अबशालोम भाग गया। पहरे पर तैनात प्रहरी ने आँख उठाकर ऊपर देखा। उसने यह देखा कि एक विशाल समुदाय होरोनइम मार्ग से पहाड़ की ढाल पर उतर रहा है। प्रहरी राजा के पास आया। उसने राजा को यह बताया। उसने कहा, ‘महाराज, मैंने लोगों को होरोनइम मार्ग से पहाड़ की ढाल पर उतरते हुए देखा है।’
स्त्री ने कहा, ‘महाराज, आपने परमेश्वर के निज लोगों के विरुद्ध षड्यन्त्र क्यों रचा? यदि महाराज देश से निकाले गए व्यक्ति को वापस नहीं लाते हैं, तो आप अपने इस निर्णय से स्वयं को दोषी सिद्ध करते हैं।
अबशालोम ने योआब को उत्तर दिया, ‘देखिए, मैंने आपके पास यह सन्देश भेजा था : “आप यहाँ आइए। मैं आपको राजा के पास भेजना चाहता हूँ कि आप राजा से यह बात कहें : मैं गशूर नगर से यहाँ क्यों आया हूँ? मेरा वहीं रहना अधिक अच्छा होता।” अब मुझे राजा के दर्शन करने दीजिए। यदि मैंने अपराध किया है, तो वह मुझे मार डालें।’
जब मैं, आपका सेवक, सीरिया देश के गशूर नगर में था तब मैंने यह मन्नत मानी थी, “यदि प्रभु मुझे यरूशलेम वापस ले जाएगा तो मैं हेब्रोन नगर में बलि चढ़ाऊंगा, और प्रभु की आराधना करूँगा।”
दूसरा पुत्र किलआब था, जो कर्मेल के नाबाल की विधवा अबीगइल से उत्पन्न हुआ था। तीसरा पुत्र अबशालोम था, जो गशूर नगर के राजा तलमय की पुत्री माकाह से उत्पन्न हुआ था।