एक दिन अब्राहम ने अपने घर के सबसे बूढ़े और अपनी सम्पत्ति का प्रबन्ध करने वाले सेवक से कहा, ‘अपना हाथ मेरी जांघ के नीचे रखो।
2 शमूएल 12:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसके परिवार के बड़े-बूढ़े उसे भूमि पर से उठाने के लिए आए। पर वह नहीं उठा। उसने उनके साथ भोजन नहीं किया। पवित्र बाइबल दाऊद के परिवार के प्रमुख आये और उन्होंने उसे भूमि से उठाने का प्रयत्न किया। किन्तु दाऊद ने उठना अस्वीकार किया। उसने इन प्रमुखों के साथ खाना खाने से भी इन्कार कर दिया। Hindi Holy Bible तब उसके घराने के पुरनिये उठ कर उसे भूमि पर से उठाने के लिये उसके पास गए; परन्तु उसने न चाहा, और उनके संग रोटी न खाई। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब उसके घराने के पुरनिये उठकर उसे भूमि पर से उठाने के लिये उसके पास गए; परन्तु उसने न चाहा, और उनके संग रोटी न खाई। सरल हिन्दी बाइबल घर के सारे पुरनिए उनके निकट इस प्रतीक्षा में ठहरे रहे कि कब उन्हें भूमि पर से उठाएं, मगर दावीद ने उठना अस्वीकार किया. उन्होंने उनके साथ भोजन भी न किया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब उसके घराने के पुरनिये उठकर उसे भूमि पर से उठाने के लिये उसके पास गए; परन्तु उसने न चाहा, और उनके संग रोटी न खाई। |
एक दिन अब्राहम ने अपने घर के सबसे बूढ़े और अपनी सम्पत्ति का प्रबन्ध करने वाले सेवक से कहा, ‘अपना हाथ मेरी जांघ के नीचे रखो।
उसके पुत्र-पुत्रियों ने उन्हें सान्त्वना देने का प्रयत्न किया। किन्तु उन्होंने सान्त्वना स्वीकार नहीं की। वह कहते रहे, ‘नहीं, मैं अपने पुत्र के पास शोक करता हुआ अधोलोक जाऊंगा।’ इस प्रकार यूसुफ के पिता ने उसके लिए विलाप किया।
सातवें दिन बालक की मृत्यु हो गई। दरबारी दाऊद को यह बताने से डरे कि बालक की मृत्यु हो गई। वे यह सोचते थे, ‘जब बालक जीवित था और हमने महाराज से कहा था, तब उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी। अब हम उनसे यह बात कैसे कह सकते हैं कि बालक मर गया? यह बात सुनकर वह अपना अनिष्ट कर लेंगे।’
अभी दिन का समय था। लोग दाऊद को भोजन कराने के लिए आए। परन्तु दाऊद ने यह शपथ खाई, ‘यदि मैं सूर्यास्त के पहले भोजन अथवा अन्य वस्तु खाऊं तो परमेश्वर मेरे साथ अपनी इच्छा के अनुसार कठोर व्यवहार करे।’
तत्पश्चात् सम्राट दारा अपने महल में चला गया। उसने उस रात भोजन नहीं किया। उसने अपने मनोरंजन करनेवालों को मना कर दिया; अत: उस रात में उसके पास कोई नहीं आया। उसकी आंखों से नींद उड़ गई।
किन्तु शाऊल ने अस्वीकार कर दिया। शाऊल ने कहा, ‘मैं नहीं खाऊंगा।’ किन्तु उसके सेवकों और उस स्त्री ने उस पर दबाव डाला। तब शाऊल ने उनकी बात सुनी। वह भूमि से उठा और सोफे पर बैठ गया।