नातान अपने घर चला गया। प्रभु ने उस बालक पर, जो ऊरियाह की पत्नी ने दाऊद से जन्म दिया था, प्रहार किया, और वह बीमार हो गया।
2 शमूएल 12:16 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दाऊद ने बालक के लिए परमेश्वर से अनुनय-विनय की। उसने उपवास किया। वह महल में आया। वह रात भर भूमि पर पड़ा रहा। पवित्र बाइबल दाऊद ने बच्चे के लिये परमेश्वर से प्रार्थना की। दाऊद ने खाना—पीना बन्द कर दिया। वह अपने घर में गया और उसमें ठहरा रहा। वह रातभर भूमि पर लेटा रहा। Hindi Holy Bible और दाऊद उस लड़के के लिये परमेश्वर से बिनती करने लगा; और उपवास किया, और भीतर जा कर रात भर भूमि पर पड़ा रहा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अत: दाऊद उस लड़के के लिये परमेश्वर से विनती करने लगा; और उपवास किया, और भीतर जाकर रात भर भूमि पर पड़ा रहा। सरल हिन्दी बाइबल दावीद ने अपने शिशु के लिए परमेश्वर से प्रार्थना की. इस समय दावीद ने न कुछ खाया न पिया और वह जाकर सारी रात भूमि पर ही पड़े रहे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अतः दाऊद उस लड़के के लिये परमेश्वर से विनती करने लगा; और उपवास किया, और भीतर जाकर रात भर भूमि पर पड़ा रहा। |
नातान अपने घर चला गया। प्रभु ने उस बालक पर, जो ऊरियाह की पत्नी ने दाऊद से जन्म दिया था, प्रहार किया, और वह बीमार हो गया।
दाऊद ने कहा, ‘जब तक बालक जीवित रहा, मैंने उपवास किया। मैं रोया। मैं यह सोचता था, “कौन जाने प्रभु मुझ पर कृपा करे, और बालक बच जाए।”
राजा दाऊद तुरन्त उठा। उसने शोक प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र फाड़े। वह भूमि पर लेट गया। उसके साथ सब दरबारियों ने भी अपने वस्त्र फाड़े।
जब अहाब ने ये वचन सुने तब उसने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र फाड़े। उसने अपने शरीर पर टाट धारण किया। वह उपवास करने लगा। वह टाट-पट्टी पर सोता था। वह ग्लानि से सिर झुकाकर चलता-फिरता था।
मैं यह शब्द सुनते ही भूमि पर बैठ गया, और रोने लगा। मैंने अपनी कौम के लिए अनेक दिन तक विलाप किया। मैं स्वर्ग के परमेश्वर के सम्मुख उपवास और प्रार्थना करता रहा।
‘जाओ, और शूशन नगर के सब यहूदियों को एकत्र करो, और मेरे लिए सामूहिक उपवास करो। तीन दिन और रात न भोजन करना, और न पानी पीना। तुम्हारे समान मैं भी अपनी सखियों के साथ उपवास करूंगी। तब मैं महाराज के पास जाऊंगी, यद्यपि ऐसा करना नियम के विरुद्ध होगा। यदि मुझे मरना ही पड़ेगा तो मैं मर जाऊंगी।’
उस दिन स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने, स्वामी ने तुम्हें आदेश दिया था कि तुम अपना पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए रोओ, शोक मनाओ, सिर मुंड़ाओ, टाटवस्त्र पहिनो।
प्रभु, हम संकट-काल में तुझे ढूंढ़ते हैं। जब तू हमें ताड़ित करता है, तब हम तुझसे निरन्तर प्रार्थना करते हैं।
तत्पश्चात् सम्राट दारा अपने महल में चला गया। उसने उस रात भोजन नहीं किया। उसने अपने मनोरंजन करनेवालों को मना कर दिया; अत: उस रात में उसके पास कोई नहीं आया। उसकी आंखों से नींद उड़ गई।
“तब मैं अपने स्वामी परमेश्वर की ओर उन्मुख हुआ। मैंने पश्चात्ताप प्रकट करने के लिए टाट के वस्त्र पहिने, और अपने सिर पर राख डाली। मैंने उपवास रखा। मैं परमेश्वर की कृपा-दृष्टि पाने के लिए प्रार्थना और विनती करने लगा।
कौन जानता है, कदाचित परमेश्वर अपने निर्णय को बदल दे और अपनी क्रोधाग्नि शांत करे और हम नष्ट होने से बच जाएं?’
यहोशुअ ने पराजय का शोक प्रकट करने के लिए अपने वस्त्र फाड़े। वह सन्ध्या होने तक प्रभु की मंजूषा के सम्मुख भूमि पर औंधे मुंह पड़ा रहा। ऐसा ही इस्राएलियों के धर्मवृद्धों ने भी किया। उन्होंने दु:ख प्रकट करने के लिए अपने सिर पर धूल डाली।