुफ अपने पिता याकूब के पास आया। उसने उन्हें फरओ के सम्मुख उपस्थित किया। याकूब ने फरओ को आशीर्वाद दिया।
तब राजा दाऊद ने योआब से कहा, ‘सुनो, मैं तुम्हारी बात स्वीकार करता हूँ। जाओ! युवक अबशालोम को वापस लाओ।’
तत्पश्चात् योआब तैयार हुआ। वह गशूर नगर को गया, और वहाँ से अबशालोम को यरूशलेम नगर में ले आया।
तकोआह नगर की स्त्री राजा दाऊद के पास गई। उसने सिर झुकाकर अभिवादन किया। वह बोली, ‘महाराज की दुहाई!’
तत्पश्चात् सब लोगों ने यर्दन नदी पार की। राजा दाऊद भी उस पार गया। राजा ने बर्जिल्लय का चुम्बन लिया, और उसे आशीर्वाद दिया। तब बर्जिल्लय अपने निवास-स्थान को लौट गया।
जिन व्यक्तियों ने स्वेच्छा से यरूशलेम नगर में बसना स्वीकार किया, उनको जनता ने आशीर्वाद दिया।
जो व्यक्ति मेरा बात सुनता, वह मुझे धन्य कहता था; जो मनुष्य मुझे देखता, वह मेरा समर्थन करता था।
और उसको अपनी भेड़ों के ऊन के वस्त्र नहीं दिए और उसने ठण्ड से मुक्त हो मुझे आशीर्वाद न दिया हो,
उसके बेटे और बेटियां सोकर उठते ही उसके पैर छूते हैं; जब उसका पति सो कर उठता है, वह भी उस की प्रशंसा करता है।
मोआबी रूत ने नाओमी से कहा, ‘खेत में सिला बीनने के लिए मुझे जाने दीजिए। जो फसल काटनेवाला मुझ पर कृपा-दृष्टि करेगा, उसके पीछे-पीछे मैं सिला बीनूँगी।’ नाओमी ने उससे कहा, ‘जा, मेरी पुत्री!’
दाऊद ने शपथ खाई। उसने कहा, ‘तुम्हारे पिता यह बात अच्छी तरह जानते हैं कि मैंने तुम्हारी कृपा-दृष्टि प्राप्त की है। वह यह सोचते हैं : योनातन को निश्चय ही इस बात का पता नहीं चलना चाहिए। अन्यथा उसे दु:ख होगा। जैसे यह सच है कि प्रभु जीवित है और तुम जीवित हो, वैसे ही मेरी बात भी सच है : मेरे और मृत्यु के बीच केवल एक कदम का अन्तर रह गया है।’